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  • CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार

    CM Yogi: मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम

    • मुख्यमंत्री ने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये
    • अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया
    • आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया, यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
    • विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा, अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकीं
    • यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने, युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान
    • प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा, राज्य को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा
    • प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया
    • प्रदेश में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके
    • युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा, युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे
    • अब उ0प्र0 देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा, यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ
    • राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई, इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा
    • प्रदेश की 57000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके, इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी
    • गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए, आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा
    • ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए, हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी
    • गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए
    • स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही, ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगायी जाएं, इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा मिलेगी
    • केंद्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए
    • ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें
    • समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने कहा है कि विगत साढ़े 07 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के समग्र विकास के लिए तैयार की गई रूपरेखा के क्रम में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अत्यन्त महत्वपूर्ण हिस्सा है। योग्य व सक्षम युवाओं के चयन के अभाव में सरकार की योजनाओं को जमीनी धरातल पर उतारना सम्भव नहीं होता है, क्योंकि अयोग्य अभ्यर्थियों के चयन से कार्य करने वाला तंत्र ही पैरालाइज हो जाता है। यह स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए वर्ष 2017 में ही प्रदेश सरकार ने तय किया था कि राज्य के सभी भर्ती बोर्ड आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न करें, ताकि युवाओं की योग्यता और क्षमता का उपयोग प्रदेश के विकास व राज्य के 25 करोड़ लोगों के भाग्य को बदलने के लिए किया जा सके। प्रदेश की जनता के सामर्थ्य से राज्य को भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। आज प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रदेश को प्रतिभा के बेहतर उपयोग का लाभ प्राप्त हो रहा है। पहले प्रदेश की अर्थव्यवस्था छठवें तथा सातवें नम्बर पर थी। आज राज्य की अर्थव्यवस्था नम्बर दो पर है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत नवचयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारियों, 360 ग्राम विकास अधिकारियों (समाज कल्याण) एवं 64 पर्यवेक्षकों (समाज कल्याण) के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नियुक्ति पत्र नवचयनित अभ्यर्थियों के लिए आगामी दीपावली पर्व का उपहार है। नियुक्ति पत्र वितरण का यह कार्यक्रम लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जनपदों में भी आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मिशन रोजगार के विजन को आगे बढ़ाने तथा युवाओं को उनकी आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप तथा उनकी योग्यता व क्षमता के अनुसार रोजगार प्रदान करने का अभियान है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विगत साढ़े 07 वर्षों में अब तक लगभग 07 लाख युवाओं को सरकारी नियुक्तियां प्रदान की जा चुकी हैं। प्रदेश में सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण निजी क्षेत्र में भी लाखों युवाओं के लिए रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है। पहले प्रदेश में निवेशक निवेश करने से कतराते थे। अब यहां बड़े-बड़े निवेश किये जा रहे हैं। लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतारे जा चुके हैं। वर्तमान में लाखों-करोड़ों रुपए के निवेश प्रदेश सरकार द्वारा विचाराधीन हैं। इस प्रक्रिया को बहुत शीघ्र सम्पन्न किया जाएगा। यह निवेश केवल निवेश नहीं है, बल्कि इसमें रोजगार तथा विकास भी सम्मिलित है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश का युवा नौकरी व रोजगार के लिए देश व दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में भटकता था। युवाओं के सामने पहचान का संकट था। आज युवाओं को अपने ही प्रदेश, जनपद व क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो रहा है। युवा प्रदेश में रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे हैं। युवा अपने परिवार की अच्छे ढंग से देखभाल व घर के कार्यों के साथ-साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। शासन तथा निजी क्षेत्र हेतु योग्य तथा स्किल्ड मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए व्यावसायिक तथा तकनीकी शिक्षा के अन्तर्गत ट्रेड तथा कोर्सेज संचालित किए गए हैं। इसके लिए बेहतर समन्वय बनाने का प्रयास किया गया है। इसी का परिणाम है कि अब उत्तर प्रदेश देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जा रहा है। यहां विकास का वातावरण तैयार हुआ है। निवेश के माध्यम से रोजगार की अनेक संभावनाएं आगे बढ़ी हैं। वर्ष 2017 से पूर्व युवाओं के योग्य व सक्षम होने के बावजूद उन्हें भ्रष्टाचार तथा भेदभाव के कारण चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाता था।

    मुख्यमंत्री जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत सर्वाधिक आधारभूत इकाई है। आप सभी को इस आधारभूत इकाई को और अधिक सुदृढ़ करने में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए देशवासियों को लक्ष्य प्रदान किया है कि जब वर्ष 2047 में भारत अपनी आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, तब भारत आत्मनिर्भर और विकसित होना चाहिए। जो नींव आज आप रखेंगे वही आत्मनिर्भर और विकसित भारत की आधारशिला बनने वाली है। इसमें ग्राम पंचायतें अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करेंगी। इसके लिए पंचायतीराज विभाग ने अनेक कार्य पहले से सम्पन्न कर लिए हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 73वें संविधान संशोधन के माध्यम से ग्राम पंचायतों को 29 विषयों पर कार्य करने का अधिकार दिया गया है। इन कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया गया है। प्रदेश स्तर पर सचिवालय, जनपद स्तर पर जिलाधिकारी के कार्यालय और विकास भवन अब प्रदेश की 57,000 से अधिक ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय लगभग बन चुके हैं। इनमें ऑप्टिकल फाइबर या इण्टरनेट का कनेक्शन अथवा वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी है। ग्राम पंचायत सहायक के रूप में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति भी की जा चुकी है। अब आपको वहां पर स्वयं को साबित करना होगा। गांव के लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए। आय, निवास तथा जाति प्रमाण पत्र आदि सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत को तैयार करना होगा। ग्राम पंचायत की कार्य योजना को ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत से जुड़े हुए अन्य लोगों के साथ बैठकर तैयार करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केवल केन्द्र तथा राज्य की धनराशि पर आश्रित न रहकर ग्राम पंचायतों में आय के स्रोत विकसित कर, आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए। हर ग्राम पंचायत में आत्मनिर्भर बनने की सम्भावना छिपी है। ग्राम पंचायत की सरप्लस भूमि पर या वर्तमान बाजार को ग्रामीण हाट के रूप में विकसित किया जा सकता है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि गांव का ड्रेनेज या सीवर किसी तालाब, नदी अथवा नाले में न गिरे बल्कि उसका निपटान देशी व परम्परागत पद्धति से किया जाए। इससे गांव के जल स्रोत शुद्ध रहेंगे। यदि गांव के तालाब देवस्थान से नहीं जुड़े हैं, तो इनका उपयोग मत्स्य पालन या दूसरे उपयोग के लिए किया जा सकता है। इसके माध्यम से ग्राम पंचायत के लिए अतिरिक्त आय अर्जित की जा सकती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पंचायतीराज विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है कि जिन ग्राम पंचायतों को केन्द्र अथवा राज्य की वित्तीय सहायता मिलती है तथा ज्यादातर धनराशि वेतन भत्तों पर खर्च होती है। पहले चरण में उन ग्राम पंचायतों में जितना धन वह अपने वित्तीय स्रोतों से अर्जित करेंगी उतना ही अतिरिक्त धन राज्य सरकार द्वारा विकास कार्य हेतु उपलब्ध कराया जाएगा। ग्राम पंचायत के लिए आय के अन्य स्रोत भी विकसित किये जा सकते हैं। जैसे गांव के सार्वजनिक कार्यों को सम्पन्न करने के लिए कम्युनिटी सेंटर बनाया जा सकता है। इसके माध्यम से गांव के पास एक भवन होगा तथा यूजर चार्ज के माध्यम से लोगों को सुविधा भी प्राप्त होगी।

