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  • CM Yogi ने युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित भावांजलि कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित भावांजलि कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi: युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी का पूरा जीवन प्रभु श्रीराम के उन मूल्यों, आदर्शों तथा मर्यादाओं के लिए समर्पित था, जिन पर सनातन धर्म टिका हुआ

    • अपनी विशिष्ट व्याख्या और चिंतन के माध्यम से पं0 रामकिंकर जी ने एक विशिष्ट शैली का सूत्रपात किया, उन्होंने लगभग 06 दशकों तक मानस के माध्यम से सनातन धर्म और देश की बहुमूल्य सेवा की
    • पूज्य रामकिंकर जी का पूरा जीवन तुलसी साहित्य और मानस के प्रति समर्पित था, उनकी कथा और रचनाएं आज भी हमें नई प्रेरणा और नई दिशा देती
    • जो लकीर का फकीर होता है, वह साधारण व्यक्ति होता है, जो लीक से हटकर विशिष्ट कार्य करता है, वही महापुरुष और विशिष्ट होता है
    • देश व धर्म के लिए पं0 रामकिंकर की निःस्वार्थ सेवाओं के लिए वर्ष 1999 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया
    • श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के दौरान उनकी कथाओं ने बहुत बड़ी जागरूकता का कार्य किया
    • पं0 रामकिंकर जी के विशिष्ट सम्बोधन, उनके विभिन्न उद्धरणों को स्मृति ग्रन्थ के रूप में आम जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए

    CM Yogi ने कहा कि युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी का पूरा जीवन प्रभु श्रीराम के उन मूल्यों, आदर्शों तथा मर्यादाओं के लिए समर्पित था, जिन पर सनातन धर्म टिका हुआ है। यह अत्यन्त गौरव का क्षण है कि हम आज पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी महाराज के जन्म शताब्दी वर्ष समारोह से जुड़ रहे हैं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां लखनऊ में मानसवेत्ता, पद्मभूषण, युगतुलसी पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित भावांजलि कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने पं0 रामकिंकर जी की स्मृतियों को नमन कर अपनी विनम्र भावांजलि दी। इस अवसर पर भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया गया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युगतुलसी के रूप में विख्यात पूज्य रामकिंकर जी महाराज का पूरा जीवन तुलसी साहित्य और मानस के प्रति समर्पित था। अपनी विशिष्ट व्याख्या और चिंतन के माध्यम से पं0 रामकिंकर जी ने एक विशिष्ट शैली का सूत्रपात किया। महापुरुषों के लक्षणों के सम्बन्ध में यजुर्वेद के मंत्र ‘वेदाहमेतं पुरुषं महान्तमादित्यवर्णं तमसः परस्तात्’ का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शास्त्रों में दो प्रकार के पुरुषों की चर्चा होती है। एक साधारण पुरुष, जिन्हें शास्त्रीय भाषा में प्राकृत पुरुष कहते हैं और दूसरे विशिष्ट पुरुष होते हैं। दोनों में भौतिक दृष्टि से ज्यादा अंतर नहीं होता है, लेकिन उनके कार्यों की विशिष्टता बता देती है कि वह अलग-अलग हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें यह याद रखना होगा कि जो लकीर का फकीरहोता है, वह साधारण व्यक्ति होता है। लेकिन जो लीक से हटकर विशिष्ट कार्य करता है, वही महापुरुष और विशिष्ट होता है। अपनी कथा और चिंतन के माध्यम से पं0 रामकिंकर जी ने जिस विशिष्ट शैली को जन्म दिया, उसने भारत के राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद जी से लेकर एक साधारण इंसान तक सभी को लाभान्वित किया। उनमें कोई भेद नहीं था। राम के प्रति जिसका भी अनुराग है, वह पं0 रामकिंकर जी महाराज की कथा का आनन्द ले सकता था और उससे लाभान्वित हो सकता था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पं0 रामकिंकर जी ने लगभग 06 दशकों तक मानस के माध्यम से सनातन धर्म और देश की बहुमूल्य सेवा की। देश व धर्म के लिए उनकी निःस्वार्थ सेवाओं के लिए वर्ष 1999 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया। यह हमारा दायित्व है कि हम भी ऐसे महापुरुष के प्रति सम्मान का भाव रखें। 01 नवम्बर, 2024 को उनके जन्म के 100 वर्ष पूरे होंगे। यह बहुत अच्छा संयोग है कि पं0 रामकिंकर जी के जन्म शताब्दी वर्ष में ही प्रभु श्रीरामलला 500 वर्षों के बाद अयोध्या में विराजमान हो चुके हैं। एक सच्ची श्रद्धा का इससे अद्भुत उदाहरण दूसरा नहीं मिलेगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूज्य रामकिंकर जी हमारे बीच भौतिक रूप से उपस्थित नहीं हैं। सन् 2002 में वह भौतिक रूप से हमसे अलग हो गए, लेकिन उनकी कथा और रचनाएं आज भी हमें नई प्रेरणा और नई दिशा देती हैं। श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के दौरान उनकी कथाओं ने बहुत बड़ी जागरूकता का कार्य किया। यह जन जागरण उसी प्रकार का था, जैसा कि मध्यकाल में संत तुलसीदास जी ने किया था। जब यह देश विदेशी आक्रांताओं से आहत हो रहा था, उस कालखण्ड में संत तुलसीदास जी ने श्रीरामचरितमानस के माध्यम से गांव-गांव में जन चेतना को जाग्रत करने का काम किया। संत तुलसीदास ने रामलीलाओं के मंचन के माध्यम से गांव-गांव को जोड़ने का काम किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उस समय तुलसीदास जी को बादशाह के दरबार में आने के लिए अनेक प्रलोभन दिए गए। लेकिन संत तुलसीदास जी ने कहा कि भारत का एक ही राजा है और वह है राम। यह एक संत की निर्भीकता है। भारत की रामलीलाओं में आज भी यह मंत्र और नारा गूंजता है कि ‘राजा रामचन्द्र की जय’। यह नारा तुलसीदास जी ने ही उस कालखण्ड में दिया था। जब भी हम लीक से हटकर काम करेंगे, वह लोगों को आकर्षित करेगा तथा उनके लिए प्रेरणादायी बनेगा। प्रभु श्रीराम की कथा इसके बारे में हमारे सामने अनेक उदाहरण प्रस्तुत करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज भी आम जनमानस श्रद्धाभाव से गांव-गांव में रामलीलाओं का आयोजन बिना सरकार पर आश्रित हुए करता है। इसमें पात्र गांव के ही नौजवान बनते हैं। उनमें कला एक नये रूप में देखने को मिलती है। अलग-अलग जगहों पर संवाद की एक नई शैली देखने को मिलती है। इसके माध्यम से गांव में सामाजिक सद्भाव स्थापित होता है और सनातन धर्म के मूल्य मजबूत होते हैं। श्री किशोर टण्डन जी का परिवार श्रद्धाभाव के साथ निरन्तर अपनी परम्परा का निर्वहन कर रहा है। ऐसे कार्यक्रम निरन्तर चलते रहने चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने अपने विख्यात महाकाव्य वाल्मीकि रामायण को एक विशिष्ट शैली व्यावहारिक संस्कृत में रचा। संत तुलसीदास जी ने अवधी शैली में रामचरितमानस की रचना की। यह हम सभी के लिए प्रेरणा और जन चेतना का माध्यम बन गयी। लोगों के यहां कोई भी शुभ एवं मांगलिक कार्य बिना अखण्ड रामायण के नहीं होते। बरेली में जन्मे पं0 राधेश्याम जी ने राधेश्याम शैली के माध्यम से नये संवाद का सूत्रपात्र किया, वह भी विख्यात हो गया। इसी प्रकार युगतुलसी ने भी कथा की जिस विशिष्ट शैली को जन्म दिया, उसके माध्यम से वह विख्यात हो गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि यह पं0 रामकिंकर जी का जन्म शताब्दी वर्ष है। इसके आयोजन पूरी भव्यता के साथ होने चाहिए। पं0 रामकिंकर जी के विशिष्ट सम्बोधन, उनके विभिन्न उद्धरणों को स्मृति ग्रन्थ के रूप में आम जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए।

    इस अवसर पर राज्य सभा सांसद तथा पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा, पं0 रामकिंकर उपाध्याय जी की मानस पुत्री एवं आध्यात्मिक उत्तराधिकारी पं0 पूज्य दीदी मंदाकिनी श्री रामकिंकर, मानस मर्मज्ञ पूज्य व्यास पं0 उमा शंकर शर्मा एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उ0प्र0 कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi ने बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उ0प्र0 कार्यक्रम को सम्बोधित किया

    CM Yogi: प्रधानमंत्री जी द्वारा विगत 10 वर्षों में किये गये कार्याें के परिणामस्वरूप भारत दुनिया की पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका

    • उ0प्र0 देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा, देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा
    • आज देश व दुनिया के बड़े उद्यमी प्रदेश में निवेश के प्रति आकर्षित हो रहे, इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अनेक सुधार करने पड़े
    • एक साथ एक से डेढ़ करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ना बिजनेस में निवेश के माध्यम से सम्भव, राज्य में इस दिशा में बेहतरीन कदम उठाए गए
    • प्रदेश में औद्योगिक विकास की पहली नीति के अन्तर्गत रोजगार को समाहित किया गया
    • प्रदेश सरकार द्वारा 27 सेक्टोरियल पॉलिसी तैयार की गईं, राज्य में डिफेंस एवं एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, लॉजिस्टिक्स, कम्प्रेस्ड बायोगैस आदि से सम्बन्धित नीतियां बनाई गई
    • अब प्रदेश एफ0डी0आई0 और फॉर्चून 500 पॉलिसी के साथ देश व दुनिया के निवेश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्य कर रहा
    • प्रदेश का बजट बढ़कर लगभग साढ़े 07 लाख करोड़ रु0 हो चुका, यह प्रदेश की समृद्धि तथा आर्थिक उन्नयन को दर्शाता
    • प्रदेश की जी0डी0पी0 बढ़कर वर्ष 2023-24 में लगभग 26 लाख करोड़ रुपए हो चुकी, मार्च, 2025 तक राज्य की जी0डी0पी0 32 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का अनुमान
    • सुरक्षा का वातावरण तथा जीरो टॉलरेंस की नीति सर्वाधिक महत्वपूर्ण, प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था के अन्तर्गत माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई इसका एक उदाहरण
    • प्रदेश में सुरक्षा का वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया, माफियाओं के कब्जे से 64,000 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई
    • प्रदेश सरकार ने राज्य में व्यवसाय के अनुकूल वातावरण का निर्माण किया, सिंगल विंडो के रूप में निवेश मित्र पोर्टल का निर्माण किया गया, आज यह देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो पोर्टल
    • निवेशकों को इन्सेंटिव का ऑनलाइन वितरण किया जा रहा,
      इसकी ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी हो रही, इन्सेंटिव प्राप्त कर निवेशकों के मन में सरकार के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई
    • आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बन चुकी, नम्बर एक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही
    • प्रदेश में कम्प्रेस्ड बायोगैस की सर्वाधिक इकाइयां, राज्य सरकार ने अवसंरचना के क्षेत्र में भी अनेक कदम उठाए
    • आज राज्य के हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा अन्य सड़कें देश की सबसे अच्छी सड़कों में सम्मिलित, गंगा एक्सप्रेस-वे पर तेजी के साथ कार्य चल रहा
    • गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे लगभग बनकर तैयार, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे पर काम चल रहा
    • दिल्ली तथा मेरठ के बीच में देश का पहला 12 लेन एक्सप्रेस-वे प्रारम्भ हो चुका, दिल्ली और मेरठ के बीच में देश की पहली रैपिड रेल प्रारम्भ हो चुकी, प्रदेश के 6 शहर मेट्रो से जुड़े हुए
    • प्रदेश में देश का सबसे बड़ा हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा रेलवे नेटवर्क
    • वाराणसी में लॉजिस्टिक्स मल्टी मॉडल टर्मिनल निर्माण, गौतमबुद्धनगर में लॉजिस्टिक्स व ट्रांसपोर्ट हब निर्माण तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कार्य तेजी के साथ आगे बढ़े
    • प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गईं नई पहलों में एक जनपद एक उत्पाद योजना भी सम्मिलित, इस योजना के माध्यम से देश दुनिया में प्रदेश की ब्रांडिंग की गई
    • राज्य सरकार द्वारा गांव के हस्तशिल्पियों के लिए अनुकूल वातावरण निर्मित किया गया विश्वकर्मा श्रम सम्मान तथा पी0एम0
    • विश्वकर्मा जैसी योजनाएं परम्परागत रूप से कार्य करने वाले लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रहीं
    • सी0एस0आर0 नीति के तहत एस0जी0पी0जी0आई0 को दो प्रोजेक्ट उपलब्ध कराये गये, इसमें से एक अमेरिका के सलोनी फाउंडेशन का प्रोजेक्ट
    • बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा समृद्धि कॉन्क्लेव का प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजन एक सकारात्मक पहल

    CM Yogi ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी द्वारा विगत 10 वर्षों में जो कार्य किए गए, उसके परिणामस्वरूप भारत दुनिया की पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो चुका है। उत्तर प्रदेश आज देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है। प्रदेश, देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। आज देश व दुनिया के बड़े उद्यमी प्रदेश में निवेश के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अनेक सुधार करने पड़े।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां लखनऊ में बिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब हम आर्थिक समृद्धि की बात करते हैं तो बिजनेस भी उसका एक हिस्सा होता है। श्रीमद्भगवद्गीता में बिजनेस की विस्तृत व्याख्या की गयी है। ‘कृषिगौरक्ष्यवाणिज्यं वैश्यकर्म स्वभावजम्।’ इसका तात्पर्य है कि खेती, गोरक्षा, और व्यापार वैश्यों के लिए कार्य के गुण हैं। कृषि, गोरक्षा तथा आर्थिक गतिविधियां आदि व्यवसाय के अन्तर्गत आते हैं। आगे चलकर कृषि तथा गोरक्षा को व्यवसाय से अलग कर दिया गया। स्वतंत्र भारत में वाणिज्यिक गतिविधियों के अन्तर्गत केवल उस आर्थिक लेनदेन को सम्मिलित किया जाता है, जिसके अन्तर्गत पूंजी का वृहद आयाम जुड़ा होता है। लेकिन व्यापकता में जाने पर पता चलता है कि कृषि, पशुपालन तथा डेयरी सेक्टर इससे
    अलग नहीं हो सकता है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। यहां लगभग 25 करोड़ जनसंख्या निवास करती है। ऐसा कौन सा कारण था जो उत्तर प्रदेश को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने से रोक रहा था। आज प्रदेश में सबसे सस्ता व स्किल्ड मैनपावर है। काशी तथा प्रयागराज ने देश के प्रमुख शिक्षा केंद्रों के रूप में अपनी बड़ी भूमिका का निर्वहन किया था। यह कभी प्राच्य विद्या के केंद्र थे। दुनिया का सबसे प्राचीन गुरुकुल, महर्षि भारद्वाज का गुरुकुल प्रयागराज में स्थित था। हम कालचक्र को नहीं समझ पाए। हमने समय की गति को नहीं पहचाना, परिणामस्वरूप शिक्षा के केन्द्र, स्किल्ड मैनपावर, सर्वाधिक उपजाऊ भूमि तथा दुनिया का सर्वाधिक अच्छा जल संसाधन होने के बावजूद हम पिछड़ गए।

