Navratri Kanya Pujan 2024
Navratri Kanya Pujan 2024: शारदीय नवरात्रि में पूरे भारत में पूजा-पाठ होता है। मां की पूजा की जाती है। नवरात्रि के व्रत और पूजा तब तक सफल नहीं होते, जब तक कि कन्या पूजन नहीं किया जाए। छठे नवरात्रि के बाद लोग कन्या पूजन करने लगते हैं।
नवरात्रि में नवमी तिथि का क्या अर्थ है?
धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि मां दुर्गा स्वर्ग से धरती पर अपने भक्तों का कल्याण करने आती हैं। नवरात्रि में नवमी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। देवी दुर्गा को इस दिन कन्याओं के रूप में पूजा जाता है। हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री ने बताया कि नवमी के दिन देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा नौ कन्याओं के रूप में की जाती है, जिनकी उम्र आठ वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
कन्या पूजन की शास्त्रीय अर्थव्यवस्था
शास्त्रों के अनुसार, जो लोग अष्टमी या नवमी के दिन सात कन्याओं का पूजन करते हैं, वे नवरात्र का पूरा लाभ नहीं प्राप्त करेंगे। देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा, जो नौ दिनों तक चलती है, नवमी के दिन नौ कन्याओं का पूजन करना सबसे अच्छा माना जाता है। इस पूजा से भक्तों को सुख-समृद्धि मिलती है और देवी दुर्गा की कृपा मिलती है।
2024 में बन रहे हैं विशेष संयोग
हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री ने बताया कि 2024 में अष्टमी और नवमी के साथ दशमी का विशेष संयोग होगा। 11 अक्टूबर 2024 को दोपहर से नवमी तिथि शुरू होगी 12 अक्टूबर की सुबह 10:57 बजे समाप्त होगी । हिंदू धर्म में पर्व को उदिया तिथि में ही मनाने से पूरा लाभ मिलता है। इसलिए, नवमी पर 2024 में कन्या पूजन करने के लिए 12 अक्टूबर की सुबह 10:57 बजे से पहले कन्याओं का पूजन करना बेहतर होगा। दशमी तिथि 10:58 बजे से शुरू होगी।