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  • Dr. Jitendra Singh ने पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 का शुभारंभ किया

    Dr. Jitendra Singh ने पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 का शुभारंभ किया

    Dr. Jitendra Singh: डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र, जीवन प्रमाण, पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री मोदी का विजन है जिसे 2014 में लॉन्च किया गया था और फेस ऑथेंटिकेशन को 2021 में लॉन्च किया गया था

    • डीएलसी अभियान 3.0 भारत के 800 शहरों/कस्बों में 1900 शिविरों और 1100 नोडल अधिकारियों के साथ 1-30 नवंबर, 2024 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी पेंशनभोगी अपने घरों से या पेंशन संवितरण बैंकों या आईपीपीबी में अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं 
    • 19 पेंशन संवितरण बैंक और 57 पेंशन कल्याण संघ, सीजीडीए, आईपीपीबी, यूआईडीएआई पूरे सरकार और संतृप्ति दृष्टिकोण पर डीएलसी अभियान 3.0 को लागू करने के लिए सहयोग करते हैं

    Dr. Jitendra Singh ने पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र, जीवन प्रमाण, पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री मोदी का विजन है। डीएलसी अभियान 3.0 भारत के 800 शहरों/कस्बों में 1 से 30 नवंबर, 2024 तक आयोजित किया जाएगा  जिसमें केंद्र/राज्य सरकारों/ईपीएफओ/स्वायत्त निकायों के सभी पेंशनभोगी पेंशन वितरण बैंकों या आईपीपीबी में अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। सुपर सीनियर पेंशनभोगी इसे अपने घर से कर सकते हैं और उन्हें सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी प्रदान की जाती है भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सीजीडीए, आईपीपीबी, यूआईडीएआई सहित सभी पेंशन वितरण बैंक देशव्यापी आधार पर डीएलसी अभियान को लागू करने के लिए एक साथ आएंगे।

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    डॉजितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी का विजन राष्ट्र प्रथमनागरिक प्रथम” दृष्टिकोण पर डिजिटल सशक्तिकरण के माध्यम से पेंशनभोगियों के कल्याण में सुधार” करना है। इसके अंतर्गत  2014 में जीवन प्रमाण की शुरुआत की गई और 2021 में फेस ऑथेंटिकेशन की शुरुआत की गई। वर्ष 2022 में डीएलसी अभियान 1.0 को 37 शहरों में लागू किया गया। वर्ष 2023 में डीएलसी अभियान 2.0 नवंबर2023 में 100 शहरों में 597 स्थानों पर आयोजित किया गया जिसके अन्तर्गत कुल 1.47 करोड़ डीएलसी तैयार किए गए जिनमें से 45.46 लाख केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के थे। फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का उपयोग करके 25.41 लाख डीएलसी तैयार किए गए और 90 वर्ष से अधिक आयु के 30,500 से अधिक पेंशनभोगियों ने डीएलसी का लाभ उठाया।

    डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2023 में डीएलसी अभियान 3.0, डीपीपीडब्ल्यू द्वारा समन्वित किया जाने वाला अब तक का सबसे बड़ा अभियान है और जागरूकता पैदा करने के लिए विभाग ने सभी हितधारकों के लिए सोशल मीडिया तक व्यापक पहुंच , टेलीविजन और रेडियो जिंगल्स तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं। ये अभियान 1100 से अधिक नोडल अधिकारियों के साथ 800 शहरों/कस्बों में 1900 डीएलसी शिविर आयोजित करेगा। 1.8 लाख ग्रामीण डाक सेवक 785 शहरों/कस्बों में आयोजित होने वाले आईपीपीबी शिविरों में सेवाएं प्रदान करेंगे। पेंशन वितरण करने वाले बैंक 157 शहरों/कस्बों में डीएलसी शिविर आयोजित करेंगे।

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    डॉजितेंद्र सिंह ने कहा कि डीएलसी अभियान 3.0 के बारे में फीडबैक उनके साथ या पीडब्लूएया सोशल मीडिया या हेल्पलाइन नंबर 1-800-111-960 के माध्यम से साझा किया जा सकता है। इस फीडबैक का उपयोग समस्याओं की पहचान करनेवितरण प्रणाली में सुधार करने और यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा कि प्रणाली उपयोगकर्ता के अनुकूल बनी रहे और सभी पेंशनभोगियों के लिए सुलभ हो। डीएलसी पोर्टल पर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने और हितधारकों/पेंशनभोगियों की प्रतिक्रिया पर वास्तविक समय के आंकड़ों के माध्यम से प्रगति की निगरानी की जाएगी।

    डॉजितेंद्र सिंह ने आगे कहा कि जो लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में असमर्थ हैंउनके लिए वैकल्पिक गैरडिजिटल तरीके उपलब्ध रहेंगे। पेंशनभोगी अभी भी पारंपरिक तरीकों जैसे पेंशन कार्यालयों में जाकर या डाकघरों का उपयोग करके अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। इसका लक्ष्य कई विकल्प प्रदान करना है ताकि कोई भी पेंशनभोगी इस प्रक्रिया से वंचित न रहे। उन्होंने डीएलसी अभियान 3.0 को राष्ट्रव्यापी सफल बनाने के लिए सभी हितधारकों से सहयोग की आशा व्यक्त की।