    प्रधानमंत्री जी के स्मार्ट सिटी मिशन के विजन के अनुसार प्रदेश में 17 स्मार्ट सिटी बनायी जा रही हैं। ग्राम पंचायतों को भी स्मार्ट बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। इसके लिए ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था, कार्यों में जनसहभागिता की व्यवस्था की जाए। गांव की नालियां साफ सुथरी होनी चाहिए। पहले गांव में एक गड्ढे में कूड़े का निस्तारण किया जाता था। इससे गन्दगी दूर होने के साथ ही खाद भी तैयार होती थी। अब फिर से खाद के गड्ढे बनाने की आवश्यकता है। पंचायत की रिजर्व भूमि पर खाद के गड्ढे, गौचर, निराश्रित गोआश्रय स्थल बनाये जाने चाहिए।

    ग्राम पंचायतों में महत्वपूर्ण स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे तथा स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं। इससे सुरक्षा के वातावरण के साथ-साथ प्रकाश की सुविधा भी मिलेगी। लाइट को समय पर ऑन तथा ऑफ किया जाना चाहिए। सेंसर या कर्मचारी की सहायता से यह कार्य किया जाना चाहिए। गांवों में अच्छे कार्यक्रमों या भजनों के प्रसारण के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया जा सकता है। गांव के सार्वजनिक शौचालयों के साफ सफाई की निरन्तर व्यवस्था की जानी चाहिए। आमजन की सहभागिता बढ़ाते हुए सामुदायिक व्यवस्था को विकसित करना चाहिए। यदि यह सभी कार्य किए जाएंगे तो गांव स्वयं ही स्मार्ट बन जाएंगे। केन्द्र अथवा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता होने पर प्रदेश की ग्राम पंचायतें अग्रणी भूमिका में दिखनी चाहिए, जिससे हमारी ग्राम पंचायत को भी अच्छे पुरस्कार प्राप्त हो सकें। हमारी ग्राम पंचायतें ऐसी होनी चाहिए जिन्हें हम अन्य लोगों के सामने रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर सकें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गरीबों तथा जरूरतमंदों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाना चाहिए। जरूरतमन्दों को जमीन का पट्टा, आवास व शौचालय की सुविधा, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि कार्यों में यदि आपका सहयोग रहेगा तो लोगों का विश्वास व्यवस्था तथा आपके साथ रहेगा। गरीब का आशीर्वाद किसी भी व्यक्ति के लिए अत्यन्त कल्याणकारी होता है। यह जीवन यशस्वी बनने तथा लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए है। यदि कोई व्यक्ति अपने कार्यों से यश प्राप्त कर रहा है, तो यह उसके लिए वरदान है। यही उसके लिए सौभाग्य का क्षण होता है। सरकार आपको हर प्रकार का संरक्षण प्रदान करेगी, लेकिन आम जनता के प्रति जवाबदेही को जमीनी धरातल पर उतार कर दिखाना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्राम पंचायतों में फेयर प्राइस शॉप या कोटे की दुकान ग्राम सचिवालयों के पास मॉडल शॉप के रूप में बन रही हैं। इनके माध्यम से सरकारी राशन के साथ साथ अन्य आवश्यक सामान लोगों को उपलब्ध कराये जा सकते हैं। इन दुकानों से प्राप्त किराया ग्राम पंचायत में जमा करने से अतिरिक्त आय का सृजन होगा। इन सब कार्यों के लिए पहल किया जाना आवश्यक है। एक-एक पैसे का हिसाब किया जाना चाहिए। सरकार का पैसा सरकार के खाते में जाना चाहिए, जिससे इस धनराशि का उपयोग विकास के लिए किया जा सके। इससे आपका गांव चमकता हुआ दिखाई देगा। आपका गांव आत्मनिर्भर, विकसित तथा आदर्श ग्राम के रूप में सबके सामने होगा। इस दिशा में बेहतर प्रयास आपको नई पहचान दिलाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज के कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग से जुड़े हुए ग्राम विकास अधिकारी तथा पर्यवेक्षक भी नियुक्ति पत्र प्राप्त कर रहे हैं। समाज कल्याण विभाग बड़ी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा है। विभाग 21 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है। ग्राम पंचायतों में अनुसूचित जाति की बेटियों का विवाह, सामूहिक विवाह के कार्यक्रम, पेंशन की योजना सहित अनुसूचित जातियों तथा जनजातियों से जुड़ी अनेक कल्याणकारी योजनाएं आदि कार्य मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैैं।

    मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज यहां जनपद लखीमपुर खीरी के थारू जनजाति समुदाय के युवा ने भी नियुक्ति पत्र प्राप्त किया है। पहले लोग मानते थे कि इस समुदाय से जुड़े युवा नौकरी नहीं कर पाएंगे। आज बड़ी संख्या में बेटियों ने भी नियुक्त पत्र प्राप्त किया है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति बिना भेदभाव नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़कर प्रधानमंत्री जी की विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करने को तैयार है।

    मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जितनी निष्पक्षता व पारदर्शिता के साथ विज्ञापन के प्रकाशन से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण की कार्यवाही सम्पन्न की गई है। यदि आपका पूरा जीवन इसी पारदर्शिता तथा निष्पक्षता के साथ आगे बढ़ेगा तो प्रदेश देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था अवश्य बनेगा। वर्ष 2047 में भारत एक विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत के रूप में हम सभी के सामने होगा। इसके लिए हम सभी को प्राणपण से जुड़ना होगा।

