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  • संसदीय कार्य मंत्री Jogaram Patel ने दुन्दाड़ा में जनसभा को किया संबोधित

    संसदीय कार्य मंत्री Jogaram Patel ने दुन्दाड़ा में जनसभा को किया संबोधित

    Jogaram Patel: ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ से तीव्र औद्योगिक विकास का मार्ग होगा प्रशस्त

    संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री Jogaram Patel ने रविवार को जोधपुर के दुन्दाड़ा में दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित किया। श्री पटेल ने कहा दीपावली का पर्व सम्पूर्ण देश में शांति,सौहार्द एवं प्रेम भाव के साथ मनाया गया। ईश्वर सभी प्रदेशवासियों को सुख–समृद्धि एवं आरोग्य प्रदान करें।

    प्रदेश सरकार विकसित एवं अग्रणी राजस्थान बनाने के लिए कृत संकल्पित

    संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल ने कहा प्रदेश सरकार माननीय मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के संवेदनशील एवं कुशल नेतृत्व में विकसित एवं अग्रणी राजस्थान बनाने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ से प्रदेश में बड़ी मात्रा में निवेश आयेगा। इस समिट से प्रदेश के तीव्र औद्योगिक विकास का मार्ग प्रशस्त होगा और साथ ही निजी क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

    5 वर्ष में चार लाख युवाओं को मिलेगी सरकारी नौकरी

    श्री पटेल ने कहा युवाओं के रोजगार के लिए प्रदेश सरकार ने रोडमैप तैयार कर इस वर्ष एक लाख एवं आगामी 5 वर्षों में चार लाख सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने युवा हितों को ध्यान में रखकर प्रदेश पेपर लीक गिरोह पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से संपादित करने के लिए आवश्यक कार्यवाही भी की जा रही है। उन्होंने कहा मार्च 2025 तक चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ के पदों पर लगभग 52000 कार्मिकों के नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।

    विभिन्न परियोजनाओं के कार्य पूर्ण होने पर पेयजल समस्या का होगा स्थाई समाधान

    संसदीय कार्य मंत्री ने कहा पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा वर्षों से लंबित ‘ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट’ (ईआरसीपी) से  और यमुना जल समझौते का कार्य पूर्ण हो चुका है। शीघ्र ही इन परियोजनाओं का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा जिससे क्रमशः पूर्वी राजस्थान को पेयजल एवं सिंचाई सुविधा और शेखावाटी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित होगी। साथ ही लिफ्ट केनाल के तृतीय फेज का कार्य पूर्ण होने पर जोधपुर,पाली एवं बाड़मेर जिले में पेयजल समस्या का स्थाई समाधान होगा।

    कृषि एवं किसान कल्याण के लिए प्रतिबद्ध प्रदेश सरकार

    श्री पटेल ने कहा प्रदेश सरकार कृषि एवं किसान कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाली 6000 रुपए को राज्य सरकार ने बढ़ाकर 8000 रुपये कर दिया है।
    श्री पटेल ने कहा क्षेत्र के किसानों भाइयों को कृषि आदान–अनुदान की राशि शीघ्र उनके खातों में जमा की जाएगी। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मूंग एवं बाजरा की फसल के बीमा क्लेम के संबंध में जिला स्तरीय समिति में किसानों के पक्ष में फैसला हो चुका है और प्रकरण राज्य स्तरीय समिति के समक्ष लंबित है। राज्य स्तर पर किसानों के हित में निर्णय करवाकर बीमा क्लेम दिलाया जाएगा।

    कार्यक्रम में राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री जसवंत सिंह बिश्नोई, पूर्व राजस्व मंत्री श्री अमराराम चौधरी  सहित जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

    source: http://dipr.rajasthan.gov.in

  • CM Dr. Yadav: अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध

    CM Dr. Yadav: अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध

    CM Dr. Yadav: प्रधानमंत्री श्री मोदी 29 अक्टूबर को प्रदेश के किसानों के खातों में करेंगे सहायता राशि अंतरित

