Sports news: वैष्णवी शर्मा ने मलेशिया के पांच बल्लेबाजों का विकेट गिरा डाला। वे लगातार तीन गेंदों पर तीन बल्लेबाजों को आउट करते रहे। वह अंडर-19 विश्व कप में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय बनी।
Sports news: भारतीय टीम ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में मलेशिया का सामना किया। भारतीय स्पिनर वैष्णवी शर्मा ने इस मुकाबले में अपनी गेंदबाजी से धमाल मचा दिया। वैष्णवी शर्मा ने मलेशिया के पांच बल्लेबाजों को मार डाला। साथ ही, उन्होंने तीन गेंदों पर तीन बल्लेबाजों को लगातार आउट किया। इससे वैष्णवी शर्मा अंडर-19 विश्व कप में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बन गई। उन्होंने इस मुकाबले में 1.25 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 5 रन देकर 5 विकेट झटके। साथ ही, पारी के चौबीसवें ओवर में मलेशियाई बल्लेबाजों ने लगातार तीन गेंदों पर पवैलियन का रास्ता बनाया।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर से वैष्णवी शर्मा
वैष्णवी शर्मा मध्य प्रदेश के ग्वालियर से हैं। वैष्णवी शर्मा ग्वालियर के चंबल क्षेत्र में रहते हैं। पिता नरेंद्र शर्मा वैष्णवी शर्मा की कामयाबी में महत्वपूर्ण योगदान हैं। नरेंद्र शर्मा ने दिन-रात एक करके अपनी बेटी को क्रिकेटर बनाने का प्रयास किया। वहीं वैष्णवी के पिता नरेंद्र शर्मा एक ज्योतिषी हैं। बहरहाल वैष्णवी शर्मा ने भारतीय टीम में खेलने वाली पहली महिला क्रिकेटर बन गई। चंबल क्षेत्र में ट्रेनिंग के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं थीं। पिता ने उन्हें ग्वालियर की तानसेन क्रिकेट एकेडमी में ले गए।
वैष्णवी शर्मा का सफर कठिन नहीं रहा है
ग्वालियर की तानसेन क्रिकेट एकेडमी में वैष्णवी शर्मा ने अपना लोहा मनवाया। इस खिलाड़ी ने सिर्फ 9 साल की उम्र में अच्छी ट्रेनिंग और अभ्यास से ध्यान खींचना शुरू किया। इसके बावजूद, भारत के लिए अंडर-19 विश्व कप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली वैष्णवी शर्मा को कुछ समय इंतजार करना पड़ा। उस समय वह मध्य प्रदेश के लिए कई डिविजनों में खेलती रही। बताते चलें कि वैष्णवी शर्मा ने भारत की अंडर-19 टीम का कप्तान किया था। साथ ही, इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट में 2022 में सबसे ज्यादा विकेट झटके। 2022-23 के जूनियर विमेंस क्रिकेट में बीसीसीआई ने उन्हें डालमिया अवार्ड से सम्मानित किया।
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