    इस अवसर पर मिशन रोजगार पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम को पंचायतीराज मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर तथा समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण ने भी सम्बोधित किया।

    इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव गोंड सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव पंचायतीराज श्री नरेन्द्र भूषण, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ0 हरिओम, प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक श्री एम0 देवराज, सूचना निदेशक श्री शिशिर, नव चयनित अभ्यर्थी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की

    CM Yogi: किसानों को आवश्यकतानुसार डी0ए0पी0 का वितरण किया जाए, अधिकारी नियमित रूप से केन्द्रों का निरीक्षण करें

    • नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करने तथा आगामी 15 नवम्बर तक नहरों में पानी पहुंचाए जाने के निर्देश
    • आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाए
    • जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए, अधिकारियों की एक टीम
    • अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और विकास के नये आयामों को विकसित करें
    • समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पी0पी0पी0 मॉडल पर पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्धार कराया जाए
    • आई0जी0आर0एस0 एवं सी0एम0 हेल्पलाइन की शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करें
    • मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा समय पर एन0ओ0सी0 प्रदान करने तथा मानचित्र आदि की स्वीकृति करने के निर्देश
    • मुख्यमंत्री ने श्री बांके बिहारी जी मन्दिर पर भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की
    • सुरक्षा हेतु पैदल गश्त, पी0आर0वी0 एवं मोटर साइकिल से पेट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश
    • मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन किया

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने जनपद में डी0ए0पी0, यूरिया, एन0पी0के0 तथा एम0ओ0पी0 की डिमाण्ड के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने जनपद में डी0ए0पी0 की कालाबाजारी पर रोक लगाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को आवश्यकतानुसार डी0ए0पी0 का वितरण किया जाए। अधिकारी नियमित रूप से केन्द्रों का निरीक्षण करें तथा पड़ोसी जिलों/राज्यों में डी0ए0पी0 की कालाबाजारी पर अंकुश लगाएं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करने तथा आगामी 15 नवम्बर तक नहरों में पानी पहुंचाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाए। उन्होंने मथुरा में सर्किट हाउस बनाये जाने के सम्बन्ध में निर्देश देते हुए कहा कि सर्किट हाउस लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया जाएगा तथा उसका रख-रखाव भी लोक निर्माण विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।

    मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि जनपद में समग्र विकास की व्यवस्था होनी चाहिए। अधिकारियों की एक टीम अयोध्या एवं काशी का भ्रमण करे और विकास के नये आयामों को विकसित करें। उन्होंने जनपद के विकास हेतु बेहतर रोड, रेल, रोप-वे, वॉटर-वे आदि की कनेक्टिविटी बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जनपद में श्रद्धालुओं के लिए अच्छे होटल एवं रेस्टोरेण्ट तथा उनके वाहनों हेतु पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समाजसेवियों का सहयोग लेते हुए पी0पी0पी0 मॉडल पर पौराणिक कुण्डों का जीर्णोद्धार कराया जाए। यमुना जी के शुद्धिकरण के लिए कठोर कार्यवाही करें। नाले सीधे यमुना जी में न गिरें।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगर निगम एवं जिला पंचायत द्वारा किए गए कार्यों के लोकार्पण हेतु शिलापट्ट में सांसदगण एवं विधायकगण के नाम अंकित करें। आई0जी0आर0एस0 एवं सी0एम0 हेल्पलाइन की शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करें। फर्जी निस्तारण करने वालों की जिम्मेदारी तय की जाए। सभी विभाग अपने-अपने नोडल अधिकारी नामित करें।

    मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत खुदी हुई सड़कों की मरम्मत ससमय न किये जाने पर फर्म तथा जल जीवन मिशन के अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। यदि खुदी हुई सड़कों के कारण दुर्घटना होती हैं, तो सम्बन्धित के विरुद्ध एफ0आई0आर0 करायें। सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि उक्त पाइपलाइन के कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाये।

    मुख्यमंत्री जी ने मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा समय पर एन0ओ0सी0 प्रदान करने तथा मानचित्र आदि की स्वीकृति करने के निर्देश दिए। उन्होंने आई0टी0एम0एस0 के संचालन तथा सेफ सिटी के अन्तर्गत लगाए गए कैमरों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित करें कि सभी कैमरे कार्यशील रहें। उन्होंने सॉलिड वेस्ट मेनेजमेण्ट के अन्तर्गत कूड़ा निस्तारण के निर्देश भी दिए।

    मुख्यमंत्री जी ने श्री बांके बिहारी जी मन्दिर पर भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि सुरक्षा हेतु जोन एवं रेंज से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सुरक्षा हेतु पैदल गश्त, पी0आर0वी0 एवं मोटर साइकिल से पेट्रोलिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री जी के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने विकास के सम्बन्ध में अपने सुझाव रखे।

    जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि जनपद में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चौमुहां एवं मथुरा में विज्ञान लैब का शुभारम्भ हुआ है। जनपद में 85 आंगनबाड़ी केन्द्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया गया है। जनपद में स्वयं सहायता समूह द्वारा ओ0डी0ओ0पी0 के अन्तर्गत उत्पादों की ब्राण्डिंग, पैकेजिंग एवं विपणन ‘ब्रज उदय’ के नाम से किया जा रहा है। इन उत्पादों की बिक्री हेतु ताजमहल के पूर्वी गेट पर अस्थाई दुकान, मण्डल के सभी प्रमुख होटलों व इम्पोरियम, टी0एफ0सी0 वृन्दावन तथा ई-कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से बिक्री की जा रही है। जनपद में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अन्तर्गत जल जीवन मिशन-हर घर जल उपलब्ध कराने हेतु कार्य सम्पादित किए जा रहे हैं। योजना के अन्तर्गत 225 एम0एल0डी0 कच्चा जल अपर गंगा कैनाल पालरा बुलन्दशहर से लिये जाने हेतु कार्य प्रगति पर है। जनपद में लोक निर्माण विभाग के लगभग 1058.695 करोड़ रुपये की लागत के 616 कार्य प्रस्तावित हैं। मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की प्रमुख आवासीय योजना हनुमंत विहार एवं गोविन्द विहार योजना हैं। मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/नए शहर प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत रहीमपुर फरह तथा छाता में टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि 20 चौराहों पर आई0टी0एम0एस0 संचालित है। सेफ सिटी के अन्तर्गत 22,000 तथा सेफ सिटी कोष के अन्तर्गत 15 हजार कैमरे स्थापित किए गए हैं।

