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  • CM Dr. Yadav: नि:स्वार्थ सेवा भाव है सनातन संस्कृति का मूल-मंत्र

    CM Dr. Yadav: नि:स्वार्थ सेवा भाव है सनातन संस्कृति का मूल-मंत्र

    CM Dr. Yadav ने नई दिल्ली में की संत ईश्वर सम्मान 2024 समारोह में सहभागिता

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नि-स्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने का मौका मिलना परमात्मा की कृपा है। मृत्यु-लोक में अपने प्रारब्ध के बल पर 84 लाख योनियों में से मानव शरीर का मिलना भी परमात्मा की कृपा है। जन्म और मृत्यु के बीच काल-खंड में अपने श्रेष्ठ कर्मों से प्रारब्ध को सत्कर्मों में बदलने, विशेषकर समाज सेवा का अवसर परमात्मा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि संत ईश्वर सम्मान जैसा मंच समाज सेवा की इस अनुपम भावना को मान्यता प्रदान करता है। संत ईश्वर फाउंडेशन और राष्ट्रीय सेवा भारती द्वारा सुदूर क्षेत्रों से आए सनातन संस्कृति के विभिन्न समाजसेवियों को सम्मानित कर समाज सेवा की परंपरा को बढ़ाने का काम सराहनीय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को दिल्ली के भारत मंडपम् में आयोजित संत ईश्वर सम्मान समारोह 2024 में शामिल हुए।

    CM Dr. Yadav ने कहा कि सनातन संस्कृति विश्व में अद्वितीय है, जो हमारे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में अग्नि-वस्त्रधारी संतों का योगदान सर्वाधिक है, जो प्राणियों को सूर्य की भूमिका में ऊर्जा और मार्गदर्शन देते हैं। संत और सनातन परंपरा जीवन की कठिनाइयों और चुनौतियों से सामना करने की राह दिखाती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संतश्री 33 करोड़ देवताओं का प्रतिनिधित्व कर ‘यद् पिण्डे-तद् ब्रह्मांडे’ के वैदिक वाक्य को चरितार्थ कर रहे है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ‘संत ईश्वर फाउंडेशन’ ने पिछले 22 वर्षों में जो उत्कृष्ट कार्य किये हैं, वे समाज सेवा का सच्चा उदाहरण है। फाउंडेशन ने ऐसे क्षेत्रों में सेवा का दीपक जलाने का बीड़ा उठाया है, जहाँ संसाधनों का अभाव है और शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं तक पहुँच सीमित है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, सामाजिक और आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण साधन है। फाउंडेशन ग्रामीण औद दुर्गम क्षेत्रों शिक्षा का अलख जगाने का कार्य कर रहा है, जो आर्थिक और सामाजिक कठिनाइयों के कारण शिक्षा से वंचित हैं। समाज में एकता, समरसता और शिक्षा के प्रसार के लिये फाउंडेशन के कार्य प्रशंसनीय हैं।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में श्रीराम कथा से सनातन की अलख जगाने वाले व अपनी कविताओं से युवाओं के मन में राष्ट्र सेवा का जागरण करने वाले कवि श्री कुमार विश्वास को संत ईश्वर विशेष सम्मान प्रदान किया गया। शाजापुर जिले के काला पीपल निवासी श्री जयराम पाटीदार को वर्ष 2002 से श्रीकृष्ण बलराम गौशाला के माध्यम से गौवंश की सेवा, पंचगव्य उत्पादों के निर्माण, प्राकृतिक खेती और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के संत ईश्वर सम्मान से पुरस्कृत किया गया।

    कार्यक्रम में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू, स्वामी ज्ञानानंद महाराज सहित राष्ट्रीय सेवा भारती और संत ईश्वर फाउंडेशन के पदाधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav: स्वच्छता दिवस कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी रही आकर्षण का केन्द्र

    CM Dr. Yadav: स्वच्छता दिवस कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी रही आकर्षण का केन्द्र

    CM Dr. Yadav

    भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हुए स्वच्छता कार्यक्रम में लगाई गई प्रदर्शनी, स्वच्छता उपकरण और ट्रिपल-आर ऑन व्हील आकर्षण का केन्द्र रहे। स्वच्छता दिवस का कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने नगर निगम भोपाल के सफाई कार्य में लगे उपकरण, ट्रिपल-आर ऑन व्हील और अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर बनाई गई सामग्री का अवलोकन किया।

