Tag: उत्तराखंड न्यूज़

  • उत्तराखण्ड में CM Pushkar Dhami को यूसीसी लागू करने के लिए नियमावली और क्रियान्वयन समिति ने सौंपा ड्राफ्ट

    उत्तराखण्ड में CM Pushkar Dhami को यूसीसी लागू करने के लिए नियमावली और क्रियान्वयन समिति ने सौंपा ड्राफ्ट

    CM Pushkar Dhami ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा समान नागरिक संहिता अधिनियम की नियमावली सौंपी गई है

    उत्तराखण्ड में यूसीसी लागू करने के लिए नियमावली और क्रियान्वयन समिति ने CM Pushkar Dhami को सौंपा ड्राफ्ट राज्य में यूसीसी लागू करने के लिए कैबिनेट में जल्द तय की जाएगी तिथि मुख्यमंत्री समान नागरिक संहिता, उत्तराखण्ड 2024 अधिनियम के राज्य में क्रियान्वयन के लिए सेवानिवृत्त आई.ए.एस.श्री शत्रुघ्न सिंह की अध्यक्षता में बनाई गई ‘नियमावली और क्रियान्वयन समिति’ ने शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को नियमावली का ड्राफ्ट सौंपा। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आई.ए.एस.श्री शत्रुघ्न सिंह, सदस्य सामाजिक कार्यकर्ता श्री मनु गौड़, दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, अपर पुलिस महानिदेशक श्री अमित सिन्हा और स्थानिक आयुक्त श्री अजय मिश्रा मौजूद थे।

    समिति द्वारा समान नागरिक संहिता, उत्तराखण्ड 2024 अधिनियम की नियमावली का ड्राफ्ट सौंपे जाने के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 2022 में प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद हमने मंत्री मण्डल की पहली बैठक में निर्णय लिया कि प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन करेंगे। सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देशाई की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति बनाई गई। कमेटी के रिपोर्ट सौंपने के बाद 07 फरवरी, 2024 को राज्य विधान सभा में पारित किया गया। उत्तराखण्ड समान नागरिक संहिता विधेयक 2024 पर महामहिम राष्ट्रपति की सहमति के बाद 12 मार्च, 2024 को समान नागरिक संहिता उत्तराखण्ड, 2024 अधिनियम पारित हुआ।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा समान नागरिक संहिता अधिनियम की नियमावली आज सौंपी गई है। इस नियमावली में मुख्य रूप से चार भाग है। जिसमें विवाह एवं विवाहविच्छेद लिवइन रिलेशनशिप, जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण तथा उत्तराधिकार सम्बन्धी नियमों के पंजीकरण सम्बन्धी प्रक्रियाएं उल्लिखित है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मंत्रीमण्डल की बैठक में इस अधिनिनियम को राज्य में प्रभावी रूप से लागू करने के लिए तिथि तय की जायेगी। इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।

    जन सामान्य की सुलभता के दृष्टिगत इस समान नागरिक संहिता के लिए एक पोर्टल तथा मोबाइल एप भी तैयार किया गया है, जिससे कि पंजीकरण, अपील आदि की समस्त सुविधाएं जन सामान्य को ऑनलाईन माध्यम से सुलभ हो सके। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में सबको समान रूप से न्याय मिले। महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विधेयक बना है। जल्द इस अधिनियम को धरातल पर उतारा जायेगा। आजादी के बाद उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य बन जायेगा जिसे समान नागरिक संहिता लागू करने का गौरव प्राप्त होगा। इस अवसर पर उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद श्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव श्रीमती रिद्धम अग्रवाल, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।

    source: http://uttarainformation.gov.in

  • CM Dhami के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सरकारी कार्मिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस अनुबंध का निर्णय लिया

    CM Dhami के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सरकारी कार्मिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस अनुबंध का निर्णय लिया