    आज से साढ़े 07 वर्ष पूर्व प्रदेश के युवाओं, व्यापारियों तथा किसानों के सामने पहचान का संकट था। देश का हर बड़ा उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करने से कतराता था। व्यवसाय करने तथा सामान्य जीवन का निर्वाह करने के लिए सुरक्षा पहली शर्त होती है। सारी गतिविधियां कानून के अनुसार होती हुई दिखाई देनी चाहिए। जिस राज्य में हर दूसरे तीसरे दिन दंगे होते रहे हों, जिस राज्य में व्यक्ति की सुरक्षा की गारंटी नहीं है, तो उसकी पूंजी की सुरक्षा की गारंटी कैसे होगी। उस समय प्रदेश में यही माहौल था। पहले यहां विकास के लिए योजनाओं, नीतियों तथा लैंड बैंक का अभाव था। ‘पिक एण्ड चूज’ के माध्यम से भेदभाव किया जाता था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य को नए सिरे से आगे बढ़ाने तथा प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए वर्ष 2017 में विचार मंथन किया गया। दुनिया के अलग-अलग देश में रोड शो आयोजित किए गए। प्रदेश में हो रहे सकारात्मक बदलावों को देखकर उद्यमी यहां निवेश के लिए तैयार हुए। वह निवेशकों से बात करने स्वयं मुम्बई गए जहां ढाई लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। अंततः प्रदेश के पहली इन्वेस्टर्स समिट में 04 लाख 59 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इसके पश्चात फरवरी 2023 में यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की गयी। इस इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसके माध्यम से एक करोड़ 50 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा सकेगा।
    एक साथ एक से डेढ़ करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ना बिजनेस में निवेश के माध्यम से सम्भव है। राज्य में इस दिशा में बेहतरीन कदम उठाए गए हैं। सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित होती हैं। हालांकि प्रदेश में अलग-अलग फेज में 1,54,000 पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई। लेकिन हर साल एक लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती संभव नहीं है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास की पहली नीति के अन्तर्गत रोजगार को भी समाहित किया गया। निवेश हमें इसलिए लेकर आना है, ताकि प्रदेश के औद्योगिक विकास में वृद्धि के साथ-साथ यहां के युवाओं को रोजगार के साथ जोड़ा जा
    सके। प्रदेश सरकार द्वारा 27 सेक्टोरियल पॉलिसी तैयार की गई हैं। इनमें बहुत सारी नीतियां ऐसी हैं, जिन्हें केवल उत्तर प्रदेश में लागू किया गया है। राज्य में डिफेंस एवं एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, लॉजिस्टिक्स, कम्प्रेस्ड बायोगैस आदि से संबंधित नीतियां भी बनाई गई हैं। अब प्रदेश एफ0डी0आई0 और फॉर्चून 500 पॉलिसी के साथ देश व दुनिया के निवेश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्य कर रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले प्रदेश में न बेटी सुरक्षित थी और न ही व्यापारी। यहां अराजकतापूर्ण माहौल था। उस समय उत्तर प्रदेश 20 से 22 करोड़ की आबादी वाला राज्य था, लेकिन वार्षिक बजट केवल 02 लाख करोड़ रुपए था। ऊंट के मुंह में जीरा का मुहावरा अक्षरशः सही साबित हो रहा था। आज प्रदेश का बजट बढ़कर लगभग साढ़े 07 लाख करोड़ रुपए हो चुका है। यह प्रदेश की समृद्धि तथा आर्थिक उन्नयन को दर्शाता है। उस समय प्रदेश की जी0डी0पी0 लगभग 12 लाख करोड़ रुपए थी। आज यह बढ़कर वर्ष 2023-24 में लगभग 26 लाख करोड़ रुपए हो चुकी है। मार्च, 2025 तक राज्य की जी0डी0पी0 32 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का अनुमान है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि प्रदेश सरकार ने पहल की, उद्यमियों को आमंत्रित किया, परंपरागत उद्यम को प्रोत्साहित किया, लैंड बैंक का निर्माण किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सुरक्षा का वातावरण तथा जीरो टॉलरेंस की नीति सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था के अन्तर्गत माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई इसका एक उदाहरण है। इसके लिए सरकार को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। आज प्रदेश सुरक्षित है। यहां दंगा करने का दुस्साहस कोई नहीं कर सकता। इस वातावरण के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए भी कार्य करने पड़े। पुलिस भर्ती प्रक्रिया को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया गया। पुलिस को टेक्नोलॉजी से लैस किया गया। पुलिस की ट्रेनिंग की क्षमता को तीन गुना बढ़ाया गया। इसके अन्तर्गत पैरामिलिट्री तथा मिलिट्री के सेन्टर भी लिए गए। पहले प्रदेश में 6,000 पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग एक बार में हो सकती थी। उस समय ट्रेनिंग के समय को कम करके 06 माह करने का प्रयास किया गया। वर्तमान सरकार ने पुलिस कार्मिकों को पूरे 09 माह ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की। आज उत्तर प्रदेश पुलिस जब चलती है, तो गुंडे व माफिया कांपते हुए दिखाई देते हैं। वह जानते हैं कि कानून के साथ खिलवाड़ करने का दुष्परिणाम क्या हो सकता है। प्रदेश में सुरक्षा का वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ एंटी भू माफिया टास्क फोर्स का गठन भी किया
    गया। पहले भूमाफिया गरीबों की जमीनों पर कब्जा करते थे। इसके खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही की गई। माफियाओं के कब्जे से 64,000 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई। पहले निवेशकों को राज्य में भूमि उपलब्ध नहीं हो पाती थी। आज भूमि की कमी नहीं है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में व्यवसाय के अनुकूल वातावरण का निर्माण किया। सिंगल विंडो के रूप में निवेश मित्र पोर्टल का निर्माण किया गया। आज यह देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो पोर्टल है। इसके माध्यम से निवेशकों को साढ़े 400
    से अधिक एन0ओ0सी0 उपलब्ध कराई जाती हैं। मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम करते हुए एम0ओ0यू0 की मॉनीटरिंग के लिए निवेश सारथी पोर्टल तैयार किया गया है। निवेशकों को इन्सेंटिव का ऑनलाइन वितरण किया जा रहा है तथा इसकी ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी हो रही है, ताकि निवेशकों को इन्सेंटिव के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। कुछ दिन पूर्व निवेशकों को एक साथ बुलाकर लगभग 1,300 करोड़ रुपए के इन्सेंटिव वितरित किए गए। इन्सेंटिव प्राप्त कर निवेशकों के मन में सरकार के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई है। युवाओं के मन में भी यह विश्वास जगा है कि निवेश से रोजगार की गारण्टी प्राप्त होगी। प्रदेश सरकार की नीतियों के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़ाना तथा लोगों को निवेश से अवगत कराना इस आयोजन का उद्देश्य था।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस को सरल किया गया। वर्ष 2017 से पूर्व राज्य ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में 14 वें स्थान पर था। आज हम टॉप अचीवर्स में सम्मिलित हैं। हम नम्बर दो पर तो वर्ष 2019 में ही आ चुके थे। राज्य देश में पहले और दूसरे नम्बर की प्रतिस्पर्धा में सम्मिलित है। पहले प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठवें या सातवें नम्बर पर थी। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि राज्य प्रदेश से आगे थे। आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बन चुकी है तथा नम्बर एक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही है। राज्य, देश में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में कार्य किए गए। इनमें कृषि, पशुपालन, डेयरी आदि क्षेत्रांे में किये गये कार्य सम्मिलित हैं। प्रदेश में कम्प्रेस्ड बायोगैस की सर्वाधिक इकाइयां हैं। राज्य सरकार ने अवसंरचना के क्षेत्र में भी अनेक कदम उठाए हैं। पहले प्रदेश में सड़कों की स्थिति अत्यन्त खराब थी। आज राज्य के हाईवे, एक्सप्रेसवे तथा अन्य सड़कें देश की सबसे अच्छी सड़कों में सम्मिलित हैं। आज हमारे पास सर्वाधिक एक्सप्रेसवे हैं।

    कोरोना कालखण्ड में भी हमने एक्सप्रेसवे के कार्य को बंद नहीं होने दिया। परिणाम स्वरुप पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ। गंगा एक्सप्रेसवे पर तेजी के साथ कार्य चल रहा है। वर्ष 2025 के प्रारम्भिक महीनो में ही इस एक्सप्रेसवे के कैरेजवे को प्रारम्भ करने का प्रयास है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है। बलिया लिंक एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। दिल्ली तथा मेरठ के बीच में देश का पहला 12 लेन एक्सप्रेस वे प्रारम्भ हो चुका है। दिल्ली और मेरठ के बीच में देश की पहली रैपिड रेल प्रारंभ हो चुकी है। प्रदेश के 6 शहर मेट्रो से जुड़े हुए हैं।

    प्रदेश में देश का सबसे बड़ा हाईवे, एक्सप्रेस-वे तथा रेलवे नेटवर्क है। देश का पहला वॉटर-वे भी वाराणसी तथा हल्दिया के बीच में संचालित हो चुका है। प्रदेश में लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में भी अनेक कार्य किए गए हैं। वाराणसी में लॉजिस्टिक्स मल्टी मॉडल टर्मिनल निर्माण, गौतमबुद्धनगर में लॉजिस्टिक्स व ट्रांसपोर्ट हब निर्माण तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कार्य तेजी के साथ आगे बढ़े हैं। इन सब कार्यों की नींव कानून व्यवस्था तथा सुरक्षा के बेहतर वातावरण में सम्भव है। प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में निरंतर प्रयास किए गए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई नयी पहलों में एक जनपद एक उत्पाद योजना भी सम्मिलित है। इस योजना के माध्यम से देश, दुनिया में प्रदेश की ब्रांडिंग की गई। इसके माध्यम से प्रदेश का प्रत्येक जनपद एक यूनीक उत्पाद देने में सफल हुआ। इन उत्पादों से संबंधित प्रदेश में 75 जी0आई0 टैग हैं। सर्वाधिक जी0आई0 टैग वाराणसी में हैं। इसके माध्यम से प्रदेश के निर्यात में वृद्धि हुई है। अब राज्य के आमों का निर्यात अमेरिका तथा मॉस्को को किया जाता है। जब प्रदेश के मंत्री तथा मुख्य सचिव ने यहां के किसानों के साथ रूस का दौरा किया तो यहां के आमों की कीमत मॉस्को में 1,000 रुपए प्रति किलो प्राप्त हुई। आमों के निर्यात के माध्यम से निर्यात आदि के खर्चों को घटाने के पश्चात किसानों को प्रति किलो 700-800 रुपए का लाभ प्राप्त हो सकता है। हालांकि प्रदेश सरकार किसानों को 90 रुपए इन्सेंटिव भी उपलब्ध कराती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले भदोही का कारपेट उद्योग दम तोड़ चुका था। आज भदोही 8,000 करोड़ रुपए की कारपेट निर्यात कर रहा है। पहले फिरोजाबाद में कांच उद्योग बंदी की कगार पर था। प्रदेश सरकार द्वारा कारीगरों को तकनीकी तथा सुविधाओं से जोड़ा गया परिणामस्वरूप ग्लास उद्योग एक बार फिर से चमक चुका है। फिरोजाबाद ढाई से 03 हजार करोड़ रुपए का निर्यात कर रहा है। मेरठ दुनिया के सबसे अच्छे स्पोर्ट्स आइटम बना रहा है। ऐसे ही प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अनेक उत्पाद देश दुनिया के सामने अपनी अलग पहचान प्रस्तुत कर रहे हैं। जब उत्तर प्रदेश की ब्रांडिंग इसके साथ जुड़ती है, तो वह प्रधानमंत्री जी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करती हुई दिखाई देती है। वोकल फॉर लोकल की अवधारणा इस परिकल्पना को सम्बल प्रदान करती है। इसके माध्यम से महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना भी साकार होती हुई दिखाई देती है। राज्य सरकार द्वारा गांव के हस्तशिल्पियों के लिए भी अनुकूल वातावरण निर्मित किया गया है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान तथा पी0एम0 विश्वकर्मा जैसी योजनाएं परम्परागत रूप से कार्य करने वाले लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 16वीं सदी तक दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत 25 प्रतिशत योगदान देता था। ऐसा क्या कारण था कि विदेशी आक्रांता हमारे हस्तशिल्प तथा कारीगरों को समाप्त कर गए। आज हम कहां पर खड़े हैं। विश्व की अर्थव्यवस्था की तुलना में भारत की जी0डी0पी0 कितनी है, यह विचारणीय प्रश्न हैं। एक समय था जब भारत विश्व की अर्थव्यवस्था को नेतृत्व प्रदान करता था। परम्परागत हस्तशिल्पियों तथा कारीगरों का हुनर इसमें बड़ा योगदान दे रहा था। बड़े निवेश के लिए एम0एस0एम0ई0 तथा स्किल मैनपावर आधार होता है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में यह पहली बार हो रहा है, जब सी0एस0आर0 नीति के तहत एस0जी0पी0जी0आई0 को दो प्रोजेक्ट उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें से एक अमेरिका के सलोनी फाउंडेशन का प्रोजेक्ट है। सलोनी फाउंडेशन का गठन हृदय रोग से पीड़ित अमेरिका की नवजात बच्ची की स्मृति में किया गया था। इन लोगों का उत्तर प्रदेश से कोई सम्बन्ध नहीं है। निवेश के सुरक्षित वातावरण के कारण यह फाउंडेशन प्रदेश में निवेश को तैयार हुआ। एस0जी0पी0जी0आई0 में इस फाउंडेशन के फर्स्ट फेज का कार्य सम्पन्न हो चुका है। जन्म से हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के निःशुल्क उपचार के लिए 36 बेड संचालित हो चुके हैं। सेकेंड फेज में 200 नए बेड के लिए कार्यक्रम का शुभारम्भ हो रहा है। प्रदेश में अमेरिका से आया सी0एस0आर0 के अन्तर्गत यह सबसे बड़ा फण्ड है। ऐसे कार्य पहल करने से ही सम्भव होते हैं। एस0जी0पी0जी0आई0 जैसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान के साथ सलोनी की स्मृतियां सदैव जीवित रहेंगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिजनेस स्टैंडर्ड ने इस कार्यक्रम को लगातार 15 वर्ष आयोजित किया है। प्रत्येक महीने अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर एम0एस0एम0ई0, कृषि, हॉर्टिकल्चर, डेयरी आदि सेक्टर्स से संबंधित कॉन्क्लेव आयोजित किए जाने चाहिए। व्यवसाय के साथ कृषि पशुपालन तथा डेयरी सेक्टर को भी जोड़ना चाहिए। परम्परागत उद्यमों को भी इसके साथ जोड़ा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री जी द्वारा लांच की गई अभिनव योजना पी0एम0 विश्वकर्मा को भी सम्मिलित करते हुए कार्य करेंगे तो बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलेगा। जो लोग परम्परागत रूप से कार्य कर रहे हैं, उनको इसका लाभ तथा प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार की योजनाओं के लाभ के साथ-साथ इसकी ब्रांडिंग भी होगी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दीपावली पर्व के ठीक पूर्व बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा समृद्धि कॉन्क्लेव का प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजन एक सकारात्मक पहल है। उन्हें अवगत कराया गया है कि बिजनेस स्टैंडर्ड वर्ष 2009 से इस कॉन्क्लेव का लगातार आयोजन करता आ रहा है। बिजनेस स्टैंडर्ड को मण्डल तथा जनपद स्तर पर विशिष्ट योजनाओं को जोड़ते हुए ऐसी कॉन्क्लेव आयोजित करनी चाहिए। औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एन0आर0आई0 तथा निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, निदेशक सूचना श्री शिशिर, बिजनेस स्टैंडर्ड के सम्पादक श्री कैलाश नौटियाल, सम्पादकीय निदेशक श्री अशोक कुमार भट्टाचार्य, बिजनेस स्टैंडर्ड से जुड़े हुए पदाधिकारी गण, सम्पादक गण, उद्यमी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की