  • CM Dr. Yadav: भारतीय व्यापार विश्व पटल पर स्थापित कर रहा अपनी अनूठी पहचान

    CM Dr. Yadav: भारतीय व्यापार विश्व पटल पर स्थापित कर रहा अपनी अनूठी पहचान

    CM Dr. Yadav इंदौर में बृज-मैत्री बिजनेस एक्सपो-2024 में हुए शामिल

    भारत की उद्यमशीलता का ऐतिहासिक महत्व

    CM Dr. Yadav द्वारा इंदौर में बृज मैत्री बिजनेस एक्सपो-2024 का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया। बृज-मैत्री बिजनेस एक्सपो 2024 बिजनेस नेटवर्किंग इवेंट का आयोजन 28-29 सितंबर 2024 को अभय प्रशाल इंदौर में आयोजित किया जा रहा हैं।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि बृज-मैत्री बिजनेस एक्सपो-2024 बिजनेस नेटवर्किंग इवेंट अपने आप में नवाचार के नैसर्गिक गुण को बढ़ाने और समाज के अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक अच्छा प्रयास हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज की सभी गतिविधियों के संचालन में व्यापारी वर्ग का महत्वपूर्ण योगदान हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिये उनकी  दूरदृष्टि और  स्टार्ट-अप इंडिया जैसे प्रोग्राम से भारत की अर्थव्यवस्था अपने नए आयाम को छू रही है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत की उद्यमशीलता का ऐतिहासिक महत्व है। इतिहास में भी भारत के उद्यमी वर्ग और व्यापारी वर्ग के कारण ही भारत का व्यापार फला-फूला था और विश्व में सोने की चिड़िया कहलाता था। यह हमारे संस्कार ही है, जो उद्यमशीलता को बनाए हुए है। व्यापारी वर्ग की सफलता के लिए जो लचीलापन आवश्यक है वह हमारे संस्कारों में सम्मिलित होने से भारतीय व्यापार विश्व पटल में एक अलग अनूठी पहचान स्थापित करता हैं। मुख्यमंत्री ने अखिल भारतीय जैन श्वेतांबर सोशल ग्रुप फेडरेशन को बधाई देते हुए कहा कि निश्चित ही यह एक्सपो व्यापारी वर्ग के उत्थान में अपनी भागीदारी निभाएगा।

    अखिल भारतीय जैन श्वेतांबर सोशल ग्रुप फेडरेशन के प्रेसीडेंट श्री जिनेश्वर जैन ने कहा कि बृज-मैत्री बिजनेस एक्सपो का उद्देश्य स्टार्ट-अप से लेकर स्थापित निगमों तक सभी आकार के व्यवसायों के बीच सार्थक संबंधों को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम में 76 से अधिक प्रदर्शक और 140 समूह शामिल होंगे जो बी-टू-बी और बी-टू-सी इंटरैक्शन और स्टार्ट-अप के लिए नई व्यावसायिक संभावनाओं को उजागर करने के लिए एक अनूठा स्थान प्रदान करेंगे।

    राष्ट्रीय मार्गदर्शक फेडरेशन श्री दीपक जैन (टीनू) द्वारा  बताया गया कि नवाचार और विकास पर मजबूत फोकस के साथ एक्सपो में स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव में उद्योग के विशेषज्ञों और जन-प्रतिनिधियों के नेतृत्व में व्यावहारिक सत्र में शामिल उपस्थित लोगों को अपने व्यवसाय को अगले स्तर पर ले जाने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और रणनीति प्राप्त करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, बृज-मैत्री बिजनेस एक्सपो-2024 महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो उन्हें अपनी प्रतिभा और नवाचार दिखाने के लिए एक समर्पित मंच प्रदान करता है। एक्सपो को सभी उपस्थित लोगों के लिए अपने नेटवर्क का विस्तार करने, लीड उत्पन्न करने और नए सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक स्थान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

    कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, विधायक श्रीमती मालिनी गौड़, श्री महेन्द्र हार्डिया, श्री गोलू शुक्ला, श्री गौरव रणदिवे, फेडरेशन के सदस्य एवं एक्सपो के व्यापारीगण उपस्थित रहे।

    वेब सीडर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड

      वेब सीडर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड एक वैश्विक तकनीकी कंपनी है जो सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, कस्टम वेब डेवलपमेंट और हाइब्रिड एप्लीकेशन डेवलपमेंट में विशेषज्ञता रखती है। इंदौर, दुबई और लंदन में कार्यालयों के साथ अभिनव डिजिटल समाधान प्रदान करते हैं जो व्यवसायों को बढ़ने और फलने-फूलने में मदद करते हैं। हमारी टीम सॉफ्टवेयर सिस्टम से लेकर रिस्पॉन्सिव वेब प्लेटफॉर्म और हाइब्रिड ऐप तक स्केलेबल, फ्यूचर-प्रूफ तकनीक देने के लिए समर्पित है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि हमारे ग्राहक गतिशील डिजिटल परिदृश्य में आगे रहें।

    ई विटामिन – बिजनेस कंसल्टिंग

       नौ साल पहले वैभव और मिशिका ने कुछ ही कर्मचारियों के साथ ई-विटामिन बिज़नेस कंसल्टिंग की शुरुआत की थी। उनका उद्देश्य था अपने होम टाउन इंदौर में कुछ बड़ा करना, लोगों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा करना और छोटे एवं मध्यम व्यवसायों को डिजिटल प्लेटफार्म पर सफलता दिलाना। आज, ई-विटामिन 550 से अधिक लोगों को रोज़गार प्रदान कर रहा है और यह भारत की सबसे बड़ी ई- कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग एजेंसियों में से एक है। यहाँ की 40 प्रतिशत वर्क फोर्स महिलाएं हैं, जो इस संगठन के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। ई-विटामिन का लक्ष्य अगले 3 सालों में अपने कर्मचारियों की संख्या 2000 तक बढ़ाने का है और इंदौर को ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग के बैंक-ऑफिस हब के रूप में स्थापित करना है।

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  • राज्यपाल Mr. Patel ने छिंदी में स्वच्छता साथी “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” का किया शुभारंभ

    राज्यपाल Mr. Patel ने छिंदी में स्वच्छता साथी “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” का किया शुभारंभ

    Mr. Patel: वॉश ऑन व्हील्स सेवा से संस्थागत शौचालयों की सफाई होगी सुलभ

    राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने गुरूवार को छिंदी में स्वच्छता साथी “वॉश ऑन व्हील्स सेवा” का शुभारंभ किया। यह नवाचार न केवल जिले का बल्कि राज्य का पहला ऐसा कार्यक्रम है जो संस्थागत शौचालयों की नियमित और प्रभावी सफाई सुनिश्चित करेगा। इस दौरान ग्राम पंचायत छिंदी की सरपंच द्वारा छिंद से बने हुये मुकुट को पहनाकर राज्यपाल श्री पटेल का स्वागत किया गया।  