    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री जी को आगामी त्योहारों पर सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में अवगत कराया। पर्वों को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर ली गई हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे। बैठक के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर में दर्शन-पूजन किया।

    source: http://up.gov.in

  • CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने जनपद मथुरा में उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की

    CM Yogi ने 133 करोड़ रु0 की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की

    CM Yogi ने आज जनपद मथुरा में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपये की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की।

    बैठक में ब्रज तीर्थ पथ परियोजना, मथुरा-वृन्दावन में गोवर्धन कनेक्ट परियोजना, मथुरा-वृन्दावन रेल बस मार्ग के स्थान पर यातायात के वैकल्पिक साधन विकसित करने तथा यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा जनपद मथुरा में राया अर्बन नोड विकसित किये जाने का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक में परिषद के उपाध्यक्ष श्री शैलजाकान्त मिश्र ने परिषद की 24 जून, 2024 को सम्पन्न छठवीं बैठक में लिये गए निर्णयों की पुष्टि तथा परिषद की विगत बैठकों में दिये गये निर्देशों में अवशेष बिन्दुओं पर अनुपालन आख्या मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत की।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष परिषद की तृतीय बैठक में उनके द्वारा दिये गये अतिरिक्त निर्देशों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई, जिसमें ब्रज 84 कोसी परिक्रमा मार्ग शामिल है। बैठक में जनपद मथुरा में गोवर्धन परिक्रमा क्षेत्र में 09 कुण्डों के पुनर्जीवन हेतु नीरी द्वारा तैयार की गई डी0पी0आर0 के क्रियान्वयन, जनपद मथुरा के वनों से प्रोसोपिस ज्यूलीफ्लोरा को हटाकर ब्रज क्षेत्र में पौराणिक पेड़ों की प्रतिस्थापना, पांच वर्ष पूर्व जीर्णोद्धार किए गए कुण्डों के रख रखाव, मरम्मत आदि की परियोजना, ब्रज क्षेत्र में दान दाताओं की सहायता से जन सुविधायें विकसित कराने एवं उनका नामकरण दानदाता की आस्था के अनुरूप किये जाने, मथुरा-वृन्दावन एवं गोवर्धन में पार्किंग हेतु भूमि अधिग्रहण/क्रय करने, वृन्दावन में देवरहा बाबा घाट के समीप एवं श्री बांके बिहारी जी मन्दिर के समीप यमुना नदी पर सस्पेन्शन ब्रिज का निर्माण कार्य आदि के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया।

    परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत प्रस्तावित परियोजनाओं में मथुरा-वृन्दावन में पूर्व में निर्मित 3500 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली टी0एफ0सी0 विस्तार परियोजना, 3800 लाख रुपये लागत की मथुरा-वृन्दावन में पर्यटक सुविधा केन्द्र के समीप मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण, 800 लाख रुपये लागत से यमुना नदी के विश्राम घाट से केसीघाट तक 06 चयनित स्थलों पर ऑफशोर/तटवर्ती सुविधाओं का विकास, बरसाना में 2700 लाख रुपये लागत से राधा बिहारी इण्टर कॉलेज की भूमि पर टी0एफ0सी0 का निर्माण कार्य पार्ट-2 प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, प्रस्तावित परियोजनाओं में 760.98 लाख रुपये लागत की वृन्दावन स्थित यमुना नदी के दाँये किनारे पर अकूर घाट का निर्माण, 600 लाख रुपये लागत से जनपद मथुरा में चयनित पौराणिक वनों के 150 हेक्टेयर क्षेत्र में ईको रेस्टोरेशन कार्य, 200 लाख रुपये लागत से जनपद के ग्राम रॉकौली में ईको-रेस्टोरेशन हेतु फेंसिंग का कार्य तथा मथुरा एवं वृन्दावन के बीच 4304.68 लाख रुपये की लागत से प्रेक्षागृह/ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य की पुनरीक्षित परियोजना भी सम्मिलित है। बैठक में अवगत कराया गया कि वर्ष 2024-25 की कार्य योजनायें पर्यटन निदेशालय को प्रेषित की जा चुकी हैं।

    बैठक में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मे श्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति थे।

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  • CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की

    CM Yogi: प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां योजना भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक के परिणामों और भावी नीतियों की समीक्षा की।

    बैठक में मंत्रीगण, शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, सलाहकारों तथा विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी 10 सेक्टर्स में जारी कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर कंसल्टिंग एजेंसी डेलॉयट इण्डिया ने  प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और सम्भावित भावी परिणामों, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के सम्बन्ध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 07 वर्षों के नियोजित प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। वर्ष 2021-22 में प्रदेश की कुल जी0डी0पी0 16.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इस वर्ष हमारा जी0एस0डी0पी0 लक्ष्य 32 लाख करोड़ रुपये है। सभी के सहयोग से यह लक्ष्य भी पूरा होगा। इन 07 वर्षों में प्रदेश की जी0डी0पी0 और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हुई है। प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।

    प्रदेश में सेक्टरवार विकास के प्रयासों के आशातीत परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अलग-अलग सेक्टरों के लिए सकल मूल्य वर्धन (जी0वी0ए0) के लक्ष्य के सापेक्ष अधिक वृद्धि देखी गई है। कृषि और सहायक सेक्टर के लिए अनुमानित जी0वी0ए0 5.85 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 5.98 लाख करोड़ रुपये, विनिर्माण के 2.48 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष 2.79 लाख करोड़ रुपये, ट्रांसपोर्ट, स्टोरेज और कम्युनिकेशन के अनुमानित जी0वी0ए0 के सापेक्ष 129 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्पष्ट है कि व्यापार, होटल, परिवहन और प्रसारण से सम्बन्धित संचार सेवाओं की वृद्धि दर में तेजी आई है। यही स्थिति अन्य सेक्टरों में भी है। ओवरऑल वर्ष 2023-24 में राज्य के लिए अनुमानित जी0एस0वी0ए0 23 लाख करोड़ रुपये के सापेक्ष सकल मूल्य वर्धन 23.24 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह स्थिति अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति को प्रदर्शित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी (ओ0टी0डी0ई0) के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह लक्ष्य बड़ा है। पिछले वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी विभागों की सक्रियता को प्रदर्शित करता है। हमारी नीति और नियोजन सही है। बड़े लक्ष्य के लिए अपनी गति तेज करने की आवश्यकता है। इसकी नियमित मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसके लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। नोडल अधिकारी साप्ताहिक, प्रमुख सचिव स्तर पर पाक्षिक और विभागीय मंत्री के स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक की जाए।

    आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है। इसके लिए सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एम0ओ0एस0पी0आई0) से संवाद व समन्वय बनाएं तथा उनके अनुभवों का लाभ लें। सही आकलन के लिए विभागवार सांख्यकीय अधिकारियों के लिए कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन करें। डेटा जितना शुद्ध होगा, लक्ष्य के लिए हम उतना ही बेहतर प्रयास कर सकेंगे। वर्ष 2023-24 में प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सी0ए0जी0आर0) लगभग 16 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह स्थिति उत्साहजनक है। वर्तमान वर्ष के लिए 25 प्रतिशत का लक्ष्य है। सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। सभी को मिलकर सही नीति और नियोजित क्रियान्वयन के लिए प्रयास करना होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में अवसर हैं, हमें नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करना होगा, इसके लिए सीड पार्क जैसे प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता है। किसानों को दलहन, तिलहन, मिलेट अन्न की बुआई के लिए प्रोत्साहित करते हुए, फसल विविधीकरण एवं बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट और बेहतर करने की आवश्यकता है। अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की वृद्धि दर को दोगुनी तेजी देने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। हार्टिकल्चर में ‘पर ब्लॉक-वन क्रॉप’ जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। किसानों को प्रशिक्षित करें, संसाधन उपलब्ध कराएं, नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

    रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रान्सफार्म के मंत्र का अर्थव्यवस्था के द्वितीयक खण्ड में सबसे अच्छा परिणाम देखने को मिला है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेज वृद्धि दर उत्साहित करने वाली है। भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत लैंडबैंक के विस्तार, नीतिगत सुधार और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अपने प्रयासों को तेज करना होगा। अनेक निवेशक उत्तर प्रदेश में आने के लिए तैयार हैं। टेक्सटाइल पार्क, सोलर पार्क, प्लेज पार्क के अनेक प्रस्ताव मिल रहे हैं। हमें इस अनुकूल अवसर का लाभ उठाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए सभी को अतिरिक्त प्रयास करना होगा। ग्राम समाज की भूमि औद्योगिक विकास और एम0एस0एम0ई0 के उपयोग में लाने की व्यवस्था की गई है। लैण्ड पूलिंग पॉलिसी को और बेहतर किया जाना चाहिए। ऐसी भूमियां जो आवंटित हैं, लेकिन उपयोग नहीं की जा रही हैं, उनका चिन्हांकन करें। उनके बारे में यथोचित निर्णय लें। ‘सिक यूनिट’ की पहचान कर उनके सदुपयोग के बारे में निर्णय लें। इण्डस्ट्रियल क्लस्टर की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जाए। इन्वेस्टमेंट और भूमि अधिग्रहण से जुड़े प्रकरण लम्बित नहीं रहने चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। एम0ओ0यू0 को धरातल पर उतारें।

    विभिन्न एप्रूवल की प्रक्रियाओं को समयबद्ध करना होगा, तय समय-सीमा के बीतने के बाद एप्रूवल को डीम्ड मान लिया जाना चाहिए। पब्लिक ग्रीवांस सिस्टम को और लाभकारी बनाये जाने की आवश्यकता है। ओ0टी0डी0ई0 के लिए हमें निजी और सार्वजनिक निवेश को और बढ़ाना होगा। निवेशकों से सम्पर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए सेक्टर-नए निवेशकों से भी संवाद करें। उन्हें प्रदेश की यू0एस0पी0 से अवगत करायें। इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्यकता है। सिंगल विंडो प्रणाली को और सरल तथा अधिक पारदर्शी बनाया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा सेक्टर को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। गैर पारम्परिक ऊर्जा विकल्पों को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने नीति जारी की है। हमें सोलर और बायो मास सेक्टर में निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। हमें सोलर एनर्जी कैपेसिटी को बढ़ाने पर काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पी0एम0 सूर्य घर योजना का कवरेज बढ़ाने का प्रयास करें।

    होटल/रेस्टोरेंट, ट्रान्सपोर्ट, संचार, रियल एस्टेट, प्रोफेशनल सर्विस, व अन्य सेवाओं वाले तृतीयक खण्ड में प्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। अयोध्या, मथुरा-वृन्दावन, काशी, प्रयागराज, नैमिषारण्य इसके महत्वपूर्ण केन्द्र हैं। विगत 07 वर्षों में यहां व्यापक परिवर्तन हुआ है। टूरिस्ट फुटफॉल अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। वर्तमान वर्ष में अब तक 62 करोड़ से अधिक पर्यटकों का आगमन हो चुका है। यह टूरिस्ट फुटफॉल लोकल इकोनॉमी को बढ़ावा देने वाला है। अगले वर्ष प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन है। यह पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा असर डालने वाला होगा। नैमिषारण्य, विन्ध्यधाम जैसे केंद्रों को चिन्हित कर उनकी बेहतर ब्राण्डिंग करनी चाहिए। बौद्ध सर्किट का सम्बन्धित देशों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। पर्यटन स्थलों पर जनसुविधाएं और बेहतर की जाएं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आई0टी0 सेक्टर को उद्योग का दर्जा दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर आज आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 का ग्लोबल हब बन कर उभरा है। प्रदेश में आई0टी0/आई0टी0ई0एस0 टेस्टिंग सेण्टर की स्थापना का प्रयास करें। लखनऊ में ए0आई0 सिटी की भूमि चिन्हित की जा चुकी है, इससे सम्बन्धित पॉलिसी यथाशीघ्र लाई जाए। परियोजना पर काम तेज किया जाना चाहिए। हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेनिंग के लिए भी प्रस्ताव मिले हैं, इसकी बेहतर सम्भावनाओं का लाभ लेने के लिए यथाशीघ्र अपनी ड्रोन पॉलिसी लागू करनी चाहिए। स्टार्टअप पंजीकरण के लिए कानपुर के साथ-साथ नोएडा में भी सुविधा कार्यालय प्रारम्भ कराया जाए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन सेक्टर की बेहतरी के लिए ठोस प्रयास किये जाने चाहिए। असेवित क्षेत्रों के लिए बसों का संचालन करें। निजी क्षेत्र का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। जल मार्ग परिवहन सम्बन्धित प्राधिकरण का गठन किया गया है, इस दिशा में भी आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। हॉस्पिटल, हाउसिंग और होटल के लिए निजी क्षेत्र की ओर से बड़े प्रस्ताव मिल रहे हैं। आने वाले दिनों में इस सेक्टर में और अधिक तेजी देखने को मिलेगी। नियमों को सरल करें, व्यावहारिकता का ध्यान रखें। निवेशकों की अपेक्षाओं को समझें। यह पूरा सेक्टर अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ ईज ऑफ लिविंग की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होगा।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओ0टी0डी0ई0 के लिए हर विभाग का लक्ष्य पहले से ही निर्धारित है। इसकी प्रगति की सतत समीक्षा आवश्यक है। हर विभाग की कैपेसिटी बिल्डिंग की जरूरत है। रिफॉर्म की कार्ययोजना तैयार कर लागू करें। हर काम की समय-सीमा तय करें। यही वह प्रदेश है जहां वर्ष 2016-17 में एक्साइज से मात्र 12 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता था आज 52 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। यानी कमी सामर्थ्य की नहीं, इच्छाशक्ति की थी।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए नगर निकायों व ग्राम पंचायतों का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। इनके आय संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। गांव हो या कस्बे, हर जगह आम आदमी को अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल, बेहतर जनसुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। आकांक्षात्मक जनपद और आकांक्षात्मक विकासखण्ड की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाए, जहां कमी हो, उसे दूर किया जाए।
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  • यूपी के CM Yogi ने बहराइच में मारे गए व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की: ‘किसी भी कीमत पर दोषियों को नहीं बख्शेंगे’