    CM Yogi: किसानों को आवश्यकतानुसार डी0ए0पी0 का वितरण किया जाए, अधिकारी नियमित रूप से केन्द्रों का निरीक्षण करें

    • नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करने तथा आगामी 15 नवम्बर तक नहरों में पानी पहुंचाए जाने के निर्देश
    • आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाए
    • जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए, अधिकारियों की एक टीम
    • अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और विकास के नये आयामों को विकसित करें
    • समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पी0पी0पी0 मॉडल पर पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्धार कराया जाए
    • आई0जी0आर0एस0 एवं सी0एम0 हेल्पलाइन की शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करें
    • मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा समय पर एन0ओ0सी0 प्रदान करने तथा मानचित्र आदि की स्वीकृति करने के निर्देश
    • मुख्यमंत्री ने श्री बांके बिहारी जी मन्दिर पर भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की
    • सुरक्षा हेतु पैदल गश्त, पी0आर0वी0 एवं मोटर साइकिल से पेट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश
    • मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन किया

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने जनपद में डी0ए0पी0, यूरिया, एन0पी0के0 तथा एम0ओ0पी0 की डिमाण्ड के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने जनपद में डी0ए0पी0 की कालाबाजारी पर रोक लगाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को आवश्यकतानुसार डी0ए0पी0 का वितरण किया जाए। अधिकारी नियमित रूप से केन्द्रों का निरीक्षण करें तथा पड़ोसी जिलों/राज्यों में डी0ए0पी0 की कालाबाजारी पर अंकुश लगाएं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करने तथा आगामी 15 नवम्बर तक नहरों में पानी पहुंचाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाए। उन्होंने मथुरा में सर्किट हाउस बनाये जाने के सम्बन्ध में निर्देश देते हुए कहा कि सर्किट हाउस लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया जाएगा तथा उसका रख-रखाव भी लोक निर्माण विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए। अधिकारियों की एक टीम अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और विकास के नये आयामों को विकसित करें। उन्होंने जनपद के विकास हेतु बेहतर रोड, रेल, रोप-वे, वॉटर-वे आदि की कनेक्टिविटी बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जनपद में श्रद्धालुओं के लिए अच्छे होटल एवं रेस्टोरेण्ट तथा उनके वाहनों हेतु पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पी0पी0पी0 मॉडल पर पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्धार कराया जाए। यमुना जी के शुद्धिकरण के लिए कठोर कार्यवाही करें। नाले सीधे यमुना जी में न गिरें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगर निगम एवं जिला पंचायत द्वारा किए गए कार्यों के लोकार्पण हेतु शिलापट्ट में सांसदगण एवं विधायकगण के नाम अंकित करें। आई0जी0आर0एस0 एवं सी0एम0 हेल्पलाइन की शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करें। फर्जी निस्तारण करने वालों की जिम्मेदारी तय की जाए। सभी विभाग अपने-अपने नोडल अधिकारी नामित करें।

    मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत खुदी हुई सड़कों की मरम्मत ससमय न किये जाने पर फर्म तथा जल जीवन मिशन के अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। यदि खुदी हुई सड़कों के कारण दुर्घटना होती हैं, तो सम्बन्धित के विरुद्ध एफ0आई0आर0 करायें। सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि उक्त पाइपलाइन के कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाये।

    मुख्यमंत्री जी ने मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा समय पर एन0ओ0सी0 प्रदान करने तथा मानचित्र आदि की स्वीकृति करने के निर्देश दिए। उन्होंने आई0टी0एम0एस0 के संचालन तथा सेफ सिटी के अन्तर्गत लगाए गए कैमरों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित करें कि सभी कैमरे कार्यशील रहें। उन्होंने सॉलिड वेस्ट मेनेजमेण्ट के अन्तर्गत कूड़ा निस्तारण के निर्देश भी दिए।

    मुख्यमंत्री जी ने श्री बांके बिहारी जी मन्दिर पर भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि सुरक्षा हेतु जोन एवं रेंज से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सुरक्षा हेतु पैदल गश्त, पी0आर0वी0 एवं मोटर साइकिल से पेट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री जी के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने विकास के सम्बन्ध में अपने सुझाव रखे।

    जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि जनपद में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चौमुहां एवं मथुरा में विज्ञान लैब का शुभारम्भ हुआ है। जनपद में 85 आंगनबाड़ी केन्द्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया गया है। जनपद में स्वयं सहायता समूह द्वारा ओ0डी0ओ0पी0 के अन्तर्गत उत्पादों की ब्राण्डिंग, पैकेजिंग एवं विपणन ‘ब्रज उदय’ के नाम से किया जा रहा है। इन उत्पादों की बिक्री हेतु ताजमहल के पूर्वी गेट पर अस्थाई दुकान, मण्डल के सभी प्रमुख होटलों व इम्पोरियम, टी0एफ0सी0 वृन्दावन तथा ई-कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से बिक्री की जा रही है। जनपद में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अन्तर्गत जल जीवन मिशन-हर घर जल उपलब्ध कराने हेतु कार्य सम्पादित किए जा रहे हैं। योजना के अन्तर्गत 225 एम0एल0डी0 कच्चा जल अपर गंगा कैनाल पालरा बुलन्दशहर से लिये जाने हेतु कार्य प्रगति पर है। जनपद में लोक निर्माण विभाग के लगभग 1058.695 करोड़ रुपये की लागत के 616 कार्य प्रस्तावित हैं। मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की प्रमुख आवासीय योजना हनुमंत विहार एवं गोविन्द विहार योजना हैं। मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/नए शहर प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत रहीमपुर फरह तथा छाता में टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि 20 चौराहों पर आई0टी0एम0एस0 संचालित है। सेफ सिटी के अन्तर्गत 22,000 तथा सेफ सिटी कोष के अन्तर्गत 15 हजार कैमरे स्थापित किए गए हैं।

    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री जी को आगामी त्योहारों पर सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में अवगत कराया। पर्वों को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर ली गई हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे। बैठक के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन किया।

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  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने 133 करोड़ रु0 की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपये की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की।

    बैठक में ब्रज तीर्थ पथ परियोजना, मथुरा-वृन्दावन में गोवर्धन कनेक्ट परियोजना, मथुरा-वृन्दावन रेल बस मार्ग के स्थान पर यातायात के वैकल्पिक साधन विकसित करने तथा यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा जनपद मथुरा में राया अर्बन नोड विकसित किये जाने का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक में परिषद के उपाध्यक्ष श्री शैलजाकान्त मिश्र ने परिषद की 24 जून, 2024 को सम्पन्न छठवीं बैठक में लिये गए निर्णयों की पुष्टि तथा परिषद की विगत बैठकों में दिये गये निर्देशों में अवशेष बिन्दुओं पर अनुपालन आख्या मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत की।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष परिषद की तृतीय बैठक में उनके द्वारा दिये गये अतिरिक्त निर्देशों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई, जिसमें ब्रज 84 कोसी परिक्रमा मार्ग शामिल है। बैठक में जनपद मथुरा में गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र में 09 कुण्डों के पुनर्जीवन हेतु नीरी द्वारा तैयार की गई डी0पी0आर0 के क्रियान्वयन, जनपद मथुरा के वनों से प्रोसोपिस ज्यूलीफ्लोरा को हटाकर ब्रज क्षेत्र में पौराणिक पेड़ों की प्रतिस्थापना, पांच वर्ष पूर्व जीर्णोद्धार किए गए कुण्डों के रख रखाव, मरम्मत आदि की परियोजना, ब्रज क्षेत्र में दान दाताओं की सहायता से जन सुविधायें विकसित कराने एवं उनका नामकरण दानदाता की आस्था के अनुरूप किये जाने, मथुरा-वृन्दावन एवं गोवर्धन में पार्किंग हेतु भूमि अधिग्रहण/क्रय करने, वृन्दावन में देवरहा बाबा घाट के समीप एवं श्री बांके बिहारी जी मन्दिर के समीप यमुना नदी पर सस्पेन्शन ब्रिज का निर्माण कार्य आदि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया।

    परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत प्रस्तावित परियोजनाओं में मथुरा-वृन्दावन में पूर्व में निर्मित 3500 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली टी0एफ0सी0 विस्तार परियोजना, 3800 लाख रुपये लागत की मथुरा-वृन्दावन में पर्यटक सुविधा केन्द्र के समीप मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण, 800 लाख रुपये लागत से यमुना नदी के विश्राम घाट से केसीघाट तक 06 चयनित स्थलों पर ऑफशोर/तटवर्ती सुविधाओं का विकास, बरसाना में 2700 लाख रुपये लागत से राधा बिहारी इण्टर कॉलेज की भूमि पर टी0एफ0सी0 का निर्माण कार्य पार्ट-2 प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, प्रस्तावित परियोजनाओं में 760.98 लाख रुपये लागत की वृन्दावन स्थित यमुना नदी के दाँये किनारे पर अकूर घाट का निर्माण, 600 लाख रुपये लागत से जनपद मथुरा में चयनित पौराणिक वनों के 150 हेक्टेयर क्षेत्र में ईको रेस्टोरेशन कार्य, 200 लाख रुपये लागत से जनपद के ग्राम रॉकौली में ईको-रेस्टोरेशन हेतु फेंसिंग का कार्य तथा मथुरा एवं वृन्दावन के बीच 4304.68 लाख रुपये की लागत से प्रेक्षागृह/ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य की पुनरीक्षित परियोजना भी सम्मिलित है। बैठक में अवगत कराया गया कि वर्ष 2024-25 की कार्य योजनायें पर्यटन निदेशालय को प्रेषित की जा चुकी हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मे श्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे।

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  • UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया

    UP News: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रु0 लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया, कार्यक्रम में राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री भी सम्मिलित हुए

    • प्रधानमंत्री ने काशी के विकास की 380.13 करोड़ रु0 की लागत से तैयार 14 परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं
    • सहारनपुर के सरसावा हवाई अड्डे का लोकार्पण, आगरा हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव तथा लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण एवं नवीन टर्मिनल भवन का शिलान्यास किया
    • 2,870 करोड़ रु0 की लागत से श्री लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में शामिल नए टर्मिनल भवन समेत अन्य कार्य व 4.17 करोड़ रु0 की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय, आराजी लाइन में एकडेमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण की नींव रखी
    • काशी के लिए आज का दिन बहुत ही शुभ, काशी में आंखों के एक बड़े अस्पताल का लोकार्पण किया गया, यहां हजारों करोड़ रु0 के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ: प्रधानमंत्री
    • यह सभी प्रोजेक्ट्स सुविधा के साथ-साथ हमारे नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर लेकर आए
    • जनता का पैसा, जनता पर खर्च हो, देश के विकास पर खर्च हो पूरी ईमानदारी से खर्च हो, ये हमारी बड़ी प्राथमिकता बीते 10 सालों में देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया
    • वर्ष 2014 में देश में सिर्फ 70 एयरपोर्ट थे, आज 150 से ज्यादा एयरपोर्ट, हम पुराने एयरपोर्ट्स को रेनोवेट कर रहे
    • आज यू0पी0 की पहचान एक्सप्रेस-वे राज्य तथा सबसे अधिक इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स वाले राज्य की
    • प्रधानमंत्री ने उ0प्र0 की प्रगति के लिए मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री द्वय एवं उनकी पूरी टीम की सराहना की
    • काशी और पूर्वांचल को व्यापार-कारोबार का बड़ा केन्द्र बनाने के लिए सरकार ने गंगा जी पर एक नए रेल-रोड ब्रिज के निर्माण को स्वीकृति दी
    • हमने विकसित भारत के हर संकल्प में नारी शक्ति को केन्द्र में रखा, पी0एम0 आवास योजना ने करोड़ों महिलाओं को उनके अपने घर की सौगात दी, सरकार अब तीन करोड़ और नए घर बनाने जा रहीमहिलाओं को विधानसभा और लोकसभा में आरक्षण का ऐतिहासिक काम हमारी सरकार ने पूरा किया
    • देश के 01 लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे, जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं
    • विगत 10 वर्षों में 44,000 करोड़ रु0 की परियोजनाएं अकेले काशी के विकास के लिए स्वीकृत हुईं, जिसमें से 34,000 करोड़ रु0 से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकीं, 10,000 करोड़ रु0 से अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन: मुख्यमंत्री
    • काशी अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए
    • एक नई काया और कलेवर के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई
    • विगत 10 वर्षों में हमने एक नए व बदलते हुए भारत तथा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार और मूर्त रूप लेते हुए देखा
    • प्रत्येक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ और रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए
    • देश में स्वास्थ्य, शिक्षा और आम नागरिक के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई योजनाएं सभी को एक नए रूप में देखने को मिल रहीप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि काशी के लिए आज का दिन, बहुत ही शुभ है। आज काशी में आंखों के एक बड़े अस्पताल का लोकार्पण किया गया है। यहां हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण भी हुआ है। इनमें देश और उत्तर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाई देने वाले प्रोजेक्ट्स भी हैं। आज शिक्षा, कौशल विकास, खेल, स्वास्थ्य, पर्यटन सहित हर सेक्टर के प्रोजेक्ट्स बनारस को मिले हैं। यह सभी प्रोजेक्ट्स सुविधा के साथ-साथ हमारे नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर भी लेकर आए हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने आज वाराणसी में काशी सहित प्रदेश एवं देश के विकास से सम्बन्धित 6611.18 करोड़ रुपये लागत की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी को अंगवस्त्र तथा हॉकी व बैटबॉल का प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया।

    प्रधानमंत्री जी ने सिगरा स्टेडियम सहित 380.13 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 14 परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं। उन्होंने 2,870 करोड़ रुपये की लागत से लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में शामिल नए टर्मिनल भवन समेत अन्य कार्य व 4.17 करोड़ रुपये की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय, आराजी लाइन में एकडेमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण की नींव भी रखी। यह परियोजनाएं काशी के विकास को नए आयाम देंगी। खिलाड़ियों को मॉडल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और जनता को चिकित्सा समेत अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। प्रो-पुअर योजना से सारनाथ के पर्यटन विकास को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। सिपेट में तकनीकी छात्रों को प्रवास की बेहतर सुविधा उनके जीवन को संवारने में अहम भूमिका निभाएगी। प्रधानमंत्री जी ने सहारनपुर के सरसावा हवाई अड्डे का लोकार्पण तथा आगरा हवाई अड्डे के सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास भी किया।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज उन्हें सारनाथ के विकास से जुड़ी करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण करने का भी अवसर मिला है। कुछ समय पहले हमने कुछ भाषाओं को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी, उसमें पाली और प्राकृत भाषाएं भी हैं। पाली और प्राकृत भाषा का सारनाथ एवं काशी से विशेष नाता है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि देशवासियों ने उन्हें लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है। अभी सरकार को बने सवा सौ दिन भी नहीं हुए हैं। इतने कम समय में ही देश में 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं-परियोजनाओं पर काम शुरु किया जा चुका है। जनता का पैसा, जनता पर खर्च हो, देश के विकास पर खर्च हो, पूरी ईमानदारी से खर्च हो, ये हमारी बड़ी प्राथमिकता है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीते 10 सालों में हमने देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया है। इस अभियान के दो सबसे बड़े लक्ष्य हैं। पहला-निवेश से नागरिकों की सुविधा बढ़ाने तथा दूसरा-निवेश से नौजवानों को नौकरी देने का लक्ष्य है। आज देश भर में आधुनिक हाईवे बन रहे हैं, नए-नए रूट्स पर रेलवे ट्रैक्स बिछाए जा रहे हैं, नए-नए एयरपोर्ट बन रहे हैं। इससे लोगों की सुविधा बढ़ रही है तथा देश के युवाओं को नौकरियां भी मिल रही हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बाबतपुर एयरपोर्ट वाला हाईवे बनने तथा एयरपोर्ट पर आधुनिक सुविधाएं बढ़ाए जाने का फायदा बहुत से लोगों को मिला है। बनारस के अनेक लोगों को रोजगार मिला। इससे खेती, उद्योग और पर्यटन, तीनों को बल मिला। आज बनारस आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कोई घूमने तो कोई व्यापार के लिए आ रहा है। इसमें आपका फायदा हो रहा है। अब जब बाबतपुर हवाई अड्डे का और विस्तार होगा, तो आपको और ज्यादा फायदा होगा। आज इस पर काम भी शुरु हो गया है। ये काम जब पूरा हो जाएगा तो यहां ज्यादा विमान उतर पाएंगे।

