SEBI ने अल्गो ट्रेडिंग को बढ़ावा देने वाले ब्रोकर्स को शोकॉज नोटिस जारी किया है और अब लंबी कानूनी लडाई से बचने के लिए एक सेटलमेंट स्कीम लाने के लिए तैयार है।
स्टॉक ब्रोकर्स के लिए सेटलमेंट स्कीम SEBI ने बनाई है। 110 से अधिक ब्रोकर्स को जारी किए गए नोटिस का समाधान यह योजना है। इन ब्रोकर्स को एल्गो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स से संबंधित होने का आरोप लगाया गया है। Motilal Oswal, Zerodha और 5Paisa इस लिस्ट में हैं।
यह मुद्दा है
SEBI को पता चला कि Tradetron जैसे कई अनरेगुलेटेड प्लेटफॉर्म ब्रोकर सिस्टम से जुड़कर एल्गो-बेस्ड ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी प्रदान कर रहे हैं। यह SEBI नियमों के खिलाफ है। इसके बारे में SEBI ने जून 2022 में चेतावनी दी थी और इसी वर्ष एक सर्कुलर जारी करते हुए ब्रोकर्स को ऐसे प्लेटफॉर्म्स से संबंध तोड़ने का आदेश दिया था। इसके बाद भी, कई ब्रोकर्स ऐसे प्लेटफॉर्म्स से जुड़कर एल्गो ट्रेडिंग को प्रोत्साहित करते रहे। ऐसे 110 ब्रोकर्स की पहचान की गई है, जिन्हें शोकॉज नोटिस भेजा गया है।
SEBI सेटलमेंट प्रोग्राम
24 मार्च को SEBI बोर्ड मीटिंग होगी। इसमें सेटलमेंट योजना की चर्चा होगी। लंबी कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए सेबी इस योजना को लाने की तैयारी में है, जिसमें ब्रोकर्स को 1-2 लाख रुपये का जुर्माना देकर सेटलमेंट करने की अनुमति मिलेगी। सकीम का लाभ उठाने वाले ब्रोकर्स को सेबी से आवेदन करना होगा।
एल्गो ट्रेडिंग क्या है?
याद रखें कि एल्गो ट्रेडिंग शेयर बाजार में एक इंवेस्टर है, जिसका लक्ष्य निवेशकों को अधिकतम लाभ दिलाना है। एल्गोरिदम शब्द का मूल है। एल्गो ट्रेडिंग में ट्रेडिंग निर्णय सॉफ्टवेयर लेता है, जो इंवेस्टर की जगह लेता है और बाय या सेल ऑर्डर प्लेस करता है।
आप इसे एक उदाहरण के रूप में समझ सकते हैं: अगर आप किसी कंपनी में शेयर खरीदना चाहते हैं जब उनकी कीमत पिछले सौ दिनों में औसत से सबसे कम हो। इसके लिए आप एक कंप्यूटर प्रोग्राम बना सकते हैं जो शेयर की कीमत पर नजर रखेगा और जैसे ही कीमत आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप रेंज पर आ जाएगी, तो ऑर्डर प्लेस करेगा। बेच दो की रेटिंग इसी तरह की कीमत होगी। सेबी को एल्गो ट्रेडिंग से परेशानी है क्योंकि एल्गो डेवलपर्स अक्सर अधिक रिटर्न का लालच देते हैं, जो सेबी के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन करता है।
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