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  • PM Modi ने करगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की और लद्दाख में श्रद्धांजलि समारोह में भाग लिया

    PM Modi ने करगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की और लद्दाख में श्रद्धांजलि समारोह में भाग लिया

    PM Modi ने करगिल विजय दिवस पर अर्पित की श्रद्धांजलि:

    • सामरिक शिंकुन ला सुरंग परियोजना के पहले विस्फोट के गवाह बने
    • “करगिल विजय दिवस हमें याद दिलाता है कि देश के लिए दिया गया बलिदान अमर होता है”
    • “कारगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि सत्य, संयम और शक्ति का अविश्वसनीय उदाहरण भी प्रस्तुत किया”
    • “आज जम्मू-कश्मीर नए भविष्य, बड़े सपनों की बात कर रहा है”
    • “शिंकुन ला सुरंग लद्दाख के विकास और बेहतर भविष्य के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी”
    • “पिछले 5 वर्षों में लद्दाख का बजट 1100 करोड़ से बढ़कर 6000 करोड़ हो गया है”
    • “अग्निपथ योजना का उद्देश्य सेनाओं को युवा और युद्ध के लिए हमेशा तैयार रखना है”
    • “सच तो यह है कि अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश को योग्य युवा भी मिलेंगे”
    • “करगिल की जीत किसी सरकार या किसी पार्टी की जीत नहीं थी, यह जीत देश की है”

    PM Modi ने आज 25वें करगिल विजय दिवस के अवसर पर लद्दाख में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह श्रद्धांजली समारोह में भी शामिल हुए। PM Modi ने गौरव गाथा: एनसीओ द्वारा करगिल युद्ध पर ब्रीफिंग सुनी और अमर संस्मरण: हट ऑफ रिमेंबरेंस का दौरा किया। उन्होंने वीरभूमि का भी दौरा किया।

    PM Modi ने आज वर्चुअल तरीके से लद्दाख में शिंकुन ला टनल प्रोजेक्ट का पहला विस्फोट भी देखा।लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए शिंकुन ला सुरंग परियोजना में निमू – पदुम – दारचा रोड पर लगभग 15,800 फीट की ऊंचाई पर 4.1 किमी लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग का निर्माण किया जाना है।

    श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लद्दाख की गौरवशाली भूमि करगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ की साक्षी है। पीएम मोदी ने कहा, “करगिल विजय दिवस हमें याद दिलाता है कि देश के लिए दिया गया बलिदान अमर होता है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भले ही महीने, साल, दशक और सदियां बीत जाएं, देश की सीमाओं की रक्षा के लिए दिए गए बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। पीएम मोदी ने कहा, “देश हमारे सशस्त्र बलों के शक्तिशाली महानायकों का सदैव ऋणी और अत्यंत आभारी है।”

    PM Modi ने करगिल युद्ध के दिनों को याद करते हुए कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उस समय सैनिकों के बीच थे। उन्होंने कहा कि उन्हें अब भी याद है कि कैसे हमारे सैनिकों ने इतनी ऊंचाई पर एक कठिन ऑपरेशन को अंजाम दिया था। श्री मोदी ने कहा, “मैं देश के उन वीर सपूतों को सलाम करता हूं जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।”

    PM Modi ने कहा, “करगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि हमने ‘सच्चाई, संयम और ताकत’ का एक अविश्वसनीय उदाहरण भी पेश किया।” प्रधानमंत्री ने उस समय पाकिस्तान के धोखे पर प्रकाश डाला जब भारत शांति बनाए रखने के लिए सभी प्रयास कर रहा था। उन्होंने कहा कि सच्चाई से झूठ और आतंक को घुटनों पर ला दिया गया।

    आतंकवाद की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को अतीत में हमेशा हार का सामना करना पड़ा है। PM Modi ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने अपने अतीत से कुछ नहीं सीखा है और प्रासंगिक बने रहने के लिए आतंकवाद और छद्म युद्ध की आड़ में युद्ध जारी रखा है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि आतंकवादियों के नापाक इरादे कभी पूरे नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि हमारे बहादुर जवान सभी आतंकी प्रयासों को रौंद देंगे।