    CM Dhami की उपस्थिति में सचिवालय में सरकारी कार्मिकों के लिए कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज और अन्य लाभों के लिए उत्तराखण्ड सरकार के साथ भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और जिला सहकारी बैंक ने एम.ओ.यू किया।

    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं वित्त मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल की उपस्थिति में बुधवार को सचिवालय में सरकारी कार्मिकों के लिए कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज और अन्य लाभों के लिए उत्तराखण्ड सरकार के साथ भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और जिला सहकारी बैंक ने एम.ओ.यू किया। अभी राज्य के लगभग 64 प्रतिशत सरकारी कार्मिक जिनका सैलरी खाता इन बैंकों में है, वे इस अनुबंध से लाभान्वित होंगे।

    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सरकारी कार्मिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस अनुबंध का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि ये सभी बैंक कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज को कर्मचारियों के लिए और लाभकारी बनाने के लिये निरंतर कार्य करते रहेंगें। हमारा प्रयास होगा कि भविष्य में शतप्रतिशत कर्मचारी इस लाभकारी पैकेज का फायदा उठा सकें। इन बैंकों की शाखाओं में वेतन खातों में वेतन बचत खाते के खाताधारकों को व्यक्तिगत बीमा कवर के साथसाथ अन्य वित्तीय लाभों की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इसके अंतर्गत कार्मिकों को दुर्घटनास्वरूप मृत्यु, पूर्ण अपंगता तथा आंशिक अपंगता की स्थिति में उनके आश्रितों को क्षतिपूर्ति के रूप में क्लेम का लाभ तथा अन्य लाभ बिना कोई प्रीमियम किये प्रदान किये जायेंगे।

    राज्य सरकार और इन 05 बैंको के मध्य हुए अनुबंध के अनुसार किसी कार्मिक की मृत्यु की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में यह कवरेज उनके परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा, जो रू. 30 लाख से रू. 100 लाख के, मध्य होगी। पूर्ण अपंगता की स्थिति में रू. 30 लाख से रू. 50 लाख, तथा आंशिक अपंगता की स्थिति में रू. 10 लाख से रू. 40 लाख तक की वित्तीय सहायता बैंक द्वारा पैकेज के अन्तर्गत प्रदान की जाएगी। इसके साथसाथ इस पैकेज में दुर्घटना के कारण चिकित्सा, एम्बुलेंस की सुविधा, बच्चों की शिक्षा, पुत्री के विवाह जैसी आने वाली आवश्यकताओं के लिए भी वित्तीय सहायता की व्यवस्था है। कार्मिकों की प्राकृतिक मृत्यु की स्थिति में भी उनके आश्रितों को आने वाली चुनौतियों से बचने में भी बैंक रू. 3 लाख से रू. 10 लाख तक योगदान प्रदान करेगा।

    इस अवसर पर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, सचिव श्री दिलीप जावलकर, अपर सचिव श्री मनमोहन मैनाली, कोषागार निदेशक श्री दिनेश लोहनी, एस.बी.आई. के जनरल मैनेजर श्री दीपेश राज, डिप्टी जनरल मैनेजर श्री विनोद कुमार, श्री एम अनिल, बैंक ऑफ बड़ौदा के जनरल मैनेजर श्री एम. अनिल, यूनियन बैंक के जनरल मैनेजर श्री अमरेन्द्र कुमार, कैनरा बैंक के असिस्टैंट जनरल मैनेजर श्री मयंक मोहन कौशिक, कॉपरेटिव बैंक से श्री नीरज बेलवाल, स्टेट लेबल बैंकर्स कमेटी से श्री राजीव पंत उपस्थित थे।

    source: http://uttarainformation.gov.in

  • CM Dhami ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में सम्मिलित राज्य सिविल / प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2021 के अन्तर्गत चयनित 19 विभागों के 289 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये।

    CM Dhami ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में सम्मिलित राज्य सिविल / प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2021 के अन्तर्गत चयनित 19 विभागों के 289 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये।

