India vs Australia: केएल. राहुल को सीनियर खिलाड़ियों में से पहले ऑस्ट्रेलिया भेजा गया क्यों?
India vs Australia: रोहित शर्मा को भारत ने खोजना शुरू कर दिया है। न्यूजीलैंड से सीरीज हारने के बाद ऐसे संकेत मिले हैं। 37 वर्षीय रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बुरी तरह फ्लॉप किया। वे छह पारियों में मात्र 11 रन बना पाए। रोहित शर्मा की अवस्था, फिटनेस और उम्र ने बीसीसीआई को ऐसे खिलाड़ी की पहचान करने पर मजबूर कर सकता था जो ओपनिंग और कप्तानी भी कर सकता था।
22 नवंबर से भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज खेली जाएगी। भारतीय टीम की सीरीज में जाने से कुछ दिन पहले दो खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया भेजे गए। केएल राहुल और ध्रुव जुरेल ये खिलाड़ी हैं। इन दोनों खिलाड़ियों को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में चुना गया था। दोनों को फिर भी इंडिया ए टीम में रखा गया, ताकि वे ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे अनऑफीशियल टेस्ट मैच खेल सकें।
ध्रुव जुरेल और केएल राहुल को बाकी टीम से पहले भेजने की वजह माना जा रहा है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया की पिचों को समझना था। लेकिन सिर्फ यही होता तो यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान जैसे युवा लोगों को भी India A में शामिल किया जाता। ऐसा नहीं हुआ, और इसके पीछे स्पष्ट कारण है। क्रिकेट बोर्ड ने केएल राहुल को लेकर कुछ अलग तरह की योजना बनाई है।
केएल राहुल का सपोर्ट ही क्यों
केएल. राहुल को सीनियर खिलाड़ियों में से पहले ऑस्ट्रेलिया भेजा गया क्यों? इसका स्पष्ट कारण है। कोच राहुल द्रविड़ के जमाने से राहुल को टीम मैनेजमेंट ने बैक किया है। टीम में उन्हें बनाए रखने के लिए उन्हें विकेटकीपर बैटर के रूप में खिलाया गया। सरफराज की 150 रन की पारी के बाद राहुल पांचवें-छठे नंबर पर है। जबकि राहुल एक खिलाड़ी हैं जो बोर्ड कप्तान की दौड़ में है। विशिष्ट रूप से वनडे और टेस्ट मैचों में।
अगर रोहित कप्तानी छोड़ दें या उन्होंने इस्तीफा देना चाहिए
यदि बोर्ड रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया सीरीज में विफल रहने पर टेस्ट फॉर्मेट छोड़ने या उन्हें हटाने का निर्णय लेता है, तो उसके पास कप्तानी का कोई विकल्प नहीं है। कप्तानी के लिए जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन, ऋषभ पंत और शुभमन गिल के नाम दावेदार हैं। लेकिन अश्विन और बुमराह के हर मैच में खेलना कठिन है। पंत अपनी चोट से ठीक हो गए हैं, इसलिए बोर्ड उन्हें जल्द ही महत्वपूर्ण पद देने से बचना चाहेगा। साथ ही, गिल को कप्तानी देना शायद बहुत जल्दबाजी होगी। यही कारण है कि टीम मैनेजमेंट केएल राहुल का समर्थन कर रहा है। यदि वे ओपनर टीम में अपनी जगह बना सकते हैं, तो वे भी कप्तानी का दावेदार होंगे।