    PM Modi ने दोहराया कि भारत विकास के रास्ते में आने वाली सभी चुनौतियों पर काबू पा लेगा, चाहे वह लद्दाख हो या जम्मू-कश्मीर। उन्होंने याद दिलाया कि अब से कुछ ही दिनों में 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटने के 5 साल पूरे हो जाएंगे और आज का जम्मू कश्मीर सपनों से भरे एक नए भविष्य की बात कर रहा है। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में प्रगति का उदाहरण दिया और वहां जी20 बैठकें आयोजित करने, बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यटन पर सरकार का ध्यान केंद्रित करने, सिनेमा हॉल खोलने और साढ़े तीन दशकों के बाद ताजिया जुलूस शुरू करने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पृथ्वी का यह स्वर्ग तेजी से शांति और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

    PM Modi ने लद्दाख में हो रहे विकास को रेखांकित करते हुए कहा कि शिंकुन ला टनल के माध्यम से जम्मू-कश्मीर पूरे साल, हर मौसम में पूरे देश से जुड़ा रहेगा। उन्होंने कहा, “यह सुरंग लद्दाख के विकास और बेहतर भविष्य के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी।”

    PM Modi ने लद्दाख के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि यह सुरंग उनके जीवन को और आसान बनाएगी क्योंकि क्षेत्र में खराब मौसम के कारण उनके सामने आने वाली कई कठिनाइयां कम हो जाएंगी।

    PM Modi ने लद्दाख के लोगों के प्रति सरकार की प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला और कोविड-19 महामारी के दौरान ईरान से करगिल क्षेत्र के नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए व्यक्तिगत रूप से किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने उन दिनों जैसलमेर में स्थापित किए गए क्वारंटाइन क्षेत्र को याद किया जहां लद्दाख भेजे जाने से पहले ईरान से लाए गए करगिल के लोगों की जांच की जाती थी। लद्दाख के लोगों के जीवन में आसानी को बढ़ावा देने और अधिक सेवाएं प्रदान करने के सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए,

    PM Modi ने पिछले 5 वर्षों में बजट को 1100 करोड़ रुपये से लगभग छह गुना बढ़ाकर 6000 करोड़ रुपये करने का उल्लेख किया। पीएम मोदी ने पहली बार समग्र योजना को लागू करने पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चाहे सड़क हो, बिजली हो, पानी हो, शिक्षा हो, बिजली आपूर्ति हो, या रोजगार हो, लद्दाख की हर दिशा बदल रही है।” उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत लद्दाख के 90 प्रतिशत से अधिक घरों में पीने के पानी की आपूर्ति, लद्दाख के युवाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के लिए आगामी सिंधु केंद्रीय विश्वविद्यालय, पूरे लद्दाख क्षेत्र में 4जी नेटवर्क स्थापित करने के लिए काम और एनएच 1 पर हर मौसम में कनेक्टिविटी के लिए 13 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग पर चल रहे काम का उदाहरण दिया।

    PM Modi ने सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने न्यू इंडिया की क्षमताओं और दिशा को प्रदर्शित करते हुए सेला सुरंग सहित 330 से अधिक परियोजनाएं पूरी की हैं।

    PM Modi ने सैन्य प्रौद्योगिकियों को उन्नत करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि बदलते वैश्विक माहौल में, हमारे रक्षा बल को आधुनिक कार्यशैली और व्यवस्थाओं के साथ-साथ नवीनतम हथियारों और उपकरणों की भी आवश्यकता है। श्री मोदी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र को पहले भी अपग्रेड करने की जरूरत महसूस हुई थी, लेकिन दुर्भाग्य से इस मुद्दे को ज्यादा महत्व नहीं दिया गया।

    PM Modi ने कहा, “हालांकि, पिछले 10 वर्षों में रक्षा सुधारों को प्राथमिकता दी गई है, जिससे हमारी सेनाएं अधिक सक्षम औरआत्मनिर्भर बनी हैं।”  श्री मदी ने आगे कहा कि आज रक्षा खरीद में एक बड़ी हिस्सेदारी भारतीय रक्षा उद्योग को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि रक्षा और अनुसंधान विकास बजट में निजी क्षेत्र के लिए 25 प्रतिशत आरक्षित किया गया है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, भारत का रक्षा उत्पादन 1.5 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। PM Modi ने आगे बताया कि आज भारत अपनी पिछली छवि के विपरीत एक हथियार निर्यातक के रूप में भी अपनी पहचान बना रहा है, जबकि पहले भारत को एक हथियार आयातक देश के रूप में गिना जाता था। श्री मोदी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी सेना ने अब 5000 से अधिक हथियारों और सैन्य उपकरणों का आयात बंद करने का फैसला लिया है।