    सम्मिलित राज्य सिविल / प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा में चयनित 289 अधिकारियों को CM Dhami ने प्रदान किये नियुक्ति पत्र। 03 सालों में राज्य में 17500 अभ्यर्थियों को प्रदान किये जा चुके हैं नियुक्ति पत्र

    सम्मिलित राज्य सिविल / प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा में चयनित 289 अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किये नियुक्ति पत्र। 03 सालों में राज्य में 17500 अभ्यर्थियों को प्रदान किये जा चुके हैं नियुक्ति पत्र। CM Dhami ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में सम्मिलित राज्य सिविल / प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2021 के अन्तर्गत चयनित 19 विभागों के 289 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। राज्य में पिछले तीन सालों में 17500 से अधिक अभ्यर्थियों को सरकारी सेवा में नियुक्ति दी जा चुकी है।

    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी अभ्यर्थियों को शुभकामना एवं बधाई देते हुए कहा कि आज हमारे इन युवा अधिकारियों के जीवन में एक नई शुरूआत हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के साल 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में हमारे इन युवा कर्णधारों का योगदान भी महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि हमारे ये युवा अधिकारी आजादी के अमृतकाल के सिपाही हैं, जो विकसित भारत के स्वप्न को पूरा करेंगे। राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में हमारे इन अधिकारियों की नियुक्ति होने से जनहित से जुड़े कार्यों में तेजी आयेगी। इससे व्यवस्था को नई गति और दिशा मिलेगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया था कि राज्य के सरकारी विभागों में रिक्त सभी 24 हजार पदों को भरा जायेगा। अभी अनेक पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी और आदर्श राज्य बनाने के लिए सभी को टीम उत्तराखण्ड की भावना से कार्य करना है। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में देश में विशिष्ट पहचान बना रहा है। नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में राज्य को प्रथम स्थान मिला है।

    मुख्यमंत्री ने चयनित सभी अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे अपने कार्यक्षेत्र में नियमित नवचार लायेंगे। केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अन्तिम छोर के लोगों तक सहजता से पहुंचायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे ये अधिकारी सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आजादी के अमृतकाल के हमारे ये कर्मयोगी अपनी प्रशासनिक क्षमता के माध्यम से आमजन की सेवा कर राज्य को लगातार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ायेंगे।

    आज जिन 289 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये उनमें 10 डिप्टी कलैक्टर, 10 डिप्टी एस.पी., 18 वित्त अधिकारी, 16 सहायक आयुक्त राज्य कर, 03 कारागार अधीक्षक, 11 सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (ए.आर.टी.ओ.), 28 खण्ड विकास अधिकारी, 04 कार्य अधिकारी जिला पंचायत, 07 सहायक निबन्धक सहकारिता, 04 जिलापूर्ति अधिकारी, 03 उप सम्भागीय विपणन अधिकारी, 05 जिला समाज कल्याण अधिकारी, 17 सहायक निदेशक उद्योग, 02 सहायक श्रम आयुक्त, 03 सहायक निदेशक कारखाना, 32 उप शिक्षा अधिकारी, 11 जिला सूचना अधिकारी/सूचना अधिकारी, 03 सहायक निदेशक मत्स्य, 01 सहायक गन्ना आयुक्त, 19 बाल विकास परियोजना अधिकारी, 02 जिला परिवीक्षा अधिकारी, 02 जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, 28 राज्य कर अधिकारी, 12 उप निबन्धक श्रेणी2, 01 अधीक्षक राजकीय प्रमाणित संस्था, 01 प्रचार अधिकारी पर्यटन, 03 केस वर्कर, 10 सहायक निदेशक कृषि एवं उद्यान, 20 उद्यान विकास अधिकारी, 01 मशरूम विकास अधिकारी, 01 पौध सुरक्षा अधिकारी, 01 खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी शामिल हैं। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, श्री गणेश जोशी, श्री सौरभ बहुगुणा, श्रीमती रेखा आर्या, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, श्री एल. फैनई, डीजीपी श्री अभिनव कुमार, सचिवगण और संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