    स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स सेवा की विशेषताएं

    अधिकांश संस्थागत शौचालयों में अक्सर सफाई का अभाव देखा जाता है जिससे शौचालयों की उपयोगिता और स्थिति प्रभावित होती है। इसी कमी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने यह अनूठी पहल की है। कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन और जिला पंचायत के सीईओ श्री अग्रिम कुमार के नेतृत्व में इसे लागू किया गया है।  

    सेवा का संचालन

    जिले के प्रत्येक 11 जनपद में 3 ग्राम पंचायतो से 1 कलस्टर का गठन किया गया हैं। इन दलों को अत्याधुनिक उपकरण और सुरक्षा किट प्रदान की गई हैं, जिनमें इलेक्ट्रिक व बैटरी से चलने वाली वॉशिंग मशीनें शामिल हैं।

    सफाई प्रक्रिया

    यह सेवा स्कूलों, आंगनवाड़ियों, छात्रावासों और सामुदायिक शौचालयों में जाकर शौचालयों की सफाई करेगी।

    आर्थिक लाभ

    यह योजना स्वच्छता कर्मियों को रोजगार के साथ-साथ करीब 20,000 रुपये की मासिक आमदनी भी प्रदान करेगी।

    यह पहल जिले में स्वच्छता अभियान को नई दिशा देने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। इस विशेष अवसर पर सांसद श्री विवेक बंटी साहू, अमरवाड़ा विधायक श्री कमलेश प्रताप शाह, कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री अग्रिम कुमार, म.प्र.भारिया विकास प्राधिकरण तामिया के अध्यक्ष  श्री दिनेश कुमार अंगारिया, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कांता ठाकुर, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण सुधीर कृषक और अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav: शस्त्र पूजन के साथ मनाया जाएगा दशहरा पर्व

    CM Dr. Yadav: शस्त्र पूजन के साथ मनाया जाएगा दशहरा पर्व

    CM Dr. Yadav

    • CM Dr. Yadav करेंगे महेश्वर में शस्त्र पूजन
    • 5 अक्टूबर को दमोह जिले के संग्रामपुर में होगी मंत्रि-परिषद की बैठक
    • रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल में भी होगी क्षेत्रीय इंडस्ट्री कॉन्क्लेव
    • मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वंदे-मातरम् गान के साथ आरंभ हुई मंत्रि-परिषद की बैठक

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस वर्ष दशहरा पर्व, शस्त्र पूजन के साथ मनाया जाएगा। सभी मंत्री अपने प्रभार के जिलों के पुलिस शस्त्रागार में शस्त्र पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव स्वयं स्त्री शक्ति और सामर्थ्य को नमन के प्रतीक स्वरूप लोकमाता अहिल्या देवी की राजधानी महेश्वर में दशहरे पर शस्त्र पूजन करेंगें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी 5 अक्टूबर की मंत्रि-परिषद की बैठक दमोह जिले के संग्रामपुर में होगी। यह रानी दुर्गावती के प्रति राज्य सरकार के सम्मान का प्रकृटीकरण है बैठक का आयोजन। उल्लेखनीय है कि संग्रामपुर रानी दुर्गावती की राजधानी रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मं‍त्रि-परिषद की बैठक से पहले अपने संबोधन में यह बात कही। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में वंदे-मातरम् के गान के साथ मंत्रालय में बैठक आरंभ हुई।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लंदन की T-4 एजुकेशन संस्था द्वारा रतलाम के विनोबा सीएम राइज़ स्कूल को विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूल पुरस्कार-2024 के नवाचार श्रेणी में शीर्ष तीन फाइनलिस्ट में शामिल होने संबंधी प्रमाण पत्र सौंपा गया। मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव को सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने यह प्रमाण पत्र सौंपा।

    प्रदेश में आरंभ हो रही है सोयाबीन उपार्जन के लिए नामांकन की प्रक्रिया

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में सोयाबीन उपार्जन के लिए नामांकन की प्रक्रिया आरंभ हो रही है। सभी मंत्री तथा जनप्रतिनिधि अधिक से अधिक कृषकों का नामांकन सुनिश्चित कराएं। समर्थन मूल्य पर गुणवत्ता पूर्ण सोयाबीन का उपार्जन करें।

    परम्परागत उद्योगों को किया जाएगा प्रोत्साहित

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि अगली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 27 सितंबर को सागर में होगी। इसी क्रम में रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल में भी दिसंबर 2024 तक क्षेत्रीय इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कोलकाता में हुए रोड शो और उद्योगपतियों व निवेशकों से चर्चा के सत्र का उत्साहवर्धक प्रतिसाद मिला है। कोलकाता के रोड शो और परिचर्चा सत्र में 700 से अधिक उद्योगपतियों और निवेशकों ने सहभागिता की तथा मध्यप्रदेश में निवेश करने में रुचि दिखाई। कोलकाता के सत्र में हुई चर्चा के परिणामस्वरूप प्रदेश में लगभग 20 हजार करोड़ रूपए का निवेश संभावित है, जिससे लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। देश के 16 प्रमुख उद्योग समूह प्रदेश में इकाईयां लगाने के इच्छुक हैं। इस क्रम में बिरला समूह द्वारा बड़नगर (उज्जैन) में सीमेंट इकाई लगायी जाएगी। प्रदेश के परम्परागत उद्योगों को भी प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

    नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अगले दो वर्ष में 14 गुना वृद्धि के लिए प्रयास जारी