    यूपी के CM Yogi ने बहराइच में मारे गए व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की: ‘किसी भी कीमत पर दोषियों को नहीं बख्शेंगे’

    CM Yogi: लखनऊ में मैं बहराइच जिले में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए युवक के परिजनों से मिला

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने बहराइच में रविवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान गोली लगने से मारे गए युवक के परिजनों से मंगलवार को मुलाकात की और कहा कि इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ‘आज लखनऊ में मैं बहराइच जिले में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए युवक के परिजनों से मिला। दुख की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है। निश्चिंत रहें, प्रभावित परिवार को न्याय दिलाना यूपी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस जघन्य और अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

    राम गोपाल मिश्रा की हत्या मंसूर गांव के महराजगंज बाजार इलाके में हुई थी, जहां दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद पथराव और गोलीबारी हुई थी

    भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने बताया कि मृतक के परिवार ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

    मृतक के परिवार के सदस्य ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। पीड़ित परिवार ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और यूपी के सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि सख्त कार्रवाई की जाएगी … पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। घर, आयुष्मान भारत कार्ड, सभी सरकारी योजनाओं का लाभ परिवार को प्रदान किया जाएगा। यूपी के सीएम ने हमें यह देखने के लिए कहा है कि क्या बहराइच घटना के मृतकों की पत्नी को नौकरी दी जा सकती है … सिंह ने कहा।क्या बहराइच घटना के मृतक की पत्नी को नौकरी दी जा सकती है …” सिंह ने कहा।

    क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई गई

    सरकार ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, हिंसा रुक गई है और उपद्रवियों की तलाश तेज कर दी गई है।

    इससे पहले सरकार ने कहा था कि पुलिस और सुरक्षा बल बहराइच में कड़ी नजर रख रहे हैं।

    प्रमुख बिंदु

    • बहराइच में पीएसी की 12 कंपनी, सीआरपीएफ की 2 कंपनी, आरएएफ की 1 कंपनी और गोरखपुर जोन के पुलिस बलों ने मोर्चा संभाल लिया है।
    • प्रशासन और पुलिस ने जनता से अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहने की अपील की है।
    • स्थिति को सुधारने के लिए 4 आईपीएस अधिकारी, 2 एएसपी और 4 सीओ तैनात किए गए हैं।
    • मुख्यमंत्री के आदेश के बाद एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) और गृह सचिव ग्राउंड जीरो पर पहुंच गए हैं।
    • मुख्यमंत्री बहराइच में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि एक भी शरारती तत्व बच न पाए।
    • अब तक, 30 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है, 10 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 4 को नामजद किया गया है।

     

  • नवरात्रि के दौरान CM Yogi ने की मां पाटेश्वरी की पूजा

    नवरात्रि के दौरान CM Yogi ने की मां पाटेश्वरी की पूजा

    CM Yogi: उत्तर प्रदेश की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा

    उत्तर प्रदेश के CM Yogi ने गुरुवार सुबह नवरात्रों के दौरान मां पटेश्वरी की पूजा की। नवरात्रि के अवसर पर मुख्यमंत्री और गोरक्ष पीठाधीश्वर ने जगतजननी मां भगवती की पूजा अर्चना की और उत्तर प्रदेश की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा।

    बलरामपुर के दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को समीक्षा बैठक कर मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण का निरीक्षण किया।

    मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान गायों को गुड़ और चारा खिलाते हुए मंदिर परिसर में स्थित गौशाला का भी निरीक्षण किया। सीएम आदित्यनाथ ने जब गायों को उनके नाम से पुकारा तो वे दौड़ते हुए उनके पास आए। उन्होंने गायों की सेवा करते समय गौशालाओं की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।

    सीएम ने मंदिर आने वाले बच्चों को चॉकलेट भी वितरित की, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

    उन्होंने थारू जनजाति छात्रावास के बच्चों से मुलाकात की और उनकी शिक्षा के साथ-साथ भोजन की गुणवत्ता और आवास व्यवस्था के बारे में पूछताछ की। इस दौरान मंदिर के महंत मिथिलेश नाथ योगी भी मुख्यमंत्री के साथ थे।

  • CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi ने उ0प्र0 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की

    CM Yogi: प्रदेश में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ तत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा

    • मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया

    CM Yogi ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्षों तथा सदस्यगण के साथ बैठक की। उन्होंने आयोग के गठन के उद्देश्यों, दायित्वों व अधिकारों के सम्बन्ध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में अन्त्योदय के लक्ष्य के साथ सतत और समावेशी विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में लागू की गयी गरीब कल्याण योजनाओं के माध्यम से राज्य सरकार सभी पात्र लाभार्थियों के द्वार तक पहंुची है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्षों के नेतृत्व में सदस्यों की टीमें बनाकर पहले चरण में मण्डल मुख्यालय तथा दूसरे चरण में जनपद स्तर पर क्षेत्र भ्रमण कर समाज के लोगों से संवाद बनाना चाहिए। छात्रावासों का भ्रमण कर वहां की साफ-सफाई तथा अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। विद्यार्थियों से संवाद बनाकर उनकी मनोस्थिति का आकलन करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही निःशुल्क कोचिंग की वस्तु स्थिति तथा उससे प्राप्त होने वाली सफलता दर का आकलन किया जाना चाहिए। लोगों को केन्द्र तथा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया जाना चाहिए। मुसहर, थारू, चेरो, सहरिया आदि जनजातियों को सभी प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ते हुए शत-प्रतिशत सेचुरेशन की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, सड़क कनेक्टिविटी, राशन कार्ड आदि की जानकारी प्राप्त करते हुए अभियान चलाकर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से जुड़े लोगों के साथ कोई घटना घटित होने पर प्रशासन से समन्वय बनाकर उन्हें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने का कार्य किया जाना चाहिए। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के सामाजिक तथा आर्थिक स्वावलम्बन के लिए हर सम्भव उपाय किये जाने चाहिए। लोगों के मन में व्यवस्था तथा सरकार के प्रति सम्मान का भाव दिखना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के पदाधिकारियों को नियमित बैठक कर मामलों का निस्तारण करना चाहिए। बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से भी आयोजित किया जाना चाहिए, ताकि जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों को जोड़ते हुए लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। शिकायतों का निस्तारण मेरिट के आधार पर किया जाना चाहिए। पदाधिकारियों द्वारा मुख्यालय तथा जिलास्तर पर भी अलग-अलग जगहों पर बैठक की जानी चाहिए। प्रत्येक बैठक से सम्बन्धित मिनट्स अवश्य तैयार करें, ताकि नीति निर्धारण के समय इसकी सहायता ली जा सके। किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोग के कार्यालय में एक उचित मैकेनिज्म बनाकर कार्य करना चाहिए। पदाधिकारियों के बीच कार्य का प्रॉपर डिस्ट्रीब्यूशन किया जाना चाहिए। कार्यालय में बैठने की उचित जगह, स्वच्छता, आवश्यक कर्मचारियों तथा पदाधिकारियों व शिकायतकर्ताओं के लिए पृथक-पृथक टॉयलेट आदि की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें।

    प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 56 लाख से अधिक गरीब आवासहीन परिवारों को पक्के आवास उपलब्ध कराए गये हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कोल, सहरिया व थारू समेत लगभग सभी जनजाति परिवारों को शत-प्रतिशत आवास उपलब्ध कराते हुए संतृप्तिकरण किया गया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ 86 लाख रसोई गैस कनेक्शन वितरित किये गये हैं। 05 करोड़ आयुष्मान कार्ड वितरित करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना है। अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से सम्बन्धित बच्चों की स्कॉलरशिप में कई गुना वृद्धि की गयी है।

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  • CM Yogi ने माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन व संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया

    CM Yogi ने माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन व संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया

    CM Yogi: मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति की समीक्षा की महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हों

    • निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश
    • निर्माण कार्यों के दौरान प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए
    • पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन किए
    • लेटे हनुमान जी व आदि वेणीमाधव मन्दिर में दर्शन-पूजन किया
    • भारद्वाज आश्रम के विकास कार्यों व आई0ई0आर0टी0 सेतु का निरीक्षण किया
    • मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंट की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ‘स्मार्ट प्रयागराज के भव्य स्वरूप’ का साक्षात्कार होगा। पूरी दुनिया से सनातन समाज महाकुम्भ में आने को उत्सुक है। पर्यटकों में भी इसे लेकर बड़ा आकर्षण है। ऐसे में हर आगंतुक को प्रयागराज में अच्छी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है।

    मुख्यमंत्री जी आज जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय मानकों के अनुरूप पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ-2025 में दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उत्कृष्ट सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए प्रयागराज में अनेक निर्माण कार्य चल रहे हैं। निर्माण कार्यों के दौरान प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रयागराजवासियों ने जिस तरह कुम्भ-2019 में पूरी दुनिया से आये 25 करोड़ श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए आतिथ्य का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था, उसी प्रकार इस बार भी व्यवस्था बनाने में हर नगरवासी का सहयोग प्राप्त होगा। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सबसे पहले मोटरबोट से संगम नोज पहुंचकर माँ गंगा, यमुना जी व सरस्वती जी के पावन संगम स्थल का दर्शन-पूजन किया।

    मुख्यमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संगम के विशाल स्नान क्षेत्र का अवलोकन किया। उन्होंने पवित्र अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन किये। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार भी अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन का पुण्य लाभ सुगमता से प्राप्त हो, इसके लिए यहां अच्छे प्रबन्ध होने चाहिए तथा किले के अन्दर विकास कार्यों को तेजी से पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने संगम तट स्थित लेटे हनुमान जी के भी दर्शन किये और महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री जी ने भारद्वाज आश्रम के विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने आई0ई0आर0टी0 सेतु का निरीक्षण किया और महाकुम्भ के दृष्टिगत सेतु निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने आदि वेणीमाधव मन्दिर का दर्शन-पूजन किया। साथ ही, लेप्रोसी रोड चौराहा से नैनी रेलवे स्टेशन रोड तक तथा छिवकीं रेलवे स्टेशन रोड का निरीक्षण भी किया।

    मुख्यमंत्री जी ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंट की और महाकुम्भ-2025 की तैयारियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री जी ने शंकराचार्य जी से कहा कि राज्य सरकार, पूज्य संतगण की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक प्रबन्ध कर रही है। महाकुम्भ-2025, कुम्भ-2019 से भी अधिक दिव्य और भव्य होगा। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में समय-समय पर पूज्य संतगण का मार्गदर्शन भी अपेक्षित है।

    source: http://up.gov.ing

  • CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi ने 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का शुभारम्भ किया

    CM Yogi: खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा देता

    • हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है
    • उ0प्र0 में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा
    • हमने विगत 10 वर्षों में देश में नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा, प्रधानमंत्री जी की यही इच्छा कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं
    • उ0प्र0 में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए
    • प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे, अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया, 500 करोड़ रु0 का कॉर्पस फण्ड बनाया गया
    • दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रु0 की राशि वितरित की जा चुकी
    • मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया, प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खेल हम सभी को जोड़ता है। खेल हमें टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है। यदि हममें टीमवर्क से कार्य करने की क्षमता है, तो हमारी सफलता की सम्भावना ज्यादा होती है। लेकिन यदि हम टीम भावना से कार्य नहीं कर पा रहे हैं, तो हमारी असफलता की सम्भावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।