    source: http://uttarainformation.gov.in

  • CM Dhami ने किया संभागीय परिवहन कार्यालयए हल्द्वानी का औचक निरीक्षण।

    CM Dhami ने किया संभागीय परिवहन कार्यालयए हल्द्वानी का औचक निरीक्षण।

    CM Dhami ने मंगलवार को अपराह्न में संभागीय परिवहन कार्यालयए हल्द्वानी का औचक निरीक्षण

    CM Dhami ने किया संभागीय परिवहन कार्यालयए हल्द्वानी का औचक निरीक्षण। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को अपराह्न में संभागीय परिवहन कार्यालयए हल्द्वानी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यालय के विभिन्न पटलों में जाकर विभिन्न जानकारी लेने के साथ ही सम्पूर्ण कार्यालय का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कुमाऊं कमिश्नर को आरटीओ कार्यालय के संबंध में रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समय से कार्यालय आनेए तय समय पर ही कार्यालय से जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा मानकों के अनुसार आमजन की सहूलियत को देखते हुए सरलीकरण समाधान और निस्तारण पर जनता से जुड़े कार्य प्राथमिकता से हो।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन कार्यालय से संबंधित कार्यों में आम जन को बेवजह ना लटकाया जाए। सभी अधिकारी फाइलों पर नो पेंडेंसी पर कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कार्यालय में इधर.उधर पड़ी फाइलों पर नाराजगी जताते हुए फाइलों को व्यवस्थित तरीके से रखने एवं अधिक से अधिक फाइलों को डिजिटल मोड में रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा दफ्तरों में ई.फाइलिंगए एवं ई.रिकॉर्ड को भी बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि भारत विकसित भारतए डिजिटल भारत की ओर आगे बढ़ रहा है। परिवहन विभाग भी डिजिटल प्रणाली के तहत कार्य कर कम से कम समय में जनता को सुविधाएं प्रदान करें।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन कार्यालय सीधे रूप से जनता से जुड़ा हुआ है। ऐसे में कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की जिम्मेदारियां और बढ़ जाती हैं। उन्होंने सभी कर्मचारियों को पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा हमें हर स्वरूप में जनता की सेवा करनी है। इस दौरान उन्होंने विभिन्न पटलों में जाकर पटल सहायक से उनके द्वारा पंजीकरणए प्रवर्तन आदि से संबंधित कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने आयुक्त एवं जिलाधिकारी को समय समय पर कार्यालय का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इस दौरान विभिन्न जनप्रतिनिधियों समेत अधिकारी उपस्थित रहे।

    source: http://uttarainformation.gov.in

  • CM Dhami ने लोगों से हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोट डालने की अपील की

    CM Dhami ने लोगों से हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोट डालने की अपील की

    CM Dhami

    हरियाणा में मतदान शुरू होने के साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राज्य के मतदाताओं से एक सक्षम और विकासोन्मुख सरकार चुनने की अपील की।

    CM Dhami ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पहले वोट करें, फिर जलपान करें! हरियाणा के सभी सम्मानित मतदाताओं से अपील है कि वे विधानसभा चुनावों में अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करें। यह आपके लिए एक बार फिर अपने वोट से एक सक्षम और विकासोन्मुख सरकार चुनने का अवसर है। आपका एक वोट हरियाणा के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखता है। एक समृद्ध और मजबूत हरियाणा के निर्माण के लिए वोट करें… अपने अधिकार का बुद्धिमानी से उपयोग करना सुनिश्चित करें।