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में पिछले 12 साल में प्रदेश में 14 गुना वृद्धि की है। इस दिशा में अगले दो वर्ष में 14 गुना वृद्धि की संभावना है। इसके लिए प्रदेश में निर्धारित कार्ययोजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। ग्रामोन्नयन अभियान के अंतर्गत जनजातीय क्षेत्रों के 51 जिलों के 259 विकासखंडों के 500 से कम जनसंख्या वाले गांवों में आयुष्मान, एलपीजी, मोबाइल मेडिकल यूनिट, कौशल विकास, होम-स्टे, ग्रामीण विद्युतीकरण, टेलीकॉम गतिविधि जैसे कार्यों को क्रियान्वित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विकास और जनकल्याण के लिए क्रियान्वित की जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों के हितग्राहियों का ग्रामीणों से प्रत्यक्ष परिचय व संवाद कराया जाए।

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  • CM Dr. Yadav ने शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को दी बधाई

    CM Dr. Yadav ने शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को दी बधाई

    CM Dr. Yadav : शतरंज ओलंपियाड में भारतीयों ने 6 गोल्ड मेडल किये प्राप्त

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वुडापेस्ट में हुए 45वें FIDE चेस ओलम्पियाड में भारतीय पुरूष और महिला शतरंज खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक हासिल करने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी है।

    CM Dr. Yadav ने भारतीय खिलाड़ियों की इस दोहरी स्वर्णिम सफलता पर कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने “बेस्ट चेस नेशन इन द वर्ल्ड” की उपाधि लेकर देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के अथक परिश्रम, अद्वितीय प्रतिभा एवं टीम वर्क से ओलंपियाड में भारत को प्राप्त स्वर्ण पदक ने देशवासियों को आनंदित किया है। यह उपलब्धि नव प्रतिभाओं को प्रेरणा देती रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आशा की भारतीय खिलाड़ी भविष्य में इसी तरह सफलता के नए-नए कीर्तिमान रचते रहेंगे और देश का गौरव बढ़ाते रहेंगे।

    उल्लेखनीय है कि भारत ने ओपन केटेगरी और विमेंस केटेगरी में गोल्ड मेडल जीते हैं। ओपन एवं विमेंस टीम में 5-5 खिलाड़ी शामिल रहे। भारतीय टीम ने 2 गोल्ड मेडल टीम केटेगरी में जीते। भारत की ओपन टीम में डी. गुकेश, अर्जुन एरिगैसी, पेंटाला हरिकृष्णा, आर. प्रागननंदा और विदित गुजराती शामिल हैं। भारत की विमेंस टीम में तानिया सचदेव, वंतिका अग्रवाल, हरिका द्रोणावल्ली, वैशाली रेशमबाबू और दिव्या देशमुख ने गोल्ड मेडल दिलाया। इंडिविजुअल केटेगरी में डी. गुकेश, अर्जुन एरिगैसी, वंतिका अग्रवाल और दिव्या देशमुख ने 4 गोल्ड मेडल हासिल किये हैं। इस तरह कुल 6 गोल्ड मेडल भारतीय खिलाड़ियों ने जीते।

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  • Deputy CM Shri Shukla: नागरिकों की सुविधा के लिए अधोसंरचनाओं में किया जा रहा है निरंतर और सुनियोजित विस्तार

    Deputy CM Shri Shukla: नागरिकों की सुविधा के लिए अधोसंरचनाओं में किया जा रहा है निरंतर और सुनियोजित विस्तार

    Deputy CM Shri Shukla

    विंध्य क्षेत्र के वृहद सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा की

    उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि रीवा क्षेत्र का विकास तीव्र गति से हो रहा है, जिससे अधोसंरचनाओं पर दबाव बढ़ रहा है। नागरिकों की सुविधा के लिए अधोसंरचनाओं में निरंतर और सुनियोजित विस्तार किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मंत्रालय में विंध्य क्षेत्र में एमपीआरडीसी के वृहद सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिए कि कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर समय सीमा में पूर्ण करें।

    रीवा बायपास फोर-लेन मार्ग निर्माण कार्य नवम्बर से होगा प्रारंभ

    उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने रीवा बायपास फोर-लेन, सीधी-सिंगरौली फोर-लेन, शहडोल-उमरिया टू-लेन, और रीवा-ब्यौहारी-टेटका मोड़-शहडोल मार्ग की प्रगति की वृहद समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कार्य संचालन के लिए आवश्यक स्वीकृतियों और अनुमतियों की कार्रवाई शीघ्रता से पूरी की जाए। बताया गया कि रीवा बायपास फोर-लेन मार्ग के लिए आरओडब्ल्यू (राइट ऑफ वे) की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और नवम्बर माह में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

    उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने सीधी-सिंगरौली मार्ग में निर्माणाधीन गोपद पुल को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए। रीवा-ब्यौहारी मार्ग के 18 किमी खंड में वन विभाग की स्वीकृति लंबित है। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि संबंधित विभागीय अधिकारी वन विभाग की सक्षम स्वीकृति के लिए समस्त औपचारिकताएं प्राथमिकता से पूर्ण करायें। बैठक में एमडी एमपीआरडीसी श्री अविनाश लवानिया सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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  • CM Dr. Yadav: राज्य में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना है हमारा लक्ष्य

    CM Dr. Yadav: राज्य में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना है हमारा लक्ष्य