    डीएलसी अभियान 3.0 के शुभारंभ समारोह में डीपीपीडब्ल्यू के सचिव श्री वीश्रीनिवासडीपीपीडब्ल्यू के संयुक्त सचिव श्री ध्रुबज्योति सेनगुप्तासीजीडीए श्रीमती देविका रघुवंशीभारतीय डाक महानिदेशक श्री संजय शरणएसबीआई की सीजीएम श्रीमती शालिनी कक्कड़ और पेंशन वितरण बैंकोंआईपीपीबी और यूआईडीएआई के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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  • Union Home Minister Amit Shah ने राष्ट्रीय एकता दिवस के तहत नई दिल्ली में आयोजित ‘एकता दौड़’ को हरी झंडी दिखाई

    Union Home Minister Amit Shah ने राष्ट्रीय एकता दिवस के तहत नई दिल्ली में आयोजित ‘एकता दौड़’ को हरी झंडी दिखाई

    गृह मंत्री Amit Shah ने देशवासियों से एकता दौड़ के माध्यम से भारत की एकता को मज़बूत करने और 2047 तक एक पूर्ण विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने का संकल्प लेने का आह्वान किया

    • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2015 में सरदार पटेल जी की याद में देश की एकता व अखंडता के लिए पूरे देश को संकल्पित करने हेतु ‘एकता दौड़’ का आयोजन शुरू किया
    • आज ‘एकता दौड़’ देश की एकता के संकल्प के साथ-साथ विकसित भारत का संकल्प भी बनी
    • आज़ादी के बाद 550 से ज़्यादा रियासतों को एकजुट कर वर्तमान भारत का निर्माण सरदार साहब की दृढ़ इच्छाशक्ति और त्वरित निर्णय से संभव हुआ
    • आज भारत दुनिया के सामने मज़बूती के साथ सर्वप्रथम बनने के रास्ते पर खड़ा है, इसकी नींव डालने का काम सरदार पटेल जी ने किया
    • वर्षों तक सरदार साहब को भुलाने का काम किया गया, मगर मोदी जी ने सरदार साहब की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाकर उनकी याद को चिरंजीव करने का काम किया
    • मोदी जी ने हर क्षेत्र में सरदार साहब के दृष्टिकोण, विचार व संदेश को मूर्त रूप देने का काम किया


    केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री Amit Shah ने आज नई दिल्ली में आयोजित ‘एकता दौड़’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ‘एकता दौड़’ का आयोजन सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती यानी 31 अक्टूबर को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस के तहत किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, डॉ. मनसुख मंडाविया, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय और दिल्ली के उप-राज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

    अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2015 में सरदार पटेल जी की याद में देश की एकता व अखंडता के लिए पूरे देश को संकल्पित करने हेतु ‘एकता दौड़’ का आयोजन शुरू किया। उन्होंने कहा कि तब से आज तक पूरा देश एकता दौड़ से न सिर्फ पूरे देश की एकता और अखंडता के लिए संकल्प लेता है बल्कि अपने आप को भारत माता की सेवा में फिर से समर्पित भी करता है। श्री शाह ने कहा कि आज ‘एकता दौड़’ देश की एकता के संकल्प के साथ-साथ विकसित भारत का संकल्प भी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2047 तक एक पूर्ण विकसित भारत के निर्माण का संकल्प सभी देशवासियों के सामने रखा है, जो हर क्षेत्र में पूरी दुनिया में सर्वप्रथम हो।

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    श्री अमित शाह ने कहा कि आज भारत एक फलता-फूलता, विकसित होता, मजबूत राष्ट्र बनकर दुनिया के सामने खड़ा है। उन्होंने कहा कि इतिहास की ओर मुड़कर देखें तो आज़ादी के बाद 550 से ज़्यादा रियासतों को एकजुट कर वर्तमान भारत का निर्माण सरदार साहब की दृढ़ इच्छाशक्ति और त्वरित निर्णय से संभव हुआ। उन्होंने कहा कि वे सरदार पटेल ही थे जिनकी दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आज भारत एकजुट होकर दुनिया के सामने मज़बूती के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि आज जब भारत दुनिया के सामने मज़बूती के साथ सर्वप्रथम बनने के रास्ते पर खड़ा है, इसकी नींव डालने का काम सरदार पटेल ने किया था।

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    केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है कि सालों तक सरदार वल्लभभाई पटेल को भुलाने का काम किया गया और उन्हें भारत रत्न के उचित सम्मान से भी वंचित रखा गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने गुजरात के केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाकर सरदार पटेल की याद को चिरंजीव करने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हर क्षेत्र में सरदार वल्लभभाई पटेल के दृष्टिकोण, विचार और संदेश को मूर्त रूप देने का काम किया है।

    श्री अमित शाह ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के महान विचार निश्चित रूप से देश की युवा पीढ़ी के लिए पथ प्रदर्शक बनेंगे। गृह मंत्री ने देशवासियों से आह्वान किया कि एकता दौड़ के माध्यम से भारत की एकता को मज़बूत करने और 2047 तक एक पूर्ण विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने का संकल्प लें।

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  • Dr. Jitendra Singh ने प्रधानमंत्री कार्यालय, साउथ ब्लॉक में स्वच्छता ही सेवा अभियान 4.0 का नेतृत्व किया