    PM Modi ने रक्षा क्षेत्र में सुधारों के लिए रक्षा बलों की सराहना करते हुए महत्वपूर्ण सुधारों में से एक के रूप में अग्निपथ योजना पर विस्तार से चर्चा की। भारतीय सेना की औसत आयु वैश्विक औसत से ऊपर होने की लंबे समय से लंबित चिंता का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि अतीत में इस गंभीर चिंता से निपटने के लिए कोई इच्छाशक्ति नहीं थी जिसे अब अग्निपथ योजना के माध्यम से दूर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधानमंत्री ने इस संवेदनशील विषय के घोर राजनीतिकरण पर अफसोस जताते हुए कहा, “अग्निपथ का उद्देश्य सेनाओं को युवा और युद्ध के लिए हमेशा तैयार रखना है।” उन्होंने वायु सेना बेड़े के आधुनिकीकरण के लिए पिछले घोटालों और अतीत की अनिच्छा की आलोचना की। सच तो यह है कि अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश को योग्य युवा भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र और अर्धसैनिक बलों में भी अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा की गई है।”

    अग्निपथ योजना के पीछे पेंशन का बोझ बचाने की मंशा को मुख्य कारण बताए जाने वाले दुष्प्रचार को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भर्ती होने वाले सैनिकों की पेंशन का बोझ 30 साल बाद आएगा, इसलिए इस योजना के पीछे का कारण यह नहीं हो सकता। PM Modi कहा, “हमने सशस्त्र बलों के लिए गए इस फैसले का सम्मान किया है क्योंकि हमारे लिए देश की सुरक्षा राजनीति से ज्यादा महत्वपूर्ण है।”

    PM Modi ने कहा कि आज देश के युवाओं को गुमराह करने वालों को अतीत में सशस्त्र बलों के प्रति कोई सम्मान नहीं था। वन रैंक वन पेंशन पर पिछली सरकारों के झूठे वादों को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने इस योजना को लागू किया जहां पूर्व सैनिकों को 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक दिए गए। उन्होंने पिछली सरकारों की उपेक्षा की ओर इशारा करते हुए कहा, ”ये वही लोग हैं जिन्होंने आजादी के 7 दशक बाद भी शहीदों के लिए युद्ध स्मारक नहीं बनाया, सीमा पर तैनात हमारे सैनिकों को पर्याप्त बुलेटप्रूफ जैकेट उपलब्ध नहीं कराई और कारगिल विजय दिवस की अनदेखी की।”

    करगिल विजय दिवस पर अपने संबोधन का समापन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”करगिल की जीत किसी सरकार या किसी पार्टी की जीत नहीं थी। ये जीत देश की है, ये जीत हमारी विरासत है। यह देश के गौरव और स्वाभिमान का त्योहार है।” उन्होंने पूरे देश की ओर से वीर जवानों को सलाम किया और करगिल विजय के 25 साल पूरे होने पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।

    इस अवसर पर लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (डॉ.) बी डी शर्मा, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सशस्त्र बलों के सेना प्रमुख उपस्थित थे।

    पृष्ठभूमि

    शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किमी लंबी ट्विन ट्यूब सुरंग शामिल है, जिसका निर्माण लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए निमू – पदुम – दारचा रोड पर लगभग 15,800 फीट की ऊंचाई पर किया जाएगा। काम पूरा होने पर यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज और कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।

    source: https://pib.gov.in

  • CM Pushkar Singh Dhami ने कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

    CM Pushkar Singh Dhami ने कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

    CM Pushkar Singh Dhami (मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी) News:

    CM Pushkar Singh Dhami News: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर CM Pushkar Singh Dhami ने 04 घोषणाएं की। राज्य में शहीद सैनिकों को मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि 10 लाख रूपये से बढ़ाकर 50 लाख रूपये की जायेगी। शहीद सैनिक के परिवारजनों को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने की अवधि को 02 साल से बढ़ाकर 05 साल किया जायेगा। शहीदों के आश्रितों को अब जिलाधिकारी कार्यालयों में समूह ‘ग’ और समूह ‘घ’ के अलावा अन्य विभागों में भी समूह ‘ग’ और समूह ‘घ’ के पदों पर भी नियुक्ति प्रदान की जायेगी। सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों की भांति अवकाश प्रदान किये जायेंगे।
    CM Pushkar Singh Dhami ने कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। CM Pushkar Singh Dhami ने कारगिल शहीदों के परिवार जनों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, विधायक श्रीमती सविता कपूर, श्री बृज भूषण गैरोला और निवर्तमान मेयर श्री सुनील उनियाल गामा ने भी शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने 04 घोषणाएं की। उन्होंने घोषणा की कि राज्य में शहीद सैनिकों को मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि 10 लाख रूपये से बढ़ाकर 50 लाख रूपये की जायेगी। शहीद सैनिक के परिवारजनों को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने की अवधि को 02 साल से बढ़ाकर 05 साल किया जायेगा। शहीदों के आश्रितों को अब जिलाधिकारी कार्यालयों में समूह ‘ग’ और समूह ‘घ’ के अलावा अन्य विभागों में भी समूह ‘ग’ और समूह ‘घ’ के पदों पर नियुक्ति प्रदान की जायेगी। सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों की भांति अवकाश प्रदान किये जायेंगे।
    CM Pushkar Singh Dhami ने कहा कि कारगिल युद्ध में माँ भारती की रक्षा के लिये हमारे वीर जवानों ने पराक्रम और अदम्य साहस का परिचय दिया। भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में जिस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना। कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा। CM Pushkar Singh Dhami ने कहा कि कारगिल की यह विजय गाथा भी उत्तराखंड के वीरों के बिना अधूरी है और अपने 75 सपूतों का बलिदान ये वीर भूमि कभी नहीं भुलाएगी। जिस सांस्कृतिक परिवेश और विचारों ने हम सभी को पोषित किया है, उस संस्कृति में मान्यता है कि देशभक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है।
    CM Pushkar Singh Dhami ने कहा कि सैनिक पुत्र होने के नाते उन्होंने बचपन से ही एक सैनिक और उसके परिवार के संघर्ष को देखा है। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे। हमने युद्ध भी जीता और वैश्विक स्तर पर कूटनीति में भी जीते। अटल जी ने शहीदों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गाँव में राजकीय सम्मान के साथ करने की व्यवस्था की। CM Pushkar Singh Dhami ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों से सेना न केवल पहले से और अधिक सक्षम और सशक्त हो रही है बल्कि उसकी यश और कीर्ति भी बढ़ रही है। हमारी सरकार जहां एक तरफ सेना के आधुनिकीकरण पर बल दे रही है, वहीं सैनिकों और उनके परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं को भी बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री जी निरंतर सैनिकों के साहस और मनोबल को बढ़ा रहे हैं और यही कारण है कि सेना आज गोली का जवाब गोले से दे रही है। आज भी प्रधानमंत्री ने कारगिल वॉर मेमोरियल, लद्दाख में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
    CM Pushkar Singh Dhami ने कहा कि राज्य में अग्निवीरों को सरकारी सेवाओं में आरक्षण का प्राविधान किया जायेगा, इसके लिए एक्ट लाया जायेगा। सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा किC M Pushkar Singh Dhami के नेतृत्व में राज्य सरकार पूर्व सैनिकों, शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता अनुसार सरकार द्वारा सेवायोजित किया जा रहा है। अभी तक 26 आश्रितों को सेवायोजित किया जा चुका है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राज्य के वीरता पदक से अलंकृत सैनिकों को दी जाने वाली एकमुश्त धनराशि में वृद्धि की गई है। देहरादून के गुनियालगाँव में प्रदेश के शहीदों की स्मृति में अत्याधुनिक एवं समस्त सुविधाओं युक्त ’शौर्य स्थल (सैन्य धाम) का निर्माण किया जा रहा है जिसमे प्रदेश के समस्त शहीदों के नाम अंकित किये जायेंगें। उन्होंने कहा कि हर्बटपुर में सैनिक कल्याण का दूसरा कार्यालय खोला जा रहा है।
    कार्यक्रम में सचिव सैनिक कल्याण श्री दीपेंद्र चैधरी, मेजर जनरल सम्मी सबरवाल (से.नि), लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनि कुमार (से.नि), मेजर जनरल के.एस राणा (से.नि), ब्रिगेडियर कीर्ति बहल (से.नि), ब्रिगेडियर हरीश सेट्ठी (से.नि), निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल (से.नि), एमडी उपनल ब्रिगेडियर जे.एस. बिष्ट (से.नि), जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, एसएसपी देहरादून श्री अजय सिंह एवं अन्य सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और शहीदों के परिवार जन उपस्थित थे।
  • CM Bhajan Lal Sharma ने वीर शहीदों को कारगिल विजय दिवस रजत जयन्ती पर अर्पित की श्रद्धांजलि;