    CM Dr. Yadav ने कोलकाता में उद्योग समूहों के प्रमुखों से की वन-टू-वन चर्चा

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों के समग्र विकास के लिये विभिन्न औद्योगिक समूहों के प्रमुखों से निरंतर वन-टू-वन चर्चा विभिन्न मंचों पर की जा रही है। इससे प्रदेश के विकास को गति मिलेगी। वन-टू-वन चर्चा से उद्योगपतियों को उद्योग स्थापना में आने वाली दिक्कतों एवं उनके निराकरण पर सकारात्मक चर्चा कर निराकरण भी हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इसी क्रम में शुक्रवार को कोलकाता में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में 31 प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की।

    CM Dr. Yadav ने वन-टू-वन चर्चा में उद्योगपतियों के सुझाव पर उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी बातों पर न केवल गंभीरता से विचार किया जायेगा, बल्कि प्रदेश के विकास के लिये “आउट ऑफ द वे” जाकर निराकरण भी किया जायेगा।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन-टू-वन बैठक के माध्यम से विभिन्न उद्योगपतियों से उनकी आवश्यकताओं, चुनौतियों और विकास की संभावनाओं पर चर्चा की। डॉ. यादव ने राज्य में निवेश की नीतियों और प्रक्रियाओं को सरल बनाने की प्रतिबद्धता जताई और सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं और प्रोत्साहनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य राज्य में उद्योगों के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार करना है, जिससे न केवल स्थानीय व्यवसायों को फायदा हो, बल्कि बाहरी निवेशक भी प्रोत्साहित होकर मध्यप्रदेश में आकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ायें।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कोलकाता के इंटरैक्टिव सेशन में प्रमुख रूप से श्री राजीव मुंद्रा – चैयरमेन जेएमएस माइनिंग, श्री अश्विन जेलोढ़ा – एमडी और सीईओ ओरिएंट पेपर मिल, श्री इंद्रजीत मुखर्जी – वाईस चैयरमैन टेक्स्मॉको रेल और इंजीनियरिंग लिमिटेड, श्री विनोद कुमार गुप्ता – एमडी डॉलर उद्योग, श्री आपरेश अग्रवाल – एमडी रूपा उद्योग, श्री अनुराग चौधरी सीएमडी एवं श्री अरूण कुमार शुक्ला अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड सहित फूड प्रोसेसिंग, प्लास्टिक एवं पैकेजिंग, मैटल, केमिकल एवं बैटरी, सीमेंट एवं जूट खनन, आयरन एवं स्टील, पॉवर सीमेंट, नवकरणीय ऊर्जा, अधोसंरचना विकास, रेलवे वैगन एवं उपकरण, पेपर एवं पल्प, टेक्सटाइल, लॉजिटिक्स एवं वेयर हाउसिंग एवं एविएशन, टेक्सटाइल एवं गारमेंट, पॉलीमर कम्पाउंड, हास्पिटेलिटी, लुब्रीकेंटस, होम केयर एवं ईवी प्रोडक्ट, सौर ऊर्जा, पशु आहार आदि सेक्टर से संबंधित 31 उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। चर्चा में उद्योगपतियों ने भी अपने विचार साझा किए और राज्य में निवेश करने की संभावनाओं पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विभिन्न उद्योगों के बीच समन्वय बढ़ाने और नई योजनाओं को लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी उद्योगपतियों को राज्य में अधिक से अधिक निवेश करने और सरकार के विकासात्मक एजेंडे में भागीदार बनने का निमंत्रण दिया।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह पहल न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में मदद करेगी, बल्कि राज्य को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

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  • President Smt. Murmu: स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिये आगे बढ़ें

    President Smt. Murmu: स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिये आगे बढ़ें

    President Smt. Murmu

    शहरी और ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की अग्रणी भूमिका प्रदेश में समग्र विकास के लिये मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं

    सफाईकर्मी अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने उज्जैन में स्वच्छता मित्रों को सम्मानित किया