    Dr. Jitendra Singh ने प्रधानमंत्री कार्यालय, साउथ ब्लॉक में स्वच्छता ही सेवा अभियान 4.0 का नेतृत्व किया

    Dr. Jitendra Singh: स्वच्छता सिर्फ एक बार का प्रयास नहीं बल्कि एक सतत प्रक्रिया है जिसमें सामूहिक भागीदारी की आवश्यकता होती है 

    केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्‍य मंत्री,  परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्री Dr. Jitendra Singh ने कहा कि “स्वच्छता केवल एक बार का प्रयास नहीं, बल्कि एक सतत प्रक्रिया है जिसमें सामूहिक भागीदारी की आवश्यकता होती है।”

    मंत्री ने यह बयान आज प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), साउथ ब्लॉक में स्वच्छता ही सेवा अभियान 4.0 का नेतृत्व करते हुए दिया। उनके साथ प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव श्री पी. के. मिश्रा, प्रधानमंत्री के सलाहकार अमित खरे और तरूण कपूर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्‍होंने स्वच्छ भारत मिशन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

    यह समीक्षा जीवन के एक तरीके के रूप में स्वच्छता को सुदृढ़ करने के लिए सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर चलाए जा रहे बड़े राष्ट्रीय अभियान का हिस्सा है।

    डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, “स्वच्छता ही सेवा सिर्फ एक अभियान नहीं है बल्कि राष्ट्रव्यापी आंदोलन है जो भारत के लोगों की सामूहिक इच्छा और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। यह महात्मा गांधी के स्वच्छता और सभी के लिए सम्मान के दृष्टिकोण से गहराई से मेल खाता है। यह अभियान शारीरिक स्वच्छता से भी आगे जाता है – यह हमारे परिवेश के प्रति जिम्मेदारी की मानसिकता को बढ़ावा देता है और स्वस्थ, अधिक टिकाऊ भविष्य में योगदान देता है।

    डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, यह सुनिश्चित करना हमारा साझा कर्तव्य है कि ये प्रयास केवल एक बार की कार्रवाई नहीं, बल्कि आदत बन जाएं। प्रत्येक व्यक्ति, कार्यालय और समुदाय को स्वच्छता के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के इस मिशन में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।”

    आज की समीक्षा के दौरान मंत्री ने पीएमओ कर्मचारियों को स्वच्छता के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्‍होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकारी कार्यालयों को राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत अभियान में रोल मॉडल के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने अभियान को राष्ट्रीय आंदोलन बनाने में उनकी भूमिका पर बल देते हुए विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की प्रतिबद्धता की भी सराहना की।

    2 अक्टूबर 2024 को शुरू की गई गतिविधियों पर विचार करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने महात्मा गांधी के स्वच्छता के दृष्टिकोण के महत्व पर प्रकाश डाला। उस दिन, मंत्री ने बड़े सफाई अभियान का नेतृत्व किया और नागरिकों एवं अधिकारियों को स्वच्छता प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इसकी शुरुआत के दौरान उन्होंने स्वयंसेवकों और सरकारी कर्मियों से बातचीत की और उनसे अपने परिवेश का स्वामित्व लेने और टिकाऊ, स्वच्छ भविष्य में योगदान देने का आग्रह किया।

    स्वच्छता ही सेवा अभियान 4.0 व्यापक पहल का हिस्सा है, जो भारत को स्वच्छ और स्वस्थ राष्ट्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर जोर देता है। कई सरकारी संस्थानों और मंत्रालयों की सक्रिय भागीदारी के साथ इस अभियान ने प्रत्येक नागरिक में स्वच्छता की आदतें डालने और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ भविष्य की दिशा में काम करने के प्रयासों को और अधिक सक्रिय कर दिया है।

    डीएआरपीजी के सचिव वी. श्रीनिवास ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा अभियान 4.0 में महत्वपूर्ण प्रगति देखी गई है, 63.48 लाख वर्ग फुट से अधिक जगह साफ की गई है और स्क्रैप निपटान से 53.6 करोड़ रुपए सर्जित हुए। वर्तमान प्रयास का उद्देश्य सरकारी संस्थानों में पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ परिपाटियों को बढ़ावा देना है, जिससे स्वच्छ और स्वस्थ भारत की दिशा में राष्ट्रव्यापी अभियान को सक्रिय किया जा सके।

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  • Haryana CM Oath Ceremony में पंचकूला बनेगा किला भाजपा नेता ने लिया तैयारियों का जायजा

    Haryana CM Oath Ceremony में पंचकूला बनेगा किला भाजपा नेता ने लिया तैयारियों का जायजा

    Haryana CM Oath Ceremony: अधिकारियों ने कहा कि आयोजन स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है,

    नायब सिंह सैनी हाल ही में संपन्न हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 48 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिली हैं।

    हरियाणा में 17 अक्टूबर को प्रस्तावित नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत अन्य नेताओं के शामिल होने की संभावना के मद्देनजर भाजपा नेता तरुण चुघ और सतीश पूनिया ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए सोमवार को पंचकूला में राज्य के कुछ नेताओं के साथ बैठक की। नेताओं ने सेक्टर 5 में पंचकूला के दशहरा मैदान का भी दौरा किया।

