Mohinder Bhagat ने विभाग के अधिकारियों को राज्य के फलों और सब्जियों को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करने के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं
- कैबिनेट मंत्री ने कृषि और बागवानी विशेषज्ञों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की
पंजाब के बागवानी मंत्री मोहिन्दर भगत ने विभाग के अधिकारियों को राज्य के फलों और सब्जियों को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करने के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पी.ए.यू.) के वैज्ञानिकों और संबंधित संगठनों के अधिकारियों सहित कृषि और बागवानी विशेषज्ञों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए भगत ने बागवानी के लिए पंजाब की अनुकूल भौगोलिक और पर्यावरणीय परिस्थितियों पर जोर दिया। उन्होंने यूरोपीय बाजारों और अन्य वैश्विक गंतव्यों के अनुकूल उच्च मांग वाली फसलों की खेती की क्षमता पर प्रकाश डाला।
मीटिंग के दौरान कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को पंजाब में कुल पंचायत भूमि का 10 प्रतिशत हिस्सा बागवानी के तहत लाने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए। इस बीच, यह सुनिश्चित करने के लिए भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि इस उद्देश्य के लिए नामित भूमि को पर्याप्त पानी मिले।
उन्होंने कहा कि उद्यानिकी विभाग और पंचायती राज विभाग इस कार्य की निगरानी करेंगे और मनरेगा के माध्यम से इस भूमि पर बागवानी की संभावनाएं तलाशेंगे।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यदि हम यूरोपीय बाजार की मांग के आधार पर कृषि पद्धतियों को अपनाते हैं तो पर्यावरण को स्वच्छ रखते हुए किसानों की आय बढ़ा सकते हैं।
मीटिंग के दौरान यूएसडीए एआरएस उपोष्णकटिबंधीय बागवानी अनुसंधान केंद्र एसएचआरएस के प्रमुख बागवानी विशेषज्ञ डॉ. सुखविंदर सिंह ने पंजाब के गन्ने में 9% चीनी की मात्रा की तुलना में अमेरिकी गन्ने की खेती पर अंतर्दृष्टि साझा की, जिसमें 25% चीनी होती है। उन्होंने पंजाब में एवोकैडो और कोको जैसी फसलों की खेती के लिए अपार संभावनाओं की पहचान की।
इस मौके पर उन्होंने अमेरिका में उगाए जा रहे गन्ने के प्रकार की जानकारी दी और कहा कि इस किस्म में चीनी की मात्रा 25 होती है जबकि पंजाब में उगाए जा रहे गन्ने में यह मात्रा 9 होती है। उन्होंने कहा कि पंजाब में एवोकाडो, कोको की खेती की अपार संभावनाएं हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने पूछा कि क्या गन्ने की उच्च सूक्रोज किस्मों को भारत लाया जा सकता है यूएसडीए के विशेषज्ञ ने सुझाव दिया कि गन्ने की किस्मों का आयात किया जा सकता है लेकिन सरकार से सरकार के प्रोटोकॉल की जांच करने की आवश्यकता है
बैठक के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव बागवानी अनुराग वर्मा; पंजाब राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष डॉ. सुखपाल सिंह; मार्कफेड के अध्यक्ष, अमनदीप सिंह मोही; खाद्य आयोग के अध्यक्ष बाल मुकंद शर्मा; पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन के चेयरमैन मंगल सिंह बस्सी; निदेशक, बागवानी, शैलिंदर कौर; चीफ, फ्रूट साइंस, पीएयू, डॉ. एच. एस. रतनपाल; अतिरिक्त निदेशक, विस्तार शिक्षा, डॉ. तरसेम सिंह ढिल्लों; इस अवसर पर पुष्पकृषि एवं सब्जी विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. कुलबीर सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।
source: http://ipr.punjab.gov.in