    1692 करोड़ के उज्जैन-इन्दौर सिक्स-लेन रोड़ का किया भूमि-पूजन

    President Smt. Murmu ने कहा है कि स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिये सभी आगे बढ़ें। स्वच्छता ही देश को स्वस्थ और विकसित बना सकती है। देश का प्रत्येक व्यक्ति इस कार्य में सहयोग करे और सब मिलकर देश को विकसित राष्ट्र बनायें। मध्यप्रदेश ने शहरी और ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। मध्यप्रदेश के कई शहरों को सफाई के लिये श्रेष्ठ शहर घोषित किया गया है। इन्दौर निरन्तर 7वीं बार देश का स्वच्छतम शहर घोषित हुआ है। भोपाल स्वच्छतम राजधानी बनी है। राष्ट्रपति ने स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु आज उज्जैन में सफाई मित्रों के सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने सफाई मित्रों श्रीमती रश्मि टांकले, श्रीमती किरण खोड़े, श्रीमती शोभा घावरी, श्रीमती अनिता चावरे और श्री गोपाल खरे का सम्मान भी किया। राष्ट्रपति ने 1692 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले उज्जैन-इन्दौर सिक्स-लेन मार्ग का भूमि-पूजन भी किया। प्रारम्भ में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु का राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया और उन्हें श्रीमहाकाल लोक की प्रतिकृति प्रदान की। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा, प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी भी उपस्थित थे।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि अवन्तिका बाबा महाकाल की पवित्र, दिव्य एवं पावन नगरी है। गुप्तकाल भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग रहा है और उस समय उज्जैन भारत का महत्वपूर्ण नगर था। यहां संस्कृति और सभ्यता की प्राचीन परम्परा है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि आज से 2000 वर्ष पूर्व उज्जैन परिवहन व्यवस्था का उत्कृष्ट केन्द्र था। यह अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का केन्द्र भी था। महाकवि कालिदास ने मेघदूत में उज्जयिनी की विशालता और भव्यता का अदभुत चित्रण किया है। देवलोक में जो महत्व अल्कापुरी नगरी का है, वही महत्व पृथ्वी पर उज्जैन नगरी का बताया गया है। मैं बाबा महाकाल, अवन्तिका नगरी और पवित्र शिप्रा नदी को प्रणाम करती हूँ।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि उज्जैन एवं प्रदेश में समग्र विकास के अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में आज उज्जैन में उज्जैन-इन्दौर सिक्सलेन मार्ग का भूमि-पूजन किया गया है। यहां विक्रम उद्योगपुरी मेडिकल डिवाइसेस पार्क बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में एक्सप्रेस-वे एवं एलीवेटेड कॉरिडोर बनाये जा रहे हैं। इन सभी के लिये मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयास सराहनीय हैं।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में स्वच्छता देशव्यापी जन-अभियान बन गया है। स्वच्छता अभियान के द्वितीय चरण में वर्ष 2025 तक हमें देश में सम्पूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को हासिल करना है। देश में खुले में शौच से पूर्णत: मुक्ति और सॉलिड एवं लिक्विड वेस्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट किया जा रहा है। महात्मा गांधी के स्वच्छता के आदर्श को हमें पूरा करना है। मैंने स्वयं अपने कैरियर की शुरूआत स्वच्छता के कार्यों से की। मैं नगर परिषद में उपाध्यक्ष थी और वार्डों में जा-जाकर स्वच्छता के लिये कार्य करती थी और लोगों को जागरूक करती थी। देशवासियों में आज स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। मध्यप्रदेश के कई शहर ‘वॉटर+’, ‘ओडीएफ++’ के रूप में पुरस्कृत हुए हैं।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि सफाईकर्मी अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा हैं। इन्हें आज सम्मानित कर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। हम सफाईकर्मियों की सुरक्षा, गरिमा और कल्याण को सुरक्षित करेंगे। देश में “मेन होल” को समाप्त कर अब “मशीन होल” बनाये जा रहे हैं। सफाईकर्मियों को लाभान्वित करने के लिये अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। मध्यप्रदेश ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।

    देश में पवित्र सेवा का संदेश देगा, उज्जैन का सफाई मित्र सम्मेलन : राज्यपाल श्री पटेल

    राज्यपाल श्री पटेल ने मध्यप्रदेश की धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक नगरी उज्जैन में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के आगमन पर प्रदेशवासियों की ओर से अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है आध्यात्मिक केन्द्र उज्जैन में आयोजित सफाई मित्र सम्मेलन देश में स्वच्छता केवल जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि पवित्र सेवा का संदेश प्रसारित करेगा। स्वच्छता अभियान की यह पहल सफाई मित्रों की प्रतिबद्धता के साथ स्वच्छ, स्वस्थ और आध्यात्मिक रुप से सशक्त देश के निर्माण का संदेश प्रसारित करेगी। आज का दिन हमारे समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वच्छता वीरों के लिए अभूतपूर्व और अविस्मरणीय है। अपनी मेहनत और समर्पण से शहरों को साफ बनाकर हमारे जीवन को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने वाले सफाई मित्रों को पहचानना, उनका सर्मथन और सम्मान करना, समाज के हर व्यक्ति का कर्तव्य है। उन्होंने सफाई मित्रों को हृदय से बधाई देते हुए कहा कि सफाई का काम ईश्वर की पवित्र सेवा है। सफाई मित्र हमारे लिए वंदनीय है। राज्य सरकार सदैव सफाई मित्रों के काम को समर्थन देने के लिए तैयार है।

    राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वच्छता क्रांति का सूत्रपात हुआ है, हमने सही अर्थों में स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाया है। हमारे शहर और नागरिकों ने स्वच्छता को आत्मसात करते हुए पूर्णकालिक विषय के रूप में स्थापित किया है। स्वच्छता सुविधाओं जैसे व्यक्तिगत, सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालय बनाने और कचरा प्र-संस्करण इकाइयों के निर्माण को प्रदेश में प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र एवं प्रदेश के विकास की दिशा में महत्त्वपूर्ण इंदौर-उज्जैन 6 लेन परियोजना आध्यात्मिक सांस्कृतिक केन्द्र उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को और अधिक सुगम, आसान बनाकर पर्यटन, सामाजिक और आर्थिक विकास की गति को तेज करेगी।

    आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में‍लिखा जायेगा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। यह दिन ऐतिहासिक होकर नई सौगात लेकर आया है। हर युग में, हर काल में जिसका अस्तित्व रहा, ऐेसी महान एवं पवित्र नदी क्षिप्रा के किनारे स्थित अवंतिका, हर काल में अपने विकास के आयामों से सदैव लोगों के उत्कर्ष की परिचायक है। कहा जाता है कि क्षिप्रा तट पर जो भी व्यक्ति आते हैं और जैसा सोचते हैं, परमात्मा उसे जीवनकाल में उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कामों से दुनिया के सबसे बडे लोकतंत्र का गौरव हासिल करने के प्रत्येक आयामों को छुआ है। विकास के सभी क्षेत्र में सफाई मित्रों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया है। प्रधानमंत्री के जन्म-दिवस 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता अभियान, पखवाडे के रूप में मनाया जा रहा है। यह पखवाड़ा प्रधानमंत्री की स्वच्छता के प्रति लगाव की भावना को रेखांकित करता है और सफाईकर्मियों की बड़ी भूमिका का भी अहसास भी कराता है। स्वच्छताकर्मी बीमारी और जिंदगी के बीच मजबूत दीवार की तरह खड़े रहते हैं। मध्यप्रदेश, देश के सभी राज्यों में स्वच्छता के लिए दूसरे नम्बर पर आया है, यह हम सबका सौभाग्य है। साथ ही देश की सबसे स्वच्छ राजधानी का दर्जां भी प्रदेश की राजधानी भोपाल को प्राप्त हुआ है। स्वच्छता का हमारा सबसे मजबूत रिश्ता है। भारत के सबसे स्वच्छ नगरों में लगातार 7 बार से प्रदेश ने इस गौरव को इंदौर के माध्यम से हासिल किया है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि स्वच्छता अभियान को ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले स्वच्छताकर्मियों को योगदान के लिये उन्हें सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक नगर की स्टार रैकिंग के हिसाब से स्वच्छताकर्मियों को प्रति स्टार रैंकिंग पर एक हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। उज्जैन को तीन स्टार मिले हैं, इसलिए यहां के सभी स्वच्छताकर्मियों को तीन-तीन हजार रुपए का पुरस्कार दिया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पाषाण शिल्प को महत्व देने के लिये श्रीमहाकाल लोक की सभी प्रतिमाएं पाषाण की बनवाएंगे। इससे प्रदेश में पाषाण शिल्प को प्रोत्साहन मिलेगा। राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश भी अब पाषाण शिल्प में स्थान हासिल करेगा।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव कहा कि प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर का बडा महत्व है। महारानी अहिल्याबाई का वर्तमान में 300वां जन्मोत्सव चल रहा है। महारानी अहिल्याबाई ने 30 साल के शासनकाल में नारी सेना, विधवा-विवाह प्रोत्साहन सहित अनेक कल्याणकारी योजनाएँ चलाई थी। उन्होंने महिलाओं की आत्म-निर्भरता के लिए महेश्वर साड़ी का उद्योग स्थापित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु द्वारा इंदौर से उज्जैन को जोड़ने के लिए 1692 करोड़ रुपए लागत से 6 लेन रोड के निर्माण का शुभारम्भ किया गया है, इससे उज्जैन न केवल इंदौर से बल्कि पूरे देश से जुड़ेगा और आध्यात्मिक नगरी उज्जैन आने-जाने के लिए मार्ग सुगम होगा।

    लघु फिल्म का प्रदर्शन

    समारोह में उज्जैन के विकास कार्यों को लेकर बनाई गई लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया, जिसमें उज्जैन में होने वाले विकास कार्यों को दर्शाया गया। समारोह का शुभारम्भ एवं समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

    source: http://www.mpinfo.org

  • President Smt. Murmu: बेटियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने सामूहिक प्रयास जरूरी

    President Smt. Murmu: बेटियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने सामूहिक प्रयास जरूरी

    President Smt. Murmu

    देश के सर्वांगीण विकास के लिये जवाबदेही से संकल्पबद्ध होकर किये जाये कार्य : राज्यपाल श्री पटेल
    मध्यप्रदेश में बौद्धिक सम्पदा का सर्वांगीण विकास में होगा उपयोग: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
    राष्ट्रपति ने दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को वितरित की उपाधियाँ

    President Smt. Murmu ने आहवान किया कि बेटियों को शिक्षित तथा आत्मनिर्भर बनने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। देश को विकसित बनाने में बेटियों का अहम योगदान रहेगा। बेटियों को शिक्षित तथा आत्मनिर्भर बनाने तथा देश के सर्वांगीण विकास के लिये सामूहिक प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर महिला सशक्तिकरण और आत्म-निर्भरता का उत्तम उदाहरण है। देवी अहिल्याबाई होलकर ने कुशल प्रशासन, न्याय परायणता और कल्याणकारी कार्यों में कई मानक स्थापित किये है।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू आज इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के हीरक जयंती समारोह के अवसर पर 14वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने विद्यार्थियों तथा शोधार्थियों को स्वर्ण तथा रजत पदक और उपाधियाँ वितरित की।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने देश में असाधारण उपलब्धि हासिल की है। इसके लिये इंदौरवासियों को बधाई। उन्होंने कहा कि यह शहर देवी अहिल्याबाई होल्कर के नाम से पहचाना जाता है। इंदौर में विश्वविद्यालय भी देवी अहिल्याबाई के नाम पर स्थापित है। यह हमारे लिये गौरव का समय है, जब हम देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती मना रहे हैं। लोक माता अहिल्याबाई शिक्षा के महत्व को समझती थी। उनके पिता ने भी उस दौर में उन्हें शिक्षा दिलाई जब बालिकाओं को शिक्षा दिलाना बहुत कठिन होता था। समाज के लोग उस वक्त शिक्षा का विरोध करते थे। देवी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन महिला सशक्तिरण का उत्तम उदाहरण है। उन्होंने अपने जीवन और शासन काल में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिये नवीन और सफल प्रयास किये। साथ ही जनजातीय समाज की आजीविका को सुनिश्चित करने के लिये निर्णय लेकर उसे मुर्त रूप दिया और विकास के लिये अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये।