    सत्तारूढ़ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी सहित प्रमुख राजनीतिक दलों के व्यस्त प्रचार के बाद शनिवार को हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों के लिए मतदान शुरू हुआ (BJP). यह चुनाव एक हाई-स्टेक लड़ाई है क्योंकि भाजपा राज्य में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने पर नजर गड़ाए हुए है, कांग्रेस पार्टी सत्ता विरोधी लहर और किसान विरोध और पहलवान विरोध के मुद्दों पर सवार होकर सत्ता वापस हासिल करने का लक्ष्य बना रही है। हरियाणा में प्रमुख दलों में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के साथ-साथ इंडियन नेशनल लोक दल-बहुजन समाज पार्टी (आईएनएलडी-बीएसपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी)-आजाद समाज पार्टी के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन शामिल हैं। (ASP)

    हरियाणा में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में 1,031 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और मतदान के लिए 20,632 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम 8 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के साथ घोषित किए जाएंगे। चुनावों में प्रमुख चेहरों में से एक पहलवान विनेश फोगाट हैं। पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किग्रा फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के बाद वह 6 सितंबर को ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं।

    2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 90 में से 40 सीटें जीतीं, जेजेपी के साथ गठबंधन सरकार बनाई, जिसने 10 सीटें जीतीं। कांग्रेस को 31 सीटें मिली थीं। हालांकि, बाद में जेजेपी गठबंधन से अलग हो गई।

  • CM Dhami: उत्तराखंड की जनसांख्यिकी को किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होने देंगे

    CM Dhami: उत्तराखंड की जनसांख्यिकी को किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होने देंगे

     CM Dhami: भाजपा नेता का कहना है कि उत्तराखंड के बाहर के लोग भी नहीं चाहते कि देवभूमि की जनसांख्यिकी बदले

    उत्तराखंड के CM Dhami ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य की जनसांख्यिकी में कोई गड़बड़ी नहीं होने देने के लिए प्रतिबद्ध है और लोगों से राज्य के आंदोलन के दौरान दिखाए गए उत्साह के साथ अपनी पहचान की रक्षा करने के लिए कहा।

    रामपुर तिराहा गोलीबारी की घटना की 30वीं वर्षगांठ पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “उत्तराखंड में जनसांख्यिकीय परिवर्तन एक वास्तविक खतरा है” जिसे संबोधित करने की आवश्यकता है।

    उन्होंने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के रामपुर तिराहा में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में एक सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून की शुरूआत और बड़े पैमाने पर अतिक्रमण विरोधी अभियान, जिसमें राज्य में लगभग 5000 एकड़ भूमि को मुक्त किया गया है, का उद्देश्य राज्य की जनसांख्यिकी को बनाए रखना है।

    इन उपायों के अलावा, जो पहले ही किए जा चुके हैं, राज्य सरकार एक सख्त भूमि कानून लाने की भी तैयारी कर रही है, जिससे बाहरी लोगों के लिए उत्तराखंड में असीमित भूमि खरीदना मुश्किल हो जाएगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड का निर्माण रामपुर तिराहा घटना के शहीदों के बलिदान का परिणाम है।

    उन्होंने कहा, “हम उनका कर्ज कभी नहीं चुका सकते। उनके बलिदानों ने राज्य के दर्जे के आंदोलन को अपने तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचा दिया। अब हमारी जिम्मेदारी उनके सपनों के उत्तराखंड का विकास और निर्माण करने की है। हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक हम इसे हासिल नहीं कर लेते “, धामी ने कहा। 2 अक्टूबर, 1994 को अलग उत्तराखंड राज्य की मांग उठाने के लिए ऋषिकेश से दिल्ली जा रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस की गोलीबारी में सात लोग मारे गए और कई घायल हो गए। रामपुर तिराहा की इस घटना को एक अलग राज्य के आंदोलन में एक निर्णायक क्षण के रूप में देखा गया, जिसके परिणामस्वरूप अंततः 2000 में उत्तर प्रदेश से बाहर उत्तराखंड का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा, “हमें अपनी जनसांख्यिकी की रक्षा करने के कर्तव्य को लगभग उसी तरह पूरा करने की आवश्यकता है जैसे हमने एक अलग राज्य के लिए आंदोलन के दौरान लड़ाई लड़ी थी। यह हमारी प्रतिबद्धता है कि इसकी जनसांख्यिकी को किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होने दिया जाएगा। धामी ने कहा कि उत्तराखंड की मूल पहचान को बनाए रखना आवश्यक है।