    CM Bhajan Lal Sharma ने वीर शहीदों को कारगिल विजय दिवस रजत जयन्ती पर अर्पित की श्रद्धांजलि;

    CM Bhajan Lal Sharma (मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा) News:

    CM Bhajan Lal Sharma ने शुक्रवार को अमर जवान ज्योति शहीद स्मारक पर आयोजित कारगिल विजय दिवस रजत जयन्ती समारोह में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले जांबाज सैनिकों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

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    इस अवसर पर CM Bhajan Lal Sharma ने कहा कि विषम परिस्थितियों मे सीमा पर मुस्तैदी के साथ मोर्चा सम्भालने वाले हमारे शूरवीरों की बहादुरी और अदम्य साहस अतुलनीय है। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले ऐसे वीरों को मैं नमन करता हूं। CM Bhajan Lal Sharma ने कहा कि कारगिल के युद्ध में शहीद होने वाले राजस्थान के वीर सपूतों की वीरांगनाओं को भी मैं प्रणाम करता हूं जिन्होंने देश के लिए समर्पण की भावना दिखाते हुए सर्वोच्च त्याग की मिसाल पेश की।
    CM Bhajan Lal Sharma ने इस दौरान शहीदों की वीरांगनाओं का शॉल ओढ़ाकर एवं श्रीफल देकर सम्मान किया। इस अवसर पर कारगिल युद्व में साहस का परिचय देने वाले वीर सैनिकों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी, सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष श्री प्रेम सिंह बाजौर, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री आनन्द कुमार, जनरल ऑफिसर कमांडिंग 61 सबएरिया मेजर जनरल आर एस गोदारा सहित भारतीय सेना के उच्चाधिकारी, सैनिक, शहीदों के परिजन एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहेे।
  • CM Vishnu Deo Sai को कारगिल विजय दिवस समारोह में शामिल होने का मिला निमंत्रण

    CM Vishnu Deo Sai को कारगिल विजय दिवस समारोह में शामिल होने का मिला निमंत्रण

    CM Vishnu Deo Sai को मिला निमंत्रण कारगिल विजय दिवस समारोह में शामिल होने का:

    CM Vishnu Deo Sai से आज अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद छत्तीसगढ़ के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने CM Vishnu Deo Sai को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए परिषद को धन्यवाद देते हुए उनके इस पहल की सराहना की। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा भी मौजूद थे।

    परिषद के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को बताया कि कारगिल विजय दिवस के अवसर पर परिषद द्वारा मातृभूमि के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले शहीद जवानों का पुण्य स्मरण कर श्रद्धांजलि दी जाती है। साथ ही शहीद जवानों के परिजनों को सम्मानित किया जाता है।

    परिषद की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने CM Vishnu Deo Sai को बताया कि प्रदेश के 16 जिलों में युवाओं को मानवीय संस्कार और राष्ट्र सेवा के लिए सेना ने शामिल होने का प्रशिक्षण उनके द्वारा दिया जा रहा है। इस अवसर पर पूर्व कारगिल सैनिक सर्व श्री खेमचन्द निषाद, दीनालाल साहू, रोहित कुमार, रूपेन्द्र साहू और विजय कुमार डागा उपस्थित थे ।

     

    source: https://dprcg.gov.in/


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