    मुख्यमंत्री जी आज यहां भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफियों का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिभाग करने वाली टीमों के कप्तान को किट वितरित की। मुख्यमंत्री जी ने ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट के शुभारम्भ की घोषणा की। उन्होंने गेंद खेलकर न्यायमूर्तिगण व अधिवक्तागण के मध्य आयोजित प्रदर्शनी मैच की औपचारिक शुरुआत की।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 36वें ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट का आयोजन हम सभी को नया आनन्द और अनुभव प्रदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश में इसके आयोजन के नाते यह हमारा नैतिक दायित्व है कि हम प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से इस आयोजन में सहभागी बनंे और इसे प्रोत्साहित करें। जब प्रतिष्ठित टीमें इसमें प्रतिभाग कर रही हों तथा बार व बेंच टूर्नामेण्ट के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ रहे हों, तो यह न केवल रोचक है बल्कि लोगों के लिए नई प्रेरणा भी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल टीम भावना के साथ ही, हमें सम-विषम परिस्थिति से लड़ने की प्रेरणा भी देता है। यह मनोरंजन का साधन भी है। यह आयोजन हम सभी को अपनी शारीरिक व मानसिक क्षमताओं का आकलन करने का अवसर प्रदान करता है। हर जीत हमें आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती है, वहीं हर हार भी हमारे लिए एक नया सबक होती है तथा हमें नए प्रोत्साहन के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने विगत 10 वर्षों में देश में एक नई खेल भावना को आगे बढ़ते देखा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भी यही इच्छा है कि हम किस प्रकार खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाएं। आज इसी भावना से देश में खेल कार्यक्रम आगे बढ़े हैं। ओलम्पिक, पैरालम्पिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ या वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी किसी भी प्रतियोगिता में हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जमीनी धरातल से जुड़े हुए खिलाड़ियों को भी अवसर प्राप्त हो रहा है। खेलो इण्डिया, फिट इण्डिया मूवमेण्ट तथा सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं ने देश में नई खेल संस्कृति को आगे बढ़ाया है। अनेक युवा इसके माध्यम से आगे आ रहे हैं। ओलम्पिक में हमारे खिलाड़ी 07 मेडल लेकर आए। वहीं पैरालम्पिक में हमारे खिलाड़ियों ने 29 मेडल प्राप्त किए। इनका प्रदर्शन अचम्भित करने वाला है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ओलम्पिक, एशियाड तथा कॉमनवेल्थ गेम्स सहित अन्य खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के लिए अनेक प्रोत्साहन प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक खेलों में प्रतिभाग किया और देश के लिए मेडल जीते, उन सभी को 01 अक्टूबर को लखनऊ में भव्य समारोह में प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित किया गया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक गेम्स (एकल वर्ग) में स्वर्ण पदक विजेता को 06 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता को 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करती है। ओलम्पिक गेम्स (टीम गेम्स) में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है। इसी प्रकार एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स तथा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने के लिए और पदक जीतने के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था है। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को विभिन्न सेवाओं में लिए जाने की भी विशेष व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था। उस टीम के सदस्य तथा प्रदेश के खिलाड़ी श्री ललित कुमार उपाध्याय को सीधे पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। भारतीय हॉकी टीम का सम्मान भी किया गया था। इस बार ओलम्पिक में उत्तर प्रदेश के 02 खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बने थे। इनमें श्री ललित कुमार उपाध्याय तथा श्री राजकुमार पाल थे। भारतीय टीम द्वारा मेडल जीतने के कारण हम श्री राजकुमार पाल को भी सीधी नियुक्ति देने जा रहे हैं।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चीन में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता प्रदेश की एथलेटिक्स खिलाड़ी सुश्री पारुल चौधरी को भी नियुक्ति पत्र दिया गया है। सुश्री पारुल चौधरी ने पदक जीतने के लिए पूरी जान लगा दी थी और देश के लिए गोल्ड मेडल जीता। सुश्री पारुल चौधरी ने यह कहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पदक जीतने पर डिप्टी एस0पी0 का पद प्रदान किये जाने की घोषणा से प्रोत्साहन मिला था। अब तक हम 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं, जिन्होंने ओलम्पिक, एशियाड अथवा कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के साथ ही, खेल व खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रदेश सरकार द्वारा अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश में लगभग 57 हजार ग्राम पंचायतें हैं। इन सभी में खेल के मैदान के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। यदि गांव में खेल का मैदान होगा, तो बच्चे खेलने में रुचि लेंगे और गलत दिशा में नहीं जाएंगे। उन्हें सकारात्मक दिशा मिलेगी। सभी ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के आधार पर खेल के मैदान तथा ओपन जिम के निर्माण के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, हर विकासखण्ड में मिनी स्टेडियम तथा हर जनपद में स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है। इस समय खेलकूद की ग्रामीण लीग प्रतियोगिताएं लोकप्रिय हो रही हैं। विगत दिनों लखनऊ में हॉकी एवं क्रिकेट लीग का आयोजन हुआ था। इसके माध्यम से खिलाड़ियों को एक नया मंच प्राप्त हो रहा है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिवक्ताओं की कल्याण के लिए बहुत से कार्य किया जा रहे हैं। अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि को बढ़ाया गया है। इसके लिए 500 करोड़ रुपये का कॉर्पस फण्ड बनाया गया है, जिससे किसी अधिवक्ता की असमय मृत्यु होने पर, उसके परिजनों को 05 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो सके। पहले यह राशि डेढ़ लाख रुपये थी। इस हेतु अधिकतम आयु की सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की गई है। विगत 18 अगस्त को 577 ऐसे दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को मुख्य न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 28 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि का वितरण किया गया था। अब तक दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों को 134 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिलाएं खेलकूद के साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और नेतृत्व प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि जिस प्रकार आज 16 टीमें इस आयोजन का हिस्सा बन रही हैं, उसी प्रकार अगली बार महिला एडवोकेट्स की अतिरिक्त टीम भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेगी। ज्ञातव्य है कि ऑल इण्डिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेण्ट में इलाहाबाद, आन्ध्र प्रदेश, औरंगाबाद, बम्बई, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, ग्वालियर, इन्दौर, कर्नाटक, लखनऊ, ओडिसा, पंजाब-हरियाणा, तेलंगाना तथा पश्चिम बंगाल हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्तागणों की टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।

    इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री ए0आर0 मसूदी, न्यायमूर्ति श्री राजेश सिंह चौहान, न्यायमूर्ति श्रीमती संगीता चन्द्रा एवं अन्य न्यायमूर्तिगण, लखनऊ एडवोकेट्स क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष श्री एन0के0 सेठ तथा अधिवक्तागण उपस्थित थे।

    source: http://up.gov.in


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