    भाजपा नेता ने कहा कि उत्तराखंड के बाहर के लोग भी नहीं चाहते कि देवभूमि की जनसांख्यिकी बदले।

    धामी ने यह भी घोषणा की कि रामपुर तिराहा के सभी शहीदों की मूर्तियां इस स्थल पर बनाई जाएंगी।

    मुख्यमंत्री ने बुधवार को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।

    इससे पहले, उन्होंने देहरादून में अपने आधिकारिक आवास पर दोनों नेताओं के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।

    हेडलाइन को छोड़कर, इस कहानी को द टेलीग्राफ ऑनलाइन के कर्मचारियों द्वारा संपादित नहीं किया गया है और इसे एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।

  • CM Dhami ने शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर, (उ.प्र.) में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

    CM Dhami ने शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर, (उ.प्र.) में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

    CM Dhami

    CM Dhami ने बुधवार को शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर, (उ.प्र.) में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रामपुर तिराहा गोलीकांड में शहीद हुए प्रत्येक राज्य आंदोलनकारी की याद में शहीद स्थल रामपुर में उनकी प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शहीद स्थल के लिये भूमि दान करने वाले दिवंगत महावीर शर्मा की प्रतिमा का भी शिलान्यास किया।
    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों के बलिदान एवं परिश्रम से हमें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ है। पृथक उत्तराखंड राज्य के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों को अनेकों यातनाओं और अत्याचारों को सहना पड़ा था। 2 अक्टूबर 1994 को रामपुर तिराहे पर घटित हुए गोली कांड राज्य आंदोलन का सबसे क्रूर और गहरा जख्म देने वाला अध्याय रहा। शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने जा रहे आंदोलनकारियों पर हुए अत्याचारों से मिले घावों को कोई भी उत्तराखंडवासी भुला नहीं सकता।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण और बेहतर भविष्य के लिए आंदोलनकारियों ने अपना वर्तमान बलिदान कर दिया था। उत्तराखण्ड की जनता सदैव इन वीरों की ऋणी रहेगी। उन्होंने कहा राज्य निर्माण आंदोलन में राज्य की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया, राज्य की महिलाएं कभी अत्याचारों के आगे नहीं झुकी। जिस राज्य के निर्माण के लिए हमारे आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर दिए। राज्य सरकार उस उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने हेतु रात दिन कार्यरत है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शहीद आंदोलनकारियों के आदर्शों और उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। विकल्प रहित संकल्प के मूलमंत्र पर चलते हुए उत्तराखंड में विभिन्न योजनाओं के जरिए राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण लागू किया है। शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों को पेंशन देने के साथ ही, आंदोलन के दौरान जेल जाने वाले और घायल हुए सभी सक्रिय आंदोलनकारियों को प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। राज्य आंदोलनकारियों को बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक राज्य की परिकल्पना में हमारे प्रदेश की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने की चिंता भी शामिल थी। राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। डेमोग्राफी को संरक्षित करने का दायित्व हर किसी ने निभाना है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में सख्त धर्मांतरण रोधी कानून लागू किया गया है। सरकारी भूमि से अतिक्रमण को हटाने का कार्य जारी है। अब तक 5000 एकड़ से अधिक सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया है। राज्य में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून भी लागू किया है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर नागरिक को समान अधिकार देने उद्देश से समान नागरिक संहिता का अधिनियम पास किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार बहुत जल्द उत्तराखंड में सख्त भूकानून को लाने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए सभी स्टेकहोल्डर, विशेषज्ञों, आंदोलनकारियों से विचार विमर्श किया जा रहा है। उन्होंने कहा नीति आयोग द्वारा जारी किए गए सतत् विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड को पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। उत्तराखंड, निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है जिसकी वजह से हमारे राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होने शुरु हो गए हैं। राज्य ळक्च् की तर्ज पर ळम्च् की गणना करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और सहयोग से हम उत्तराखंड को श्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के लिए प्रतिबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा जब तक हम आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड नहीं बना लेते, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने शहीद राज्य आंदोलनकारियो को नमन करते हुए कहा कि वीर सपूतों की बदौलत हमें राज्य मिला है।
    उन्होंने कहा रामपुर तिराहा कांड सत्य और अहिंसा की कड़ियों से जुड़ा हुआ है। उत्तराखंड की महिलाओं ने इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने कहा सन 2000 में तीन राज्यों का गठन हुआ था। जिसमें उत्तराखंड राज्य विकास के क्षेत्र में सबसे आगे है। केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रयासों से राज्य निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस अवसर पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव , उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन समिति श्री विनय रौहेला, विधायक श्री प्रदीप बत्रा, जिला अध्यक्ष भाजपा ( मुजफ्फरनगर) श्री सुधीर सैनी, श्रीमती मीनाक्षी स्वरूप, सचिव हरिचंद्र सेमवाल, जिलाधिकारी हरिद्वार श्री कर्मेंद्र सिंह एवं अन्य लोग मौजूद रहे। सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग

    source: http://uttarainformation.gov.in

  • भ्रष्टाचार को रोकने के लिए Dhami Sarkar ने एक बड़ा कदम उठाया: शुरू होगी “परिवार पहचान पत्र योजना”

    भ्रष्टाचार को रोकने के लिए Dhami Sarkar ने एक बड़ा कदम उठाया: शुरू होगी “परिवार पहचान पत्र योजना”

    Dhami Sarkar

    Dhami Sarkar: राज्य सरकार उत्तराखंड में परिवार पहचान पत्र योजना को सफल बनाने के लिए जल्द ही एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने जा रही है। इस उद्देश्य के लिए आवश्यक संस्था पहले ही चुनी गई है।

    देहरादून: सरकार को अन्य योजनाओं, रोजगार के अवसरों, उद्यमिता, जनगणना, निर्वाचन प्रक्रिया, और शहरी और ग्रामीण घरों की नवीनतम जानकारी मिलेगी, जो परिवार पहचान पत्र कार्यक्रम से एकत्रित की जाएगी।

    उत्तराखंड में परिवार पहचान पत्र योजना शुरू

    योजना परिवार पहचान पत्र के लिए एक अनुभवी संस्था नियुक्त की गई है, जो विभिन्न विभागों से लाभार्थियों के आंकड़ों का विश्लेषण और निगरानी करेगी। सरकार का मानना है कि इस कार्यक्रम से एकत्रित डेटा अन्य योजनाओं, रोजगार, उद्यम, जनगणना, निर्वाचन और शहरी-ग्रामीण घरों की नवीनतम जानकारी देगा। विभिन्न विभागों से जुड़ी वर्तमान और भविष्य की योजनाओं को लागू करने में इससे सरकार को मदद मिलेगी।

    दो प्रकार के परिवार पहचान पत्र जारी किए जाएंगे

    स्थायी निवासियों और राज्य में अक्सर आते-जाते परिवारों के लिए पहला परिवार पहचान पत्र इस कार्यक्रम के तहत उपलब्ध होगा। प्रत्येक परिवार को यूजर आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा, जिससे वे नियमित रूप से वेबसाइट पर अपनी जानकारी अपडेट कर सकें। सरकार परिवार पहचान पत्र बनाने के बाद प्रत्येक परिवार को पता चलेगा कि वे किस तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। इससे योजनाओं में नकल कम होगी और डुप्लीकेसी कम होगी।