    अधिकारियों ने कहा कि आयोजन स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है, जिसमें 14 मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व सहित देश भर से 500 वीवीआईपी के शामिल होने की उम्मीद है।

    पंचकूला पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ नेताओं के चार्टर विमानों से आने की उम्मीद है, जबकि अन्य सेक्टर 5 में पंचकूला हेलीपैड और चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर उतरेंगे। उन्हें रिसीव कर कार्यक्रम स्थल तक भेजने की व्यवस्था की जा रही है।

    सूत्रों ने बताया कि विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के अधिकारियों ने आयोजन स्थल का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और हरियाणा पुलिस को इस बारे में जानकारी दी।

    कई नेताओं को समायोजित करने के लिए दशहरा मैदान में एक विशाल मंच बनाया गया है। जमीन के बीच में आसान चलने के लिए फ़र्श के पत्थरों के साथ एक विशेष मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। इसे खत्म करने के लिए जेसीबी मशीनें दिन-रात काम कर रही हैं। सूत्रों ने कहा कि सोमवार रात तक टेंट भी लगाए जाएंगे और एयर कंडीशनिंग की व्यवस्था की जाएगी।

    भाजपा महासचिव चुघ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी, जो ऐतिहासिक क्षण होगा। बैठक में चुघ और पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी पूनिया के अलावा राज्य के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया भी शामिल हुए।

    पूनिया ने कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य को विकसित और प्रगतिशील बनाने के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने वाली पार्टी है। भाजपा अपने वादों को पूरा करती है।

    शपथ ग्रहण समारोह के समन्वयक भाटिया ने कहा, ’17 अक्टूबर हरियाणा के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। हरियाणा ने जो प्रगति की राह पर कदम रखा है, उस पर जनता ने अपनी मुहर लगा दी है। लगातार तीसरी बार जीतना हमारी सरकार में जनता के अटूट विश्वास का प्रमाण है।

    भाजपा संसदीय बोर्ड ने रविवार को शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को हरियाणा में राज्य विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। शपथ ग्रहण समारोह से पहले एक बैठक होने की संभावना है।

    सजावट, भोजन के प्रबंधन के लिए टीमें

    अतिथियों के स्वागत और मंच को सजाने के लिए सैकड़ों किलो फूलों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, भाजपा ने विशिष्ट व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए कई टीमों का गठन किया है।

    उन्होंने कहा, ‘हमारे पास एक होर्डिंग टीम है जो शहर में लगाए जा रहे होर्डिंग्स की देखरेख करती है, खासकर वीवीआईपी द्वारा लिए जाने वाले मार्गों पर. वे अनुमति और अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं, “व्यवस्था से जुड़े एक भाजपा नेता ने कहा। “हमारे पास सजावट की देखभाल करने वाली एक टीम भी है। एक टीम भीड़ का प्रबंधन करेगी और भीड़ के लिए व्यवस्था की देखभाल करेगी। हमारे पास खाद्य प्रबंधन और जमीन पर काम करने वाली कई अन्य टीमें भी हैं।

    आयोजन स्थल के पास की दुकानें, भोजनालय बंद हो सकते हैं

    चूंकि यह आयोजन स्थल शहर के केंद्र में स्थित है, इसलिए स्थानीय प्रशासन सुरक्षा कारणों से और किसी भी सुरक्षा चूक से बचने के लिए शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने तक दुकानों, भोजनालयों और पेट्रोल पंपों को बंद रखने का आदेश देगा।

    उन्होंने ट्वीट किया, ”सेक्टर 8, 9 और 10 में मुख्य सड़क के किनारे की सभी दुकानें बंद रहेंगी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “एक आधिकारिक आदेश जल्द ही पोस्ट किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि कार्यक्रम स्थल के आसपास की सभी प्रमुख इमारतों पर शार्पशूटर तैनात किए जाएंगे।

    ट्रैफिक डायवर्जन

    पंचकूला पुलिस सेक्टर 5 में कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर यातायात को डायवर्ट करेगी। सेक्टर 16-17 चौक से सेक्टर 5 से सेक्टर 8-9 डिवाइडर तक की सड़क।

     

  • Arvind Kejriwal: इस तारीख को दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलूंगा

    Arvind Kejriwal: इस तारीख को दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलूंगा

    Arvind Kejriwal

    दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में Arvind Kejriwal ने कहा कि वह राजनीति में देश की सेवा के लिए आए हैं, न कि सत्ता या पद के लालच के लिए।

    दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि वह 3 अक्टूबर से शुरू होने वाले आगामी नवरात्रि उत्सव के दौरान अपने आधिकारिक आवास से बाहर चले जाएंगे। 17 सितंबर को अपना इस्तीफा देने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में, आप प्रमुख ने कथित रूप से उन्हें एक झूठे मामले में फंसाने के लिए भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि वह “बेईमानी के दाग” के साथ नहीं रह सकते।

    “मैं बेईमान होने के कलंक के साथ, काम करने की तो बात ही छोड़िए, जी भी नहीं सकता। अगर मैं बेईमान होता तो क्या मैं महिलाओं के लिए बिजली और बस यात्रा मुफ्त कर देता? उन्होंने यहां जंतर मंतर पर लोगों से पूछा, “क्या मैं सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में सुधार करता? आबकारी नीति मामले में पांच महीने से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद 13 सितंबर को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि वह देश की सेवा करने के लिए राजनीति में आए थे, न कि सत्ता या पद के लालच में।

