भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च 2017 में कैश सर्कुलेशन 13.35 लाख करोड़ था, लेकिन मार्च 2024 तक यह 35.15 लाख करोड़ हो गया।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 100 और 200 रुपये के नोटों को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। वास्तव में, भारतीय रिज़र्व बैंक जल्द ही 100 और 200 के नए नोट जारी करने वाला है, लेकिन उनका डिजाइन नहीं बदलेगा। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बताया कि इन नवीनतम नोटों पर गवर्नर संजय मल्होत्रा का हस्ताक्षर होगा। हर नए गवर्नर की नियुक्ति के बाद उनके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए जाते हैं, यह एक आम प्रक्रिया है।
क्या पुराने नोट विलुप्त हो जाएंगे?
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने स्पष्ट किया है कि पुराने 100 और 200 रुपये वैध रहेंगे और बदले नहीं जाएंगे। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने कहा कि ये नोट जल्द ही बैंकों और एटीएम में मिल जाएंगे। अब हम जानते हैं कि कहाँ लोग सबसे अधिक पैसे खर्च करते हैं। इसके अलावा, वे भारत में 2000 के नोट बंद होने के बाद कैसे पैसे की आपूर्ति हुई।
भारत में कैश का उपयोग कितना हो रहा है?
रिपोर्ट के अनुसार, देश में 2,000 के नोट बंद करने के बावजूद कैश की मांग पहले से भी अधिक बढ़ी है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च 2017 में कैश सर्कुलेशन 13.35 लाख करोड़ था, लेकिन मार्च 2024 तक यह 35.15 लाख करोड़ हो गया। UPI के माध्यम से डिजिटल लेन-देन भी तेजी से बढ़ रहे हैं। UPI का मार्च 2020 का ट्रांजैक्शन 2.06 लाख करोड़ था, लेकिन फरवरी 2024 तक यह 18.07 लाख करोड़ हो गया। कुल मिलाकर, 2024 में लगभग 172 बिलियन डिजिटल व्यापार हुआ।
किन राज्यों में ATM से अधिक पैसा निकाला जाता है?
रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में FY24 के दौरान ATM से सबसे अधिक रुपये निकाले गए। वास्तव में, त्योहारों और चुनावों में पैसे की मांग बढ़ जाती है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल भुगतान की सुविधा कम है, इसलिए लोग कैश का अधिक उपयोग करते हैं।
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