इस बार 33 शिक्षकों का कटा एक दिन का salary, पहले आदेश में 19 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के लिए अलग से प्रपत्र जारी कर माफीनामा जारी किया गया है|
बिहार के अपर मुख्य सचिव KK Pathak के आदेश पर जिला शिक्षा कार्यालय ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है| दरअसल, सरकारी स्कूलों से नियमित व अघोषित रूप से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की खैर नहीं है| साथ ही, इन शिक्षकों को जवाबदेह बनाने और प्रबंधन को जानकारी प्रदान करने का काम जारी है। हम आपको बताते हैं कि अब लगभग 900 शिक्षकों के में salary कटौती कर उनके लिए एक उदाहरण स्थापित करने का कदम उठाया गया है।
इस बार 33 शिक्षकों का दैनिक salary अलग पत्र में रोका गया| पहले आदेश में 19 शिक्षकों के दैनिक salary में कटौती कर शो केस किया गया| इसी तरह दूसरा पत्र भेजा गया, जिसमें कहा गया कि 14 शिक्षकों के salary में कटौती की जायेगी|
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार साहू ने बताया कि डीएम ऋचा पांडे के निर्देश पर यह कार्रवाई की गयी| औचक निरीक्षण से पता चला कि कुल 33 शिक्षक और कर्मचारी बिना अनुमति या सूचना के अनुपस्थित थे। ऑडिट के समय अधिकारियों और बीईओ की रिपोर्ट के मुताबिक प्रभावित शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया था। अघोषित अनुपस्थिति का वाजिब कारण है| उन्होंने प्रभावित शिक्षकों को शो के कारण के संबंध में बीईओ के माध्यम से जिला कार्यालय में जवाब देने का निर्देश दिया।
इनमें उत्क्रमित परशुरामपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय से शिक्षिका खुशबू रानी, मनोरमा कुमारी, खुशबू कुमारी, आदर्श मवि बैरगनिया से शिक्षक अंकित कुमार, विजय कुमार, केशव कुमार, लक्ष्मी कुमारी भारती, मवि परसौनी व मवि छतवागढ़ से शिक्षक सुनील कुमार ठाकुर शामिल हैं। बटनखा से सुनीता कुमारी, मवि दोस्तपुर खैरवी से सुरेंद्र कुमार, मवि मधुबनी गोठ से परमानंद कुमार, परिहार से मवि शिवनगर से रामनाथ प्रसाद, रुन्नीसैदपुर बसतपुर न्यू से कुमारी करुणा, मवि धोबहा से अखिलेश कुमार व नेहा झा, मवि बलुआ से रानी कुमारी, मवि मजरोहन मो. . बकुल्ला, दक्षिणी प्रावि दलकावा के विनय कुमार व धीरेंद्र कुमार समेत 33 शिक्षकों के नाम शामिल हैं|