    राष्ट्रपति ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने कुशल प्रशासन, न्याय परायणता और कल्याणकारी कार्यों में कई मानक स्थापित किये है। उनका जीवन महिलाओं के सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, शैक्षणिक सहित अनेक क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव का बेहतर उदाहरण रहा है। उन्होंने अपने आत्म-विश्वास और दृढ़-संकल्प से कठिनाइयों एवं संघर्ष के दौर में बनाये रास्ते पर आज सुगमता से चला जा रहा है। राष्ट्रपति ने एक विदेशी कवियित्री की कविता का जिक्र करते हुए कहा कि देवी अहिल्याबाई की ख्याति देश ही नहीं विदेश में भी थी। यह हमारे लिये गौरव की बात है। मैं लोक माता देवी अहिल्याबाई की स्मृति को सादर नमन करती हूं। उन्होंने कहा कि यह लोकमाता देवी अहिल्याबाई का ही आर्शीवाद और आदर्शों की प्रति है कि आज के दीक्षांत समारोह में सर्वाधिक पदक बेटियों ने ही प्राप्त किये है। उन्होंने पदक प्राप्त सभी बेटियों को शुभकामनाएं दी और विश्वास व्यक्त किया कि जीवन की सभी बाधाओं को दूर करते हुए स्वयं ही रास्ता बनाते हुए आगे बढ़ेगी और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगी।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि इंदौर की ही श्रीमती सुमित्रा महाजन ने जनसेवा और लोकतंत्र में योगदान देने का अत्यंत प्रभावशाली उदाहरण प्रस्तुत किया। श्रीमती मुर्मु ने शैक्षणिक संस्थानों, गुरुजनों और अभिभावकों का आहवान किया कि वे बेटियों को शिक्षित तथा आत्म-निर्भर बनने के लिये प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि भारत 2047 में सबसे विकसित और सबसे आगे रहने वाला देश बनने के लिये तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसमें बेटियों की अहम भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि बेटियों को प्रोत्साहित किया जाये कि वे बड़े सपने देखें, बड़ा लक्ष्य तय करें और उसे पाने के लिये मेहनत से कार्य करें।

    राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय एक ऐसा प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है जहाँ तीन लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है। इस विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र में अनेक ऐसे जिले आते है जहां अनुसूचित जनजाति के लोग ज्यादा है। इसे मद्देनजर रखते हुए इस विश्वविद्यालय में ट्रायबल स्टडी सेंटर प्रारंभ किया है। यह एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमें “सबका साथ, सबका विकास एवं सबका प्रयास” का नारा दिया। देश को आगे बढ़ाने के लिये सबका सहयोग एवं सामूहिक विकास जरूरी है। सर्वांगीण विकास के लिये पिछड़ों को भी आगे लाने के लिये सरकार के साथ ही सबका सहयोग भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने नयी शिक्षा नीति लागू की है। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिये सही पथ का चयन करें। इसके लिये माता-पिता, गुरुजनों और अनुभवी व्यक्तियों का सहयोग ले। 

     राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि दीक्षांत समारोह का आयोजन हम सबके लिए गर्व का विषय है। दीक्षांत समारोह माता-पिता के त्याग-तप, गुरूजनों के आशीर्वाद और विद्यार्थी जीवन के अनुशासन और परिश्रम से प्राप्त सफलता का अविस्मरणीय पल है। उन्होंने सभी मेधावी विद्यार्थियों, गुरुजनों और पालकों को हार्दिक बधाई दी और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राज्यपाल ने कहा कि देवी अहिल्या बाई में राजनीतिक, महिला सशक्तिकरण, जनसेवा और देश के धार्मिक एवं आध्यात्मिक उत्थान का जीवंत उत्साह था। विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों के लिए यह  गौरव की बात है कि वे लोकमाता के रूप में विख्यात देवी अहिल्या बाई के नाम पर स्थापित विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे है। सैकड़ों साल बाद भी जनमानस देवी अहिल्या बाई की पूजा करता है, क्योंकि उन्होंने स्वयं को एक ऐसे उदाहरण के रूप में स्थापित किया है जिसका सब कुछ था लेकिन स्वयं के लिए कुछ भी नहीं था। देवी अहिल्याबाई वंचित वर्गों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के प्रयास किए। उन्होंने समाज की सेवा को ईश्वर की सेवा माना था। राज्यपाल श्री पटेल ने सभी युवाओं से आह्वान किया कि देवी अहिल्या से प्रेरणा लेते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में निष्ठ, ईमानदार योगदान के लिए संकल्प बद्ध हों। उन्होंने कहा कि मैं सभी विद्यार्थियों से अपेक्षा करता हूं कि वे अपने माता-पिता और आचार्यों को भगवान समान मानें और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझकर अच्छी तरह से निभाएं।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई समाज सुधारक, न्याय प्रियता, स्वराज एवं सुशासन की पुरोधा थीं। देवी अहिल्या बाई ने अपने राज्य के बाहर जाकर लोगों के समग्र कल्याण के लिये भी अनेक काम किये हैं। उनका जीवन हमारे लिए आदर्श और प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कठिन दौर में शिक्षा हासिल की। वे संघर्षों और कठिनाइयों का सामना करते हुए साहस के साथ आगे बढ़ी है। देवी अहिल्या बाई ने हिमालय की चोटी एवरेस्ट से भी ऊँचा मनोबल लेकर अपना जीवन जिया है। वह हम सब के लिए प्रेरणा का पुंज है। 

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। राज्य सरकार द्वारा सभी क्षेत्रों में कृत-संकल्पित होकर कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बौद्धिक सम्पदा पुष्पित और पल्लवित हो रही है। हमारे प्रदेश में अपार बौद्धिक सम्पदा है, जिसका उपयोग प्रदेश के चहुँमुखी विकास के लिये कर रहे है। समारोह में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित पुस्तिका अतिथियों को भेंट की गई।

    इस अवसर पर केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलगुरू श्रीमती रेणु जैन सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।

    source: http://www.mpinfo.org


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