    CM Dr. Yadav ने कहा है कि प्रदेश के अन्नदाताओं की खुशहाली और बेहतरी के लिये नित नये आयाम स्थापित किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अन्नदाताओं के प्रति असीम स्नेह सरकार की योजनाओं में भी निरंतर दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (वर्ष 2024-25 की द्वितीय किश्त अंतरित करेंगे। प्रदेश के 81 लाख से अधिक किसानों को 1624 करोड़ रुपये की सहायता राशि का अंतरण किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के साथ राज्य सरकार भी मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में किसानों को लाभान्वित कर रही है। इन दोनों योजनाओं में किसानों को प्रतिवर्ष 12000 रुपये का लाभ प्रदान किया जा रहा है। अब तक म.प्र. के किसानों के बैंक खातों में 41 हजार 200 करोड़ रुपये की राशि अतिरिक्त दी जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र के लिये वर्ष 2024-25 बजट में 66 हजार 605 करोड़ रुपये का प्रावधान करते हुए कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिये शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर कृषकों को अल्पावधि फसल ऋण दिये जाने की योजना को जारी रखा गया है। इसके लिये 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इससे लगभग 32 लाख से अधिक कृषक लाभान्वित होंगे। वर्ष 2024-25 में 23 हजार करोड़ रुपये के फसल ऋण वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि फसल बीमा योजना के इतिहास में पहली बार प्रदेश में किसानों के लिये ऋण की अदायगी की अंतिम तिथि (28 मार्च) से पहले सरकार ने दावों का भुगतान किया और किसानों को अनावश्यक ब्याज भरने के दण्ड से बचाया। किसानों को समर्थन मूल्य पर उपार्जित गेहूँ पर प्रति क्विंटल 125 रुपये बोनस का भुगतान भी किया गया। रबी विपणन वर्ष 2024-25 में 6 लाख से अधिक किसानों से 48 लाख 35 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया गया।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में राहत देने 24 हजार 420 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया है। अटल कृषि ज्योति योजना अंतर्गत 10 हॉर्स-पॉवर तक के किसानों को ऊर्जा प्रभार में सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना में चालू वित्तीय वर्ष में 11 हजार 65 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में सोयाबीन का केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश में 1400 केंद्र स्थापित किए गए हैं। समर्थन मूल्य पर खरीदी का कार्य ई-उपार्जन पोर्टल से किया जा रहा है। उपार्जित सोयाबीन के लिये किसानों को ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में सोयाबीन उपार्जन के लिए तीन लाख 44 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। प्रदेश में दतिया, भिंड, कटनी, मंडला, बालाघाट, सीधी एवं सिंगरौली 7 जिलों को छोड़कर समस्त जिलों में सोयाबीन का उपार्जन किया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने “रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना” प्रारंभ की है। इस योजना से मिलेट्स उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा। योजना में कोदो-कुटकी के उत्पादन पर किसानों को भुगतान किए गए न्यूनतम क्रय मूल्य के अतिरिक्त सहायता राशि के रूप में खाते में 1000 रुपए प्रति क्विंटल डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत प्रदाय किए जाएंगे।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है। राज्य में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। किसानों को आवश्यक मात्रा में उर्वरक मिल रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 5 रैक यूरिया, 2 रैक डीएपी एवं 2 रैक एनपीके की आ रही है। विगत वर्ष अक्टूबर 2023 में डीएपी + एनपीके 1.89 लाख मीट्रिक टन प्राप्त हुआ था, इस वर्ष माह अक्टूबर में अभी तक लगभग 2.70 लाख मीट्रिक टन प्राप्त हो गया है। प्रदेश में यूरिया 5.20 लाख मीट्रिक टन, डीएपी + एनपीके का लगभग 2.80 लाख मीट्रिक टन स्टॉक उपलब्ध है। प्रदेश के सभी ज़िलों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। माँग अनुसार उर्वरक प्रदाय किया जा रहा है।

    source: http://www.mpinfo.org


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