    परिवार पहचान पत्र के फायदे हैं:

    1। सरकार को राज्य में बेरोजगारों की संख्या की जानकारी मिलेगी।

    2। उपलब्ध आंकड़ों के कारण सर्वे नहीं करना होगा।

    3। परिवारों के प्रमाणित आंकड़े जनगणना, निर्वाचन, सहकारिता, कृषि और उद्योग में उपयोगी होंगे।

    4। नागरिकों को वेबसाइट पर पता चलेगा कि वे किन-किन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और पात्र हैं।

  • CM Dhami: रामलला ने उत्तराखंड की ऐपण कला से सजी पोशाक पहनी, मुख्यमंत्री  ने इसे एक “धन्य क्षण” बताया

    CM Dhami: रामलला ने उत्तराखंड की ऐपण कला से सजी पोशाक पहनी, मुख्यमंत्री  ने इसे एक “धन्य क्षण” बताया

    CM Dhami

    CM Dhami: अयोध्या में राम लला की प्रतिमा को उत्तराखंड की पारंपरिक ऐपण कला से सजाया गया है और शहतूत के रेशम से बनी पोशाक पहनाई गई है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे एक “धन्य क्षण” बताया। “अयोध्या में राम लला की दिव्य मूर्ति पर उत्तराखंड की प्रसिद्ध ऐपण कला से सजा शुभवस्त्रम भगवान राम में राज्य के लोगों की असीम आस्था का प्रतीक है,” धामी ने सोमवार को मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा को पोशाक पहनाने के बाद एक्स पर पोस्ट किया। उत्तराखंड के कुशल कारीगरों ने इसे बनाया है। हम सभी उत्तराखंडियों के लिए यह एक अद्भुत अवसर है।”

    धामी खुद अयोध्या गए थे, मंदिर अधिकारियों को शुभवस्त्रम देने के लिए। मंगलवार को यहां एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि यह भी राज्य की सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण योगदान देता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि उत्तराखंड की विशाल सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक कलाओं को नई पहचान मिल रही है और भावी पीढ़ियां इसे अपना रही हैं। उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र में ऐपण एक लोक कला है।

  • Dhami government की निगम, निकाय, प्राधिकरण कर्मचारियों को सौगात

    Dhami government की निगम, निकाय, प्राधिकरण कर्मचारियों को सौगात

    Dhami government

    Dhami government की निगम, निकाय, प्राधिकरण कर्मचारियों को सौगात राज्य कर्मचारियों की भांति 1 जनवरी 2024 से मिलेगा बढ़े हुए 4 प्रतिशत महंगाई भत्ते का लाभ उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार ने राज्य कर्मियों की भांति निगमों, निकायों, प्राधिकरण इत्यादि में कार्यरत कर्मियों को 1 जनवरी 2024 से 4 प्रतिशत महंगाई भत्ते का लाभ देने का निर्णय लिया है।

    राजकीय कर्मचारियों की भांति बढ़े हुए 4 प्रतिशत मंहगाई भत्ते का भुगतान निगमों, निकायों, प्राधिकरणों, पंचायतों, स्वायत्तशासी संस्थाओं व उपक्रमों में सेवारत् व सेवानिवृत्त कार्मिकों को दिनांक 01 जनवरी, 2024 से प्रदान किया जायेगा।

    इन्हें भी मिलेगा लाभ पांचवें केन्द्रीय वेतनमान में आहरित कर रहे सार्वजनिक निकाय/ उपक्रमों के कर्मचारियों के लिये मंहगाई भत्ते का 01 जनवरी, 2024 से बढ़ी हुई दर पर भुगतान किया जाएगा।

    source: http://uttarainformation.gov.in


Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/jcaxzbah/hindinewslive.in/wp-includes/functions.php on line 5464