    उन्होंने दावा किया कि पिछले 10 वर्षों से आप ने दिल्ली में पूरी ईमानदारी के साथ सरकार चलाई और लोगों को मुफ्त पानी और बिजली जैसी सुविधाएं दीं।उन्होंने आरोप लगाया, “इससे परेशान मोदी जी ने सोचा कि अगर उन्हें चुनाव जीतना है और आम आदमी पार्टी को हराना है तो उन्हें हमारी ईमानदारी पर हमला करना चाहिए और इसलिए हमें झूठे मामले में फंसाकर जेल भेज देना चाहिए।

    पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि वह अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से आहत थे और कहा कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों के दौरान केवल सम्मान अर्जित किया है, पैसा नहीं।

    आप प्रमुख ने कहा कि नेता अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों की परवाह नहीं करते हैं क्योंकि उनकी त्वचा मोटी होती है। “मैं नेता नहीं हूं, मेरी त्वचा मोटी नहीं है। इससे मुझे फर्क पड़ता है। जब भाजपा के लोग कीचड़ उछालने में लिप्त होते हैं और मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाते हैं, तो मुझे दुख होता है।

    उन्होंने कहा, “मैंने अपने जीवन में केवल सम्मान अर्जित किया है। आज जब उन्होंने मुझ पर (भ्रष्टाचार का) आरोप लगाया तो मैंने अपनी गरिमा को ध्यान में रखते हुए इस्तीफा दे दिया और अब मैं अपना सरकारी आवास भी छोड़ दूंगा।

    आप प्रमुख ने आगे कहा कि वह “श्राद्ध” अवधि के बाद मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास से बाहर चले जाएंगे। उन्होंने कहा, “मैं नवरात्रि के दौरान आवास से बाहर निकलूंगा और उन लोगों के बीच रहने जाऊंगा जो मुझे आवास की पेशकश कर रहे हैं। “आज मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है। मैंने 10 वर्षों में जनता का प्यार और आशीर्वाद अर्जित किया है और इस प्यार के कारण कई लोग मुझे अपने घरों में रहने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।

    आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि उन पर पार्टी के अन्य नेताओं के साथ कड़े कानून पीएमएलए के तहत आरोप लगाए गए थे, जिसमें जमानत भी उपलब्ध नहीं है। “लेकिन मामला फर्जी था। मैं सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद देता हूं; उन्होंने हम सभी को जमानत दी क्योंकि वे यह भी जानते थे कि मामला तुच्छ था। जब मैं जेल से बाहर आया, तो मैंने फैसला किया कि जब तक अदालत मुझे सम्मानपूर्वक बरी नहीं करती, मैं फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। उन्होंने कहा, “लेकिन मेरे वकीलों ने मुझसे कहा कि यह मामला बहुत लंबे समय तक चल सकता है, शायद 10 से 15 साल तक।

    केजरीवाल ने कहा कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव उनके लिए अग्नि परीक्षा है और लोगों से आग्रह किया कि अगर उन्हें लगता है कि वह बेईमान हैं तो उन्हें वोट न दें। झाड़ू लहराते हुए उन्होंने कहा कि यह न केवल आप का चुनाव चिन्ह है, बल्कि आस्था का भी प्रतीक है।

    उन्होंने कहा, “जब कोई व्यक्ति अपना वोट डालने जाता है और झाड़ू का बटन दबाता है, तो वे पहले अपनी आंखें बंद करते हैं और भगवान का नाम लेते हैं। “जब वे झाड़ू का बटन दबाते हैं, तो उन्हें लगता है कि वे ईमानदारी का बटन दबा रहे हैं। वे एक ईमानदार सरकार बनाने के लिए बटन दबा रहे हैं। इस झाड़ू के बटन को तभी दबाएं जब आपको लगे कि केजरीवाल ईमानदार हैं।

    अपने पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया के बारे में बात करते हुए, जिन्होंने आबकारी नीति मामले में लगभग 17 महीने जेल में बिताए, आप प्रमुख ने कहा कि अगर वह (सिसोदिया) बाहर होते, तो वह शैक्षिक सुविधाओं में सुधार के लिए काम करते।

    “प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें दो साल तक जेल में रखा। अगर वह बाहर होते तो कई और स्कूल बनते। मोदी जी ने ये दो साल मनीष सिसोदिया के नहीं बल्कि देश के बर्बाद किए हैं। मनीष का जीवन राष्ट्र का है।

    पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन को याद किया, जो यहां जंतर मंतर से शुरू हुआ था। उन्होंने कहा, “यहां जंतर मंतर पर खड़े होकर, मुझे इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के दिनों में वापस ले जाया जाता है, जो स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा आंदोलन था। यह 4 अप्रैल, 2011 को यहाँ से शुरू हुआ।

    उन्होंने कहा, “उस समय भी केंद्र में एक अहंकारी सरकार थी। हमें चुनावी राजनीति में कूदने की चुनौती दी गई थी। हमने चुनौती को स्वीकार किया और धन या बाहुबल नहीं होने के बावजूद पहले ही प्रयास में 49 दिनों के लिए सरकार बनाई। उन्होंने कहा कि उस समय विभिन्न राजनीतिक दल कहते थे कि केजरीवाल को छोड़कर आप के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी।

