Millet Health Benefits
ज्वार, बाजरा, कुट्टु, रागी आदि मोटे अनाज हैं। मोटे अनाज बहुत पोषक समृद्ध हैं और कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर हैं। मुख्य बात यह है कि पिछले कुछ सालों में मोटे अनाज पर हुए अध्ययनों में उनके विशिष्ट गुणों का पता चला है. इन अध्ययनों में दावा किया गया है कि मिलेट्स या मोटे अनाजों में कुछ तत्व होते हैं जो कैंसर, मधुमेह, दिल की बीमारी का खतरा भी कम कर सकते हैं। इसलिए मोटे अनाज में सेहत का सब कुछ है। मोटे अनाज में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों की वृद्धि और पुनर्निर्माण में बहुत मदद करता है।
मोटे अनाजों में भी उच्च फाइबर होता है, जो डाइजेशन में मदद करता है और वजन को नियंत्रित करता है। इसमें कई तरह के विटामिन भी हैं। जैसे विटामिन B1, B2, B3, B6 और E। मोटे अनाज में कैल्शियम, आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे महत्वपूर्ण खनिज भी होते हैं। मोटे अनाज में बहुत से एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने के लिए ये एंटीऑक्सीडेंट्स काम करते हैं। शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ने से असाध्य बीमारियां होती हैं। यही कारण है कि मोटे अनाज का सेवन आपको कई बीमारियों से बचाता है।
मिलेट खाने के लाभ
1. चना: चना मिलेट्स भी है और दाल भी है। चना में बहुत से पोषक तत्व हैं। चने में सबसे अधिक प्रोटीन होता है। चना खाने से शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा कम होती है, साथ ही कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसेराइड्स की मात्रा भी कम होती है। चना खाने का बहुत आसान तरीका है, कहते हैं क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी। अगर आपको चना पसंद है, तो इसे अंकुरित कर खाओ। या इसका आटा बनाकर गेंहू के आटे में मिलाकर खाओ। यह दिन भर शुगर को नियंत्रित करेगा।
2. रागी: रागी मिलेट्स में हर चीज है।एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, रागी में फोटोकेमिकल और पोलिफिनॉल जैसे कई एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। वहीं इसमें डाइट्री फाइबर भी होता है, जो असाध्य बीमारियों से लड़ने में फाइटर का काम करता है। रागी में कैल्शियम की मात्रा कम है। रिसर्च के अनुसार, रागी एंटी-डायबेटिक और एंटी-ट्यूमरजेनिक है। यह रागी की रोटी बनाकर खाया जा सकता है।
3. ज्वार: ज्वार को पहले लोग खाना नहीं पसंद करते थे। जानवर इसे खाते थे। ज्वार को आज भी बहुत कम लोग पसंद करते हैं, लेकिन यह बीमारियों को दूर करने में अद्भुत है। ज्वार में कई मिनिरल्स और विटमिन होते हैं। बाजरा में फेनोलिक एसिड होता है। वहीं इसमें कैंसर रोधी गुण भी हैं। नियमित रूप से ज्वार का सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है।
4. बाजार: बाजरा में कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम, थियामिन, नियासिन और राइबोफ्लोबिन की भरपूर मात्रा होती है। इसके अलावा कई तरह के विटामिंस और एंटीऑक्सीडेंट्स भी हैं। बाजरे का सेवन करने से डायबिटीज को नियंत्रित रख सकते हैं और इस बीमारी का खतरा कम किया जा सकता है, जैसा कि अध्ययन बताते हैं। इससे दिल भी सुरक्षित रहता है। बाजरे की रोटी खाने से दिल का दौरा होने का खतरा कम हो सकता है।
5. जौ: जौआयुर्वेद में जौ का पानी बहुत महत्वपूर्ण है। अब रिसर्च ने भी दिखाया कि जौ हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छा है। सेंट्रल फूड डाटा जर्नल के अनुसार, एक कप जौ में 6.11 ग्राम प्रोटीन, 76 ग्राम मैग्नीशियम, 108 ग्राम पोटैशियम और 2.26 ग्राम प्रोटीन होते हैं। जौ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है। इसलिए यह डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए भी अच्छा है।