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चिकित्सा मंत्री Gajendra Singh Khinvsar: मौसमी बीमारियों की रोकथाम में नहीं हो कोई लापरवाही
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री Gajendra Singh Khinvsar ने कहा कि विगत दिनों में मौसमी बीमारियों के प्रसार को देखते हुए चिकित्सा विभाग के सभी अधिकारी एवं कार्मिक पूरी मुस्तैदी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी कार्मिक जीवन रक्षा के उद्देश्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अपनी जिम्मेदारी निभाएं। मौसमी बीमारियों की रोकथाम में किसी स्तर पर लापरवाही नहीं हो।श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में प्रदेश में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी पूरी सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करें। मौसमी बीमारियों से ग्रसित रोगियों को तत्काल प्रभाव से जांच एवं उपचार उपलब्ध करवाया जाए। किसी चिकित्सा संस्थान में मानव संसाधन की कमी है तो तुरंत प्रभाव से स्वास्थ्यकर्मी नियोजित करें या वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करें।चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य स्तर से अधिकारी सभी जिलों पर नजर बनाए रखें और मौसमी बीमारियों की स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग करें। जिन जिलों में केस ज्यादा आ रहे हैं, वहां टीमें एवं संसाधन बढ़ाकर स्थिति को नियंत्रित करें। जांच किट एवं दवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। रोगियों को उपचार लेने में किसी तरह की कठिनाई नहीं हो। अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक आवश्यक रूप से उपस्थित रहें।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि वर्ष 2021 में डेंगू के 20 हजार से अधिक केस सामने आए थे। विगत वर्ष भी 13 अक्टूबर तक 8079 केस डेंगू के सामने आए, जबकि इस वर्ष 7 हजार 226 केस सामने आए हैं और भारत सरकार के प्रोटोकॉल (एलाइजा टेस्ट) के अनुसार डेंगू के कारण 2 मौतें हुई हैं। उन्होंने बताया कि विभाग कुशल प्रबंधन और लगातार मॉनिटरिंग कर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है।बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री अम्बरीष कुमार, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, अतिरिक्त निदेशक राजपत्रित डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. प्रवीण असवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
प्रमुख शासन सचिव Smt. Gayatri Rathod ने किया एसएमएस अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण
Smt. Gayatri Rathod: मरीजों को बेहतरीन इलाज और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दिए निर्देश
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव Smt. Gayatri Rathod ने शनिवार को सवाई मानसिंह अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है, यहां रोगियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हरसम्भव प्रयास सुनिश्चित किए जाएं। राज्य सरकार के स्तर से जिन समस्याओं का निराकरण होना है, उन्हें तत्काल संज्ञान में लाएं, लेकिन मरीजों को किसी तरह की तकलीफ नहीं हो।श्रीमती राठौड़ प्रात: करीब 11.45 बजे अचानक सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंची। उन्होंने वहां सबसे पहले सामान्य वार्ड का निरीक्षण कर मरीजों से उपचार एवं अन्य सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया। साथ ही, ड्यूटी पर उपस्थित चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों से रोगियों की संख्या, दवा उपलब्धता, उपचार प्रक्रिया सहित अन्य जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि रोगियों को उपचार उपलब्ध करवाने में किसी तरह का विलम्ब नहीं हो। साथ ही, अस्पताल में पेशेंट फ्रेण्डली माहौल रहे।भीड़ प्रबंधन के लिए अपनाएं नवाचार—
प्रमुख शासन सचिव ने इसके बाद ओपीडी का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां निरीक्षण के दौरान भीड़ को प्रबंधित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तकनीकी नवाचारों का उपयोग करते हुए रोगियों को कतारों में खड़े रहने से मुक्ति दिलाएं। इसके लिए इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम 2.0 के माड्यूल्स जल्द से जल्द लागू करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि ओपीडी में रोगियों के बैठने एवं पीने के पानी सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं बेहतर की जाएं। नि:शुल्क दवा वितरण केंद्रों पर आवश्यक दवा सूची से संबंधित सभी दवाएं उपलब्ध हों। मरीजों को इधर—उधर भटकना नहीं पड़े।आपातकालीन इकाई का होगा विस्तार, सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश
श्रीमती राठौड़ ने आपातकालीन इकाई का दौरा कर वहां व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल की आवश्यकता के अनुसार आपातकालीन इकाई का विस्तार किया जाए। उन्होंने इसके लिए आवश्यक प्रक्रियाएं शीघ्र पूरी कर काम शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था की भी जानकारी ली और इसे सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल में स्थापित अभय कमाण्ड सेंटर का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि अस्पताल परिसर में संवेदशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे आवश्यक रूप से लगाए जाएं। साथ ही, सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होंने महिला गार्ड भी नियोजित करने तथा बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिए जाने के निर्देश दिए।स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए बनाएं अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन प्लान
प्रमुख शासन सचिव ने अस्पताल परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी लेते हुए इन कार्यों को निर्धारित समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही, कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने पर बल दिया। श्रीमती राठौड़ ने निर्माणाधीन नवीन कार्डियोलॉजी विंग का कार्य जल्द पूरा कर इसे दिसम्बर माह तक क्रियाशील करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के उन्नयन के लिए अल्पकालीन और दीर्घकालीन प्लान बनाया जाए। राज्य सरकार से जिन प्रस्तावों पर स्वीकृति प्राप्त की जानी है, उन्हें शीघ्र भिजवाएं।निरीक्षण के दौरान सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी, अतिरिक्त प्रधानाचार्य डॉ. राकेश जैन, उप अधीक्षक डॉ. गिरधर गोयल, डॉ. प्रदीप शर्मा, डॉ. जगदीश मोदी, अतिरिक्त निदेशक एकेडमिक, चिकित्सा शिक्षा डॉ. रश्मि गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।source: http://dipr.rajasthan.gov.in -
Shri Gajendra Singh Khinvsar: चिकित्सा विभाग में मिशन मोड में भर्तियां— महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 3671 पदों के लिए अंतिम वरीयता सूची जारी
Shri Gajendra Singh Khinvsar
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री Shri Gajendra Singh Khinvsar की पहल पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में भर्तियों के काम को मिशन मोड में अंजाम दिया जा रहा है। इसी कड़ी में चिकित्सा मंत्री की मंजूरी के बाद बुधवार को महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 3671 पदों पर अंतिम वरीयता सूची जारी की गई। इन महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का जल्द पदस्थापन होने से गांव-ढाणी तक स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर प्रदेश में भर्तियों का काम प्रतिबद्धता के साथ पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग में अधिकारियों एवं समस्त टीम के प्रयासों से मिशन मोड में भर्तियों की प्रक्रिया को गति मिली है। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिवारजन को भी बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (शीफू) के माध्यम से 20 हजार से अधिक विभिन्न पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसी क्रम में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के 4847 पदों में से 3671 पदों के लिए अंतिम वरीयता सूची को चिकित्सा मंत्री ने मंजूरी दी है। उन्होंने बताया कि इस भर्ती को पूरा करने के लिए शीफू द्वारा अंतरिम वरीयता सूची पर प्राप्त परिवेदनाओं का निस्तारण किया गया एवं अन्य राज्यों से व्यावसायिक योग्यता अर्जित करने वाले चयनित अभ्यर्थियों की अंकतालिकाओं का विभिन्न राज्यों में टीमें भेजकर सत्यापन करवाया गया। इसी प्रकार अभ्यर्थियों के अनुभव प्रमाण पत्रों का पुनर्सत्यापन, आर.एन.सी. पंजीयन का प्रमाणन आदि प्रक्रियाओं को अपनाते हुए 3671 पदों हेतु यह अंतिम वरीयता सूची जारी की गई।
शेष रहे 1176 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों, जिनका परिणाम अनुभव सत्यापन, अंकतालिकाओं के सत्यापन, खेल प्रमाण पत्रों के सत्यापन, मेडिकल बोर्ड से दिव्यांगजन प्रमाण पत्रों के सत्यापन का कार्य प्रक्रियाधीन होने के कारण रोका गया है। सत्यापन के बाद शीघ्र ही इन पदों का परिणाम भी जारी कर दिया जायेगा।