    आप नेता ने कहा कि उन्होंने साबित कर दिया है कि ईमानदारी के आधार पर चुनाव लड़े जा सकते हैं और जीते जा सकते हैं। सभा को संबोधित करते हुए सिसोदिया ने भाजपा पर झूठे मामलों में फंसाकर उन्हें केजरीवाल से अलग करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

    उन्होंने कहा, “दुनिया का कोई भी रावण लक्ष्मण को राम से अलग नहीं कर सकता। सिसोदिया ने खुलासा किया कि उन्हें केजरीवाल के खिलाफ लुभाने के प्रयास किए गए थे। केजरीवाल की तरह, सिसोदिया ने भी सार्वजनिक पद पर तभी लौटने की कसम खाई जब लोग उनकी ईमानदारी को प्रमाणित करेंगे।

     

     

     

  • International Co-operative Alliance (आईसीए) महासभा और वैश्विक सहकारी सम्मेलन 2024 का 25 नवंबर से 30 नवंबर तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में होगा आयोजन

    International Co-operative Alliance (आईसीए) महासभा और वैश्विक सहकारी सम्मेलन 2024 का 25 नवंबर से 30 नवंबर तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में होगा आयोजन

    International Co-operative Alliance

    International Co-operative Alliance 130 वर्षों में पहली बार भारत में अपनी आम सभा और वैश्विक सहकारिता सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है

    सम्मेलन का विषय है “सहकारिता सभी के लिए समृद्धि का निर्माण करती है”, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना ‘सहकार से समृद्धि’ के अनुरूप है

    यह सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष – 2025 का आधिकारिक शुभारंभ भी करेगा

    सम्मेलन में भारतीय गांवों की थीम पर बने ‘हाट’ में भारतीय सहकारी उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया जाएगा

    प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन से भारतीय सहकारिता आंदोलन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी

    भारत में सहकारी समितियों की संख्या और सदस्यों की संख्या दोनों ही दृष्टि से वैश्विक संख्या का एक-चौथाई हिस्सा है: डॉ. आशीष कुमार भूटानी

    भारतीय सहकारी प्रणाली में सबसे बड़ा परिवर्तन पैक्स मॉडल उपनियमों का क्रियान्वयन था: डॉ. भूटानी

    सहकारिता सचिव ने कहा कि “सहकार से समृद्धि” का विचार अब पूरी दुनिया में फैलेगा

    पैक्स का कम्प्यूटरीकरण, तीन नई सहकारी समितियां, एनसीओएल, एनसीईएल और बीबीएसएसएल के गठन ने भारत को वैश्विक सहकारिता आंदोलन में अग्रणी स्थान दिलाया है

    भारतीय सहकारिता आंदोलन हमेशा से ही पर्यावरण की रक्षा के लिए सांस्कृतिक रूप से प्रेरित रहा है और भारतीय सहकारिता आंदोलन की इस विरासत को जारी रखते हुए, यह आयोजन कार्बन न्यूट्रल होगा

    इफको की सहायक कंपनी IFFDC पिछले कुछ वर्षों में कार्बन क्रेडिट अर्जित करने वाली अग्रणी कंपनियों में से एक रही है

    संभावित कार्बन उत्सर्जन की भरपाई के लिए इफको दस हजार पीपल के पौधे लगाएगा

    International Co-operative Alliance (ICA) महासभा और वैश्विक सहकारी सम्मेलन 2024 का आयोजन 25 नवंबर से 30 नवंबर, 2024 तक भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में किया जाएगा। वैश्विक सहकारी आंदोलन के लिए प्रमुख निकाय, अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA) के 130 साल के इतिहास में यह पहली बार होगा कि ICA महासभा और वैश्विक सहकारी सम्मेलन का आयोजन भारत द्वारा किया जा रहा है। आज नई दिल्ली में केंद्रीय सहकारिता सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी,  ICA के महानिदेशक श्री हेरोन डगलस और इफको लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. यू.एस. अवस्थी द्वारा एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन कार्यक्रमों का विवरण दिया गया।

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    इस वर्ष के सम्मेलन का विषय है “Cooperatives Build Prosperity for All”, जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण ‘सहकार से समृद्धि’ के अनुरूप है। सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष – 2025 का आधिकारिक शुभारंभ भी होगा। इस कार्यक्रम के दौरान अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष – 2025 पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया जाएगा। सम्मेलन में भारतीय गांवों की थीम पर बने ‘हाट’ में भारतीय सहकारिता के उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित किया जाएगा।

    सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में भारत में सहकारिता के आंदोलन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अलग से सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया। डॉ. भूटानी ने कहा कि सहकारी समितियों के वैश्विक संख्या का एक-चौथाई हिस्सा भारत में है, चाहे, सदस्यों की दृष्टि से या समितियों की संख्या की दृष्टि से हो । उन्होंने बताया कि भारतीय सहकारी क्षेत्र ने सहकारी आंदोलन के विकास और वृद्धि के लिए सहकारिता मंत्रालय की 54 नई पहलों के शुभारंभ के साथ राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में अधिक योगदान प्राप्त करते हुए नई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। डॉ. भूटानी ने कहा कि भारतीय सहकारी प्रणाली में सबसे बड़ा परिवर्तन पैक्स मॉडल उपनियमों का कार्यान्वयन था  । डॉ. भूटानी ने कहा कि चाहे वह पैक्स का कम्प्यूटरीकरण हो या सहकारिता क्षेत्र में तीन नई सहकारी समितियों का गठन, जैसे राष्ट्रीय सहकारी जैविक लिमिटेड (NCOL), राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (NCEL) और भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (BBSSL) या अन्य पहल, इन सबने भारत को वैश्विक सहकारिता आंदोलन में सबसे आगे रखा है और भारत सबसे तेजी से बढ़ते सहकारी क्षेत्रों में से एक बन गया है। डॉ. भूटानी ने कहा कि नई दिल्ली में इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम के आयोजन से “सहकार से समृद्धि” का विचार अब पूरे विश्व में फैलेगा।

    ICA के महानिदेशक श्री हेरोन डगलस ने आयोजित होने जा रहे सम्मेलन के भारत में होने के महत्व पर जोर देकर कहा कि भारत ICA का संस्थापक सदस्य रहा है। सहकारिता मंत्रालय और इफको तथा अन्य सहकारी समितियों की भूमिकाओं पर प्रकाश डालते हुए श्री डगलस ने कहा कि भारत वैश्विक सहकारी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने इफको को एक महत्वपूर्ण भागीदार बताया, जिसकी रैंकिंग लगातार तीन वर्षों से विश्व सहकारी मॉनिटर में नंबर 1 है। श्री डगलस ने कहा कि दुनिया में लगभग 3 मिलियन सहकारी समितियां हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र के लगभग सभी सदस्य देशों के एक अरब से अधिक सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि scalability of sustainability के संदर्भ में, सहकारी आंदोलन सभी में सबसे अधिक sustainable और टिकाऊ मॉडल साबित होता है। 200 वर्षों के ट्रैक रिकॉर्ड में इसने मानवता के आठवें हिस्से से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई है और वर्तमान में देश में सहकारी समितियों की संख्या और उनके विस्तार की संभावनाओं के मामले में भारत का इतिहास गौरवशाली रहा है। श्री हेरोन डगलस ने कहा कि दुनिया एक ऐसे मोड़ पर खड़ी है, जहां दुनिया का संकटों की एक श्रृंखला से सामना हो सकता है। जलवायु संकट, जैव विविधता संकट और कई अन्य। उन्होंने कहा कि सहकारिता के मॉडल के माध्यम से हम अपनी सारी समस्याओं का समाधान पा सकेंगे। उन्होंने कहा कि सहकारिता के सिद्धांतों के माध्यम से, लोकतांत्रिक रूप से उद्यमों को अपने सदस्यों के बीच उचित मूल्य वितरण के साथ, लिंग, जातीयता, देश, उम्र की परवाह किए बिना हर भागीदार के लिए खुलापन, और सहकारी समितियों के बीच सहयोग की मूल्य प्रणाली, समुदायों का ख्याल रखते हुए, दुनिया अपनी मौजूदा समस्याओं का समाधान पा सकती है।

    इफको लिमिटेड के एमडी डॉ. यू.एस. अवस्थी ने कहा कि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में इफको की सहायक कंपनी IFFDC पिछले वर्षों में कार्बन क्रेडिट अर्जित करने वाले अग्रणी फर्मों में से एक रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय सहकारिता आंदोलन हमेशा से ही पर्यावरण की रक्षा के लिए सांस्कृतिक रूप से प्रेरित रहा है और भारतीय सहकारिता आंदोलन की इसी विरासत को जारी रखते हुए यह आयोजन कार्बन न्यूट्रल होगा। डॉ. अवस्थी ने कहा कि संभावित कार्बन उत्सर्जन की भरपाई के लिए दस हजार पीपल के पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने पीपल के वृक्षारोपण की संख्या बढ़ाने में केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की भूमिका पर जोर दिया। डॉ. अवस्थी ने बताया कि कार्बन न्यूट्रैलिटी हासिल करने के लिए लगभग 4000 पेड़ लगाने की जरूरत है, लेकिन सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने सभी की भलाई के लिए 10,000 पेड़ लगाने पर जोर दिया और वह भी पीपल के पेड़ जो अच्छे कार्बन अवशोषक हैं।

    इस कार्यक्रम में भूटान के माननीय प्रधानमंत्री, संयुक्त राष्ट्र आर्थिक परिषद (यूएन ईसीओएसओसी) के अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन के अध्यक्ष, संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि, आईसीए सदस्य, भारतीय सहकारी आंदोलन के प्रमुख तथा 100 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 1500 प्रतिष्ठित अतिथियों के भाग लेने की उम्मीद है।

    source: http://pib.gov.in

  • CM Shri Sai ने कहा- हमारा संकल्प 2047 तक बनाएंगे विकसित छत्तीसगढ़ !

    CM Shri Sai ने कहा- हमारा संकल्प 2047 तक बनाएंगे विकसित छत्तीसगढ़ !