    प्रधानमंत्री जी ने कि आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के इस महायज्ञ में हमारे एयरपोर्ट्स, उनकी शानदार इमारतें, आधुनिक से आधुनिक सुविधाएं आज दुनिया भर में चर्चा का विषय हैं। वर्ष 2014 में देश में सिर्फ 70 एयरपोर्ट थे। आज 150 से ज्यादा एयरपोर्ट हैं। हम पुराने एयरपोर्ट्स को भी रेनोवेट कर रहे हैं। पिछले साल देश में एक दर्जन से अधिक एयरपोर्ट्स पर नई सुविधाओं का निर्माण हुआ। इनमें अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट एयरपोर्ट भी शामिल हैं। अयोध्या का भव्य इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, हर रोज रामभक्तों का स्वागत कर रहा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश को खस्ताहाल सड़कों के लिए ताने दिए जाते थे। आज यू0पी0 की पहचान एक्सप्रेस-वे राज्य के रूप में है। आज यू0पी0 की पहचान सबसे अधिक इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स वाले राज्य की है। नोएडा के जेवर में भी शीघ ही एक भव्य इण्टरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश की इस प्रगति के लिए प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य तथा श्री ब्रजेश पाठक एवं उनकी पूरी टीम की सराहना की।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बनारस की प्रगति को देखकर उन्हें संतोष होता है। हम सभी ने काशी को शहरी विकास की मॉडल सिटी बनाने का सपना साथ मिलकर देखा है। एक ऐसा शहर जहां विकास भी हो रहा है और विरासत भी संरक्षित हो रही है। आज काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ के भव्य और दिव्य धाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, रिंग रोड और गंजारी स्टेडियम जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से होती है। आज काशी में रोप-वे जैसी आधुनिक सुविधाएं बन रही हैं। यहां के चौड़े रास्ते, गलियां, गंगा जी के सुंदर घाट आज सबका मन मोह रहे हैं।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारा निरंतर प्रयास है कि काशी और पूर्वांचल व्यापार-कारोबार का और बड़ा केन्द्र बने। इसके लिए कुछ दिन पहले ही सरकार ने गंगा जी पर एक नए रेल-रोड ब्रिज के निर्माण को स्वीकृति दी है। राजघाट के पुल के पास एक और भव्य पुल बनने जा रहा है। इसके नीचे ट्रेन चलेगी और ऊपर 6-लेन का हाइवे बनेगा। इसका लाभ बनारस और चन्दौली के लाखों लोगों को मिलेगा।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी काशी अब खेलों का भी एक बहुत बड़ा केन्द्र बनती जा रही है। सिगरा स्टेडियम अब नए रंग-रूप में आपके सामने है। नए स्टेडियम में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से लेकर ओलम्पिक तक की तैयारियों के इंतजाम हो गए हैं। यहां खेलों की आधुनिक सुविधाएं बनी हैं। काशी के नौजवान खिलाड़ियों का सामर्थ्य सांसद खेल प्रतियोगिता के दौरान हमने देखा है।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि समाज का विकास तब होता है, जब समाज की महिलाएं और नौजवान सशक्त होते हैं। इसी सोच के साथ सरकार ने नारी शक्ति को नई शक्ति दी है। करोड़ों महिलाओं को मुद्रा लोन देकर उन्हें व्यापार करने की सहूलियत दी गई है। आज हम गांव-गांव में लखपति दीदी बनाने के लिए काम कर रहे हैं। आज गांव की हमारी बहनें अब ड्रोन पायलट भी बन रही हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी में साक्षात शिव भी माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगते हैं। काशी यह सिखाती है कि समाज तभी समृद्ध होगा, जब नारी सशक्त होगी। इसी भावना से हमने विकसित भारत के हर संकल्प में नारी शक्ति को केन्द्र में रखा है। पी0एम0 आवास योजना ने करोड़ों महिलाओं को उनके अपने घर की सौगात दी है। इसका बहुत बड़ा लाभ यहां बनारस की महिलाओं को भी मिला है। सरकार अब तीन करोड़ और नए घर बनाने जा रही है। यहां बनारस में भी जिन महिलाओं को पी0एम0 आवास योजना के तहत घर नहीं मिले हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द यह घर दिए जाएंगे। हमने घर-घर नल, नल से जल और उज्ज्वला गैस तो पहुंचाई ही है। अब मुफ्त बिजली और बिजली से कमाई वाली योजना भी चल रही है। पी0एम0 सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना से हमारी बहनों का जीवन और आसान होने वाला है। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि अपनी काशी बहुरंगी सांस्कृतिक नगरी है। यहां भगवान शंकर का पावन ज्योतिर्लिंग है, मणिकर्णिका जैसा मोक्ष तीर्थ है तथा यहां सारनाथ जैसा ज्ञान स्थल है। दशकों-दशक बाद बनारस के विकास के लिए इतना काम एक साथ हो रहा है। आखिर वो कौन सी मानसिकता है, जिसके चलते पहले काशी को विकास से वंचित रखा गया। 10 वर्ष पहले बनारस को विकास के लिए तरसाया जाता था। जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश में लम्बे समय तक सरकारें चलाईं, जो लोग दिल्ली में दशकों तक सरकार में बैठे रहे, उन्होंने परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कभी बनारस की परवाह नहीं की।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चलती है। हमारी सरकार किसी योजना में भेदभाव नहीं करती। हम जो कहते हैं, वो डंके की चोट पर करके दिखाते हैं। आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मन्दिर में हर रोज लाखों लोग श्रीरामलला के दर्शन करने जा रहे हैं। महिलाओं को विधानसभा और लोकसभा में आरक्षण की बात भी बरसों से लटकी रही थी। यह ऐतिहासिक काम भी हमारी सरकार ने ही पूरा किया है। तीन तलाक की कुरीति से कितने ही परिवार पीड़ित थे। मुस्लिम बेटियों को इससे मुक्ति दिलाने का काम हमारी सरकार ने किया। हमारी सरकार ने ओ0बी0सी0 आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। हमारी सरकार ने बिना किसी का हक छीने गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया।

    प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमने नेक नीयत से नीतियां लागू कीं, ईमानदारी से देश के हर परिवार का जीवन बदलने का प्रयास किया। इसलिए देश भी हमें लगातार आशीर्वाद दे रहा है। आज भारत के सामने परिवारवादी राजनीति बहुत बड़ा खतरा है। यह परिवारवादी सबसे ज्यादा नुकसान, देश के युवाओं का करते हैं। ये कभी भी युवाओं को मौका देने में विश्वास नहीं करते। उन्होंने लाल किले से आह्वान किया है, वे देश के 01 लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे, जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। यह भारत की राजनीति की दिशा बदलने तथा भ्रष्टाचार और परिवारवादी मानसिकता को मिटाने का अभियान है। प्रधानमंत्री जी ने काशी सहित उत्तर प्रदेश के नौजवानों से खुले मन से नई राजनीति की धुरी बनने का आह्वान किया। काशी का यह मंच एक बार फिर पूरे देश के नए विकास प्रतिमानों का आरम्भ स्थल बना है। काशी एक बार फिर, राष्ट्र को नई गति देने की साक्षी बनी है।

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीपावली के पूर्व देशवासियों और काशीवासियों को प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से 6700 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उपहार प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री जी ने दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हरियाणा विजय के उपरान्त काशी आगमन पर उनका स्वागत किया।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 10 वर्षों में हमने एक नए व बदलते हुए भारत को देखा है। हमने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार और मूर्त रूप लेते हुए भी देखा है। भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में विकास के नित नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। रोड कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी, वॉटर-वे, रेलवे अथवा नगरीय क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए मेट्रो और रैपिड रेल की सुविधा सहित प्रत्येक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधुनिक मॉडल देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है और रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर, देश में स्वास्थ्य, शिक्षा और आम नागरिक के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई योजनाएं भी सभी को एक नए रूप में देखने को मिल रही है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि नए भारत के नेतृत्वकर्ता के रूप में प्रधानमंत्री जी उत्तर प्रदेश के काशी से देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। विगत 10 वर्षों में काशी अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए एक नई काया और कलेवर के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई है। विगत 10 वर्षों में 44,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं अकेले काशी के विकास के लिए स्वीकृत हुई। जिसमें से 34,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इसी क्रम में आज दीपावली के ठीक पहले काशी के लिए 3,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से काशीवासियों को प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के शिलान्यास और सहारनपुर के सरसावा एयरपोर्ट के लोकार्पण और आगरा में नए एयरपोर्ट के शिलान्यास का कार्यक्रम भी आज प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से हो रहा है।

    केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू ने अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री जी के विकास हेतु किये जा रहे लगातार प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि काशी प्राचीन समय से ही ज्ञान की राजधानी रही है। प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से काशी नयी ऊँचाइयों को छू रही है। वाराणसी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर 2870 करोड़ रुपये की लागत से तीन गुना बड़ा नया टर्मिनल बनाया जा रहा है। इसके बनने से स्थानीय संस्कृति का विकास भी होगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से आम नागरिक की हवाई जहाज तक पहुंच सुनिश्चित करने हेतु उड़ान योजना लायी गयी थी। वर्तमान में देश के 80 एयरपोर्ट उड़ान योजना से लाभान्वित हुए हैं। उत्तर प्रदेश में भी 87 उड़ान रूटों को एक्टिव किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश एकमात्र राज्य है, जहां 10 से अधिक एयरपोर्ट एक्टिव हैं। शीघ्र ही नोएडा में जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन भी किया जायेगा।

    ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री जी द्वारा आज लोकार्पित होने वाली प्रमुख परियोजनाओं में 216.29 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सिगरा का पुनर्विकास, 90.20 करोड़ रुपये की लागत से सारनाथ में पर्यटन पुनर्विकास कार्य, 13.78 करोड़ रुपये की लागत से सिपेट परिसर करसड़ा में छात्रावास का निर्माण, 12.99 करोड़ रुपये की लागत से डॉ0 भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम लालपुर में 100 बेड क्षमता के बालक-बालिका छात्रावास व पब्लिक पवेलियन का निर्माण, 7.85 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी शहर में 20 पार्कों के सौंदर्यीकरण व पुनर्विकास कार्य, 7.08 करोड़ रुपये की लागत से महिला आई0टी0आई0 चौकाघाट व आई0टी0आई0 करौदी में हाईटेक लैब का निर्माण, 6.67 करोड़ रुपये की लागत से सेण्ट्रल जेल में बैरकों का निर्माण, 06 करोड़ रुपये की लागत से सिपेट परिसर करसड़ा में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबन्धन केन्द्र का निर्माण, 6.02 करोड़ रुपये लागत से बाणासुर मन्दिर एवं गुरु धाम मन्दिर में पर्यटन विकास कार्य, 5.16 करोड़ रुपये की लागत से सेंट्रल जेल वाराणसी में 48 कर्मचारी आवास का निर्माण कार्य, 2.51 करोड़ रुपये की लागत से टाउन हॉल शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य, 2.16 करोड़ रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भरथरा में आवासीय भवनों का निर्माण कार्य, 1.93 करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिराई गांव का निर्माण कार्य तथा 1.49 करोड़ रुपये की लागत से ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे एक्टिविटी जोन एवं पार्किंग का निर्माण कार्य सहित 380.13 करोड़ रुपये लागत की 14 परियोजनाएं शामिल हैं।

    इसके अलावा, 2,870 करोड़ रुपये की लागत से श्री लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, नए टर्मिनल भवन का निर्माण तथा सम्बन्धित अन्य निर्माण कार्य एवं 4.17 करोड़ रुपये की लागत से कस्तूरबा गांधी विद्यालय अराजीलाइन में एकेडमिक ब्लॉक व गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण सहित 2874.17 करोड़ रुपये लागत की 02 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

    इसके अतिरिक्त अन्य परियोजनाओं में 91 करोड़ रुपये की लागत से रीवा एयरपोर्ट, मध्य प्रदेश में नए टर्मिनल का निर्माण, 80.32 करोड़ रुपये की लागत से मां महामाया एयरपोर्ट अंबिकापुर में नए टर्मिनल का निर्माण, 54.56 करोड़ रुपये की लागत से सरसावा एयरपोर्ट में सिविल एन्क्लेव के निर्माण सहित 225.88 करोड़ रुपये की लागत से 03 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। 1,550 करोड़ रुपये की लागत से बागडोगरा एयरपोर्ट में नए सिविल एन्क्लेव का निर्माण, 912 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा एयरपोर्ट में नए सिविल एनक्लेव का निर्माण तथा 579 करोड़ रुपये की लागत से आगरा एयरपोर्ट में नए सिविल एन्क्लेव के निर्माण सहित 3,041 करोड़ रुपये लागत की 03 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।

    कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, श्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं काशी सांसद खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेता एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।
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  • CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi: प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां योजना भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की।

    बैठक में मंत्रीगण, शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, सलाहकारों तथा विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी 10 सेक्टर्स में जारी कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर कंसल्टिंग एजेंसी डेलॉयट इण्डिया ने  प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और सम्भावित भावी परिणामों, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के सम्बन्ध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों के नियोजित प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। वर्ष 2021-22 में प्रदेश की कुल जी0डी0पी0 16.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इस वर्ष हमारा जी0एस0डी0पी0 लक्ष्य 32 लाख करोड़ रुपये है। सभी के सहयोग से यह लक्ष्य भी पूरा होगा। इन 07 वर्षों में प्रदेश की जी0डी0पी0 और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हुई है। प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।

    प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन (जी0वी0ए0) के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई है। कृषि और सहायक सेक्टर के लिए अनुमानित जी0वी0ए0 5.85 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 5.98 लाख करोड़ रुपये, विनिर्माण के 2.48 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 2.79 लाख करोड़ रुपये, ट्रांसपोर्ट, स्टोरेज और कम्युनिकेशन के अनुमानित जी0वी0ए0 के सापेक्ष 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्पष्ट है कि व्यापार, होटल, परिवहन और प्रसारण से सम्बन्धित संचार सेवाओं की वृद्धि दर में तेजी आई है। यही स्थिति अन्य सेक्टरों में भी है। ओवरऑल वर्ष 2023-24 में राज्य के लिए अनुमानित जी0एस0वी0ए0 23 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष सकल मूल्य वर्धन 23.24 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह स्थिति अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति को प्रदर्शित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी (ओ0टी0डी0ई0) के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह लक्ष्य बड़ा है। पिछले वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी विभागों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। हमारी नीति और नियोजन सही है। बड़े लक्ष्य के लिए अपनी गति तेज करने की आवश्यकता है। इसकी नियमित मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसके लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। नोडल अधिकारी साप्ताहिक, प्रमुख सचिव स्तर पर पाक्षिक और विभागीय मंत्री के स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक की जाए।

    आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है। इसके लिए सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एम0ओ0एस0पी0आई0) से संवाद व समन्वय बनाएं तथा उनके अनुभवों का लाभ लें। सही आकलन के लिए विभागवार सांख्यकीय अधिकारियों के लिए कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन करें। डेटा जितना शुद्ध होगा, लक्ष्य के लिए हम उतना ही बेहतर प्रयास कर सकेंगे। वर्ष 2023-24 में प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सी0ए0जी0आर0) लगभग 16 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह स्थिति उत्साहजनक है। वर्तमान वर्ष के लिए 25 प्रतिशत का लक्ष्य है। सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। सभी को मिलकर सही नीति और नियोजित क्रियान्वयन के लिए प्रयास करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में अवसर हैं, हमें नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करना होगा, इसके लिए सीड पार्क जैसे प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। किसानों को दलहन, तिलहन, मिलेट अन्न की बुआई के लिए प्रोत्साहित करते हुए, फसल विविधीकरण एवं बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट और बेहतर करने की आवश्यकता है। अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि दर को दोगुनी तेजी देने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। हार्टिकल्चर में ‘पर ब्लॉक-वन क्रॉप’ जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों को प्रशिक्षित करें, संसाधन उपलब्ध कराएं, नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

    रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफार्म के मंत्र का अर्थव्यवस्था के द्वितीयक खण्ड में सबसे अच्छा परिणाम देखने को मिला है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेज वृद्धि दर उत्साहित करने वाली है। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत लैंडबैंक के विस्तार, नीतिगत सुधार और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अपने प्रयासों को तेज करना होगा। अनेक निवेशक उत्तर प्रदेश में आने के लिए तैयार हैं। टेक्सटाइल पार्क, सोलर पार्क, प्लेज पार्क के अनेक प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमें इस अनुकूल अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए सभी को अतिरिक्त प्रयास करना होगा। ग्राम समाज की भूमि औद्योगिक विकास और एम0एस0एम0ई0 के उपयोग में लाने की व्यवस्था की गई है। लैण्ड पूलिंग पॉलिसी को और बेहतर किया जाना चाहिए। ऐसी भूमियां जो आवंटित हैं, लेकिन उपयोग नहीं की जा रही हैं, उनका चिन्हांकन करें। उनके बारे में यथोचित निर्णय लें। ‘सिक यूनिट’ की पहचान कर उनके सदुपयोग के बारे में निर्णय लें। इण्डस्ट्रियल क्लस्टर की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाए। इन्वेस्टमेंट और भूमि अधिग्रहण से जुड़े प्रकरण लम्बित नहीं रहने चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। एम0ओ0यू0 को धरातल पर उतारें।

    विभिन्न एप्रूवल की प्रक्रियाओं को समयबद्ध करना होगा, तय समय-सीमा के बीतने के बाद एप्रूवल को डीम्ड मान लिया जाना चाहिए। पब्लिक ग्रीवांस सिस्टम को और लाभकारी बनाये जाने की आवश्यकता है। ओ0टी0डी0ई0 के लिए हमें निजी और सार्वजनिक निवेश को और बढ़ाना होगा। निवेशकों से सम्पर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए सेक्टर-नए निवेशकों से भी संवाद करें। उन्हें प्रदेश की यू0एस0पी0 से अवगत करायें। इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्यकता है। सिंगल विंडो प्रणाली को और सरल तथा अधिक पारदर्शी बनाया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा सेक्टर को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। गैर पारम्परिक ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने नीति जारी की है। हमें सोलर और बायो मास सेक्टर में निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमें सोलर एनर्जी कैपेसिटी को बढ़ाने पर काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पी0एम0 सूर्य घर योजना का कवरेज बढ़ाने का प्रयास करें।

    होटल/रेस्टोरेंट, ट्रान्सपोर्ट, संचार, रियल एस्टेट, प्रोफेशनल सर्विस, व अन्य सेवाओं वाले तृतीयक खण्ड में प्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। अयोध्या, मथुरा-वृन्दावन, काशी, प्रयागराज, नैमिषारण्य इसके महत्वपूर्ण केन्द्र हैं। विगत 07 वर्षों में यहां व्यापक परिवर्तन हुआ है। टूरिस्ट फुटफॉल अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। वर्तमान वर्ष में अब तक 62 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आगमन हो चुका है। यह टूरिस्ट फुटफॉल लोकल इकोनॉमी को बढ़ावा देने वाला है। अगले वर्ष प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन है। यह पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा असर डालने वाला होगा। नैमिषारण्य, विन्ध्यधाम जैसे केंद्रों को चिन्हित कर उनकी बेहतर ब्राण्डिंग करनी चाहिए। बौद्ध सर्किट का सम्बन्धित देशों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। पर्यटन स्थलों पर जनसुविधाएं और बेहतर की जाएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0टी0 सेक्टर को उद्योग का दर्जा दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर आज आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 का ग्लोबल हब बन कर उभरा है। प्रदेश में आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 टेस्टिंग सेण्टर की स्थापना का प्रयास करें। लखनऊ में ए0आई0 सिटी की भूमि चिन्हित की जा चुकी है, इससे सम्बन्धित पॉलिसी यथाशीघ्र लाई जाए। परियोजना पर काम तेज किया जाना चाहिए। हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेनिंग के लिए भी प्रस्ताव मिले हैं, इसकी बेहतर सम्भावनाओं का लाभ लेने के लिए यथाशीघ्र अपनी ड्रोन पॉलिसी लागू करनी चाहिए। स्टार्टअप पंजीकरण के लिए कानपुर के साथ-साथ नोएडा में भी सुविधा कार्यालय प्रारम्भ कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन सेक्टर की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए। असेवित क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन करें। निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। जल मार्ग परिवहन सम्बन्धित प्राधिकरण का गठन किया गया है, इस दिशा में भी आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। हॉस्पिटल, हाउसिंग और होटल के लिए निजी क्षेत्र की ओर से बड़े प्रस्ताव मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में इस सेक्टर में और अधिक तेजी देखने को मिलेगी। नियमों को सरल करें, व्यावहारिकता का ध्यान रखें। निवेशकों की अपेक्षाओं को समझें। यह पूरा सेक्टर अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ ईज ऑफ लिविंग की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओ0टी0डी0ई0 के लिए हर विभाग का लक्ष्य पहले से ही निर्धारित है। इसकी प्रगति की सतत समीक्षा आवश्यक है। हर विभाग की कैपेसिटी बिल्डिंग की जरूरत है। रिफॉर्म की कार्ययोजना तैयार कर लागू करें। हर काम की समय-सीमा तय करें। यही वह प्रदेश है जहां वर्ष 2016-17 में एक्साइज से मात्र 12 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता था आज 52 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। यानी कमी सामर्थ्य की नहीं, इच्छाशक्ति की थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए नगर निकायों व ग्राम पंचायतों का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। इनके आय संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। गांव हो या कस्बे, हर जगह आम आदमी को अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल, बेहतर जनसुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकासखण्ड की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाए, जहां कमी हो, उसे दूर किया जाए।
    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi से इज़राइल के राजदूत ने शिष्टाचार भेंट की

    CM Yogi से इज़राइल के राजदूत ने शिष्टाचार भेंट की

    CM Yogi: इजराइल और भारत, विशेष रूप से उ0प्र0 के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया

    • इज़राइल में उ0प्र0 से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में कार्यरत, इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण इज़राइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां कार्य के लिए लेने की इच्छुक
    • उ0प्र0 में 02 स्थानों पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इज़राइल से सहयोग लिया जा रहा
    • बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज बढ़ाने जाने के सम्बन्ध में डी0पी0आर0 प्रस्तुत, शासन स्तर पर इस पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा
    • आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इज़राइल के सहयोग से कार्य किया जा रहा
    • इज़राइल के सहयोग से 02 सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत, इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित
    • इज़राइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट्स तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे
    • इज़राइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर महाकुम्भ प्रयागराज 2025 को और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया
    • पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इज़राइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर चर्चा
    • उ0प्र0 में विगत 07 वर्षाें में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए: राजदूत, इज़राइल

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां उनके सरकारी आवास पर इज़राइल के राजदूत श्री रूवेन अज़ार ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर इजराइल और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।

    बैठक में इज़राइल में उत्तर प्रदेश के स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता बढ़ाने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। इज़राइल में उत्तर प्रदेश से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में गये हैं। इनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। इज़राइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां कार्य के लिए लेने की इच्छुक है। बैठक में ड्रिप इरिगेशन तथा पेयजल के क्षेत्रों में सहयोग पर भी विचार विमर्श किया गया। ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश में 02 स्थानों पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इज़राइल से सहयोग लिया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज को बढ़ाने जाने के सम्बन्ध में एक डी0पी0आर0 प्रस्तुत की गयी है। शासन स्तर पर इस पर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इज़राइली टेक्नोलॉजी एवं कम्पनियों के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में इज़राइल के सहयोग से जनपद बस्ती तथा कन्नौज में 02 सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत हैं। इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित है। बैठक में इन सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को और प्रभावी बनाये जाने पर भी चर्चा की गयी। इन दोनों सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को कृषि विज्ञान केन्द्रों से जोड़कर किसानों के बीच इनकी पहुंच बढ़ाने जाने पर बल दिया गया। इनके अतिरिक्त इज़राइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट्स तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे हैं।

    बैठक में पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इज़राइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर भी चर्चा की गयी। महाकुम्भ प्रयागराज 2025 में इज़राइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर इसे और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में भी विचार विमर्श किया गया।

    इज़राइल के राजदूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत 07 वर्षाें में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए हैं। यहां नई सड़कें, मेट्रो, आर0आर0टी0एस0 के संचालन तथा नये एयरपोर्ट्स के निर्माण में बहुत प्रगति हुई है। अनुरोध किया कि यहां की कम्पनियां इज़राइल में आकर कार्य करें और वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया

    CM Yogi ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया

    CM Yogi: मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की गतिविधियों पर स्थायी रोक के सम्बन्ध में सुस्पष्ट कानून तैयार किया जाए

    • खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने की महत्ता के दृष्टिगत कठोर कानून बनाया जाना आवश्यक
    •  ऐसे अपराधों को संज्ञेय और अजमानतीय मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए,
    • कानून का उल्लंघन करने वालों को कारावास और अर्थदण्ड की सजा होनी चाहिए
    • हर उपभोक्ता को यह अधिकार हो कि वह खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाताओं के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके, इसके लिए विक्रेता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए
    • खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना अनिवार्य किया जाए
    • खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर एवं भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाना अनिवार्य किया जाए
    • यदि किसी खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विगत दिनों हुई जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाओं पर स्थायी रोक लगाने के लिए प्रस्तावित नए कानून पर विमर्श किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट/अखाद्य/गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। यह सामाजिक सौहार्द पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किए जा सकते।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने की महत्ता के दृष्टिगत कठोर कानून बनाया जाना आवश्यक है। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, स्ट्रीट वेंडर्स से जुड़ी इन गतिविधियों के सम्बन्ध में सुस्पष्ट कानून तैयार किया जाए। कानून का उल्लंघन करने वालों को कारावास और अर्थदण्ड की सजा होनी चाहिए। ऐसे अपराधों को संज्ञेय और अजमानतीय मानते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपनी पहचान छुपा कर असामाजिक तत्वों द्वारा खान-पान की वस्तुओं एवं पेय पदार्थ में मानव अपशिष्ट, अखाद्य, गंदी चीजों की मिलावट की एक भी गतिविधि न हो, इसे कानून के माध्यम से सुनिश्चित करना होगा। ऐसी असामाजिक गतिविधियों पर कड़ाई से लगाम लगायी जानी चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर उपभोक्ता को यह अधिकार हो कि वह खाद्य एवं पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाताओं के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके। इसके लिए विक्रेता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइनबोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए। खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना भी अनिवार्य किया जाए। छद्म नाम रखने, गलत जानकारी देने वालों के विरुद्ध कठोरतम सजा का प्रावधान होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक खाद्य प्रतिष्ठान द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि उसके प्रतिष्ठान में कोई भी भोजन दूषित न हो। खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर एवं भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाना अनिवार्य किया जाए, जिसकी न्यूनतम एक माह की फुटेज जिला प्रशासन द्वारा मांगे जाने पर हर समय उपलब्ध कराई जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रसोईघर में भोजन पकाते समय और उसे परोसते समय सिर ढकना, मास्क और दस्ताने पहनना अनिवार्य होना चाहिए। खाद्य कारोबारकर्ता द्वारा प्रतिष्ठान में कार्यरत कार्मिकों का विवरण सम्बन्धित थाने को उपलब्ध कराया जाना चाहिए। यदि किसी खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होती है तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। कानून में इस सम्बन्ध में स्पष्ट प्रावधान किया जाना चाहिए।

    source: http://up.gov.in

  • नवरात्रि के दौरान CM Yogi ने की मां पाटेश्वरी की पूजा

    नवरात्रि के दौरान CM Yogi ने की मां पाटेश्वरी की पूजा

    CM Yogi: उत्तर प्रदेश की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने गुरुवार सुबह नवरात्रों के दौरान मां पटेश्वरी की पूजा की। नवरात्रि के अवसर पर मुख्यमंत्री और गोरक्ष पीठाधीश्वर ने जगतजननी मां भगवती की पूजा अर्चना की और उत्तर प्रदेश की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा।

    बलरामपुर के दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को समीक्षा बैठक कर मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण का निरीक्षण किया।

    मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान गायों को गुड़ और चारा खिलाते हुए मंदिर परिसर में स्थित गौशाला का भी निरीक्षण किया। सीएम आदित्यनाथ ने जब गायों को उनके नाम से पुकारा तो वे दौड़ते हुए उनके पास आए। उन्होंने गायों की सेवा करते समय गौशालाओं की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।

    सीएम ने मंदिर आने वाले बच्चों को चॉकलेट भी वितरित की, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

    उन्होंने थारू जनजाति छात्रावास के बच्चों से मुलाकात की और उनकी शिक्षा के साथ-साथ भोजन की गुणवत्ता और आवास व्यवस्था के बारे में पूछताछ की। इस दौरान मंदिर के महंत मिथिलेश नाथ योगी भी मुख्यमंत्री के साथ थे।


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