    CM Shri Sai ने कहा है कि विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए विजन डॉक्यूमेंट सभी की भागीदारी से तैयार किया जा रहा है।

    • राज्य स्थापना दिवस पर छत्तीसगढ़ विजन 2047 जनता को  किया जाएगा समर्पित
    • 01 नवम्बर को राज्य की नई औद्योगिक नीति-2024-29 होगी जारी
    • अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047 तैयार करने युवा, कृषक, महिला एवं प्रबुद्धजनों से किया गया संवा

     

    अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047

    CM Shri Sai ने कहा है कि विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए विजन डॉक्यूमेंट सभी की भागीदारी से तैयार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है इसे पूरा करने के लिए हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे। मुख्यमंत्री आज यहां न्यू सर्किट हाउस में छत्तीसगढ़ विजन 2047 तैयार करने के लिए राज्य नीति आयेाग द्वारा आयोजित मोर सपना मोर विकसित छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में प्रदेश के युवाओं, कृषकों, महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने अपने-अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने की।

    अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047

    अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047

    CM Shri Sai ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। प्रधानमंत्री जी ने अगले पांच साल में भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्देश्य को पूरा करने में छत्तीसगढ़ का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। छत्तीसगढ़ एक समृद्ध राज्य है जहां प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन, वन संपदा और मानव संसाधन हैं। यहां की धरती उर्वरा है, मेहनतकश किसान हैं। यहां के संसाधनों का वैल्यू एडिशन करके हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण कर सकते हैं। इसमें सभी का सहयोग आवश्यक होगा। छत्तीसगढ़ युवा प्रदेश है, हमने नई शिक्षा नीति लागू की गई है, जिसमें वोकेशन ट्रेनिंग पर जोर दिया गया है। CM Shri Sai ने कहा कि हमारी सरकार हर क्षेत्र में सबके सहयोग से रिफॉर्म ला रही है। सरकार काम-काज में भी पारदर्शिता लाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। हमारी सरकार की नीति करप्शन के प्रति जीरो टालरेंस की है। CM Shri Sai ने कहा कि युवाओं, कृषकों, महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण विचार साझा किए।

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    CM Shri Sai ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ का विजन डॉक्यूमेंट और नई उद्योग नीति राज्य स्थापना दिवस 01 नवम्बर 2024 को आम जनता को समर्पित करने का लक्ष्य रखा है।  उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में जैविक कृषि को लेकर बहुत महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। युवाओं ने भी आगामी भविष्य को लेकर अपना बेहतर दृष्टिकोण रखा है। कार्यक्रम में नारी शक्ति बड़ी संख्या में उपस्थित हैं, यहां आने के लिए उनका विशेष धन्यवाद। मुख्यमंत्री ने कहा, मैं स्वयं किसान का बेटा हूं मेरी भी कृषि में बहुत रूचि है मैं जब भी गांव जाता हूं तो अपने खेत में जरूर समय बिताता हूं।

    रायपुर

    कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के युवा, कृषक, महिला और प्रबुद्धजनों के साथ विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ को लेकर परिचर्चा में CM Shri Sai ने ड्रोन दीदी को लेकर आए प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि भिलाई में तकनीकी विश्वविद्यालय में ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का आह्वान किया है, जिसमें ड्रोन दीदी का भी अहम योगदान होगा। CM Shri Sai ने पद्मश्री जागेश्वर यादव की तारीफ़ करते हुए कहा कि जागेश्वर जी पढ़े-लिखे नहीं हैं, उन्हें साइकिल चलाना नहीं आता, हाफ पेंट पहनकर और बिना चप्पल के अपना काम चलाते हैं लेकिन आज इन्होंने कोरवा-बिरहोर समुदाय की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया है, मैं उनका अभिनन्दन करता हूं।

    अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047

    वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम में प्राप्त सुझावों का नीति आयोग द्वारा संकलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन तथा सर्विस सेक्टर में भी असीम संभावनाएं हैं। वर्तमान में कृषि में रसायनिक खाद के उपयोग से कैंसर रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। हमें जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। कृषि में युवाओं की भागीदारी भी बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि प्रोग्रेसिव फॉर्मिंग के लिए किसानों की जमीन को एक साथ करने के लिए विचार करने की जरूरत है। हॉर्टिकल्चर क्रॉप के लिए जमीन की लेबलिंग, फेंसिंग और सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता आदि पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि एग्रो टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में स्किल डेव्हलपमेंट को भी बढ़ाना होगा। मुख्य सचिव एवं उपाध्यक्ष राज्य नीति आयोग श्री अमिताभ जैन और योजना विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047

    संवाद कार्यक्रम में लगभग 200 प्रतिभागी शामिल हुए। कार्यक्रम में काष्ठ शिल्पकार एवं पद्मश्री से सम्मानित अजय मण्डावी एवं पद्मश्री जागेश्वर यादव, कोण्डागांव से आयी महिला कृषक उदेश्वरी, शुभम दीक्षित, सिमरन, अंकित जैन, शताब्दी पाण्डेय, सुधा वर्मा सहित अनेक लोगों ने सुझाव दिया। इस मौके पर CM Shri Sai के सलाहकार श्री धीरेन्द्र तिवारी, राज्य नीति आयोग के सदस्य श्री के. सुब्रमण्यम, सचिव श्री अनूप श्रीवास्तव, CM Shri Sai के सचिव श्री राहुल भगत भी उपस्थित थे।

    source: https://dprcg.gov.in/


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