गर्मी की तपिश और लू की लपटों के बीच लोकतंत्र की खुशहाली की जिम्मेदारी का भार कंधों पर लिए मतदान दल के कार्मिकांे ने अंतिम प्रशिक्षण के पश्चात गुरूवार को जिला मुख्यालय से गंतव्य मतदान केन्द्रों के लिए कूच किया। देर शाम तक सभी मतदान दल अपने निर्धारित पोलिंग बूथों पर पहुंच गए थे। लोकसभा चुनाव के दूसरे दौर में जिले में स्थापित किए गए 1036 मतदान केन्द्रों पर शुक्रवार को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान होगा। जिसमें मतदाता भाग्य विधाता बन कर मतदान करेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी व कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने कोटा रोड़ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर व खेल मैदान में आयोजित अंतिम प्रशिक्षण में मतदान दलों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र के महायज्ञ में प्रत्येक कार्मिक पूर्ण निष्ठा और पारदर्शिता के साथ कर्तव्य की आहुति दें। उन्होंने कहा कि मतदान दल के सभी कार्मिक आत्मविश्वास और कुशलता के साथ कार्य करते हुए स्वतंत्र एव निष्पक्ष मतदान कराने के लिए टीम भावना से निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मतदान केंद्र पर पहुंचते ही सभी मतदान दल अधिकारी अपनी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर लें। साथ ही 100 मीटर, 200 मीटर की परिधि सीमा का निर्धारण, मोक पोल, प्रपत्र संधारण करते हुए आपसी समन्वय के साथ चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न करवाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या आने पर सम्बंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी को अवगत करवाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। ऐसे में सभी कार्मिक बिना दबाव व प्रलोभन के अपने दायित्व पूरा करें। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने भी मतदान दल कार्मिकों को संबोधित किया। इस दौरान प्रशिक्षण प्रभारी व सीईओ रामावतार गुर्जर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। दो चरणों में आयोजित प्रशिक्षण में पहली पारी में किशनगंज व छबड़ा तथा दूसरी पारी में बारां-अटरू व अंता विधानसभा क्षेत्र के मतदान दलों ने भाग लिया। मतदान दलों कार्मिकों को प्रशिक्षण स्थल पर छाया, पेयजल, चिकित्सा व डाक मतपत्र से मतदान की सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
प्रशिक्षण में सभी मतदान दलों को उनके बैठने के स्थान पर ही मतदान सामग्री के बैग व ईवीएम तथा वीवीपेट उपलब्ध कराई गई। इसके पश्चात सभी मतदान दल वाहन काउंटर से वाहन आवंटित कराते हुए चैक पोस्ट पर एन्ट्री करवा कर उत्साह के साथ अपने निर्धारित मतदान केन्द्र के लिए रवाना हुए।
कलर कोडिंग से रही आसानी
लोकसभा चुनाव में इस बार सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए कलर कोडिंग किए जाने से मतदान दल कार्मिकों को आसानी रही। निर्वाचन विभाग की ओर से हर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग रंग निर्धारित किया गया था। विधानसभा क्षेत्र किशनगंज के लिए नारंगी, छबडा के लिए गुलाबी, बारां-अटरू के लिए बैंगनी तथा अंता के लिए पीला रंग निर्धारित किया गया था। प्रशिक्षण स्थल पर मतदान दलों के बैठने के लिए कुर्सियों पर भी इसी रंग से नम्बरिंग की गई थी वहीं वाहनों पर भी इसी रंग के लेबल लगा कर अलग से पहचान सुनिश्चित की गई थी।
जिला कलक्टर ने कि मतदान की अपील
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने जिले के मतदाताओं से शुक्रवार को होने वाले चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान की अपील करते हुए कहा कि जिले के जागरूक मतदाताओं की वजह से यहां सभी चुनावोें में औसत से अधिक मतदान प्रतिशत की परंपरा रही है। इस चुनाव में भी स्वीप कार्यक्रम के माध्यम से आम मतदाताओं तक पहुंच कर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित व आमंत्रित किया गया है। सभी मतदाताओं को लोकतंत्र के हित में बढ़-चढ़ कर मतदान में भाग लेना चाहिए। मतदान एक महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य और हमारे लोकतंत्र की मजबूती का आधार भी है।
कड़ी सुरक्षा रहेगी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर जिले में सुरक्षा व कानून व्यवस्था को लेकर कड़े बन्दोबस्त किए गए हैं। इसके तहत जिले में सीआरपीएफ की 4 कम्पनियां, छत्तीसगढ़ स्टेट आर्म्ड पुलिस की 1 कम्पनी, आएसी की 3 कम्पनियां, एसडीआरएफ की 1 कम्पनी, पीटीएस से 48 पुलिस कर्मी का जाब्ता, अलवर से 250 तथा दौसा से 350 पुलिस कर्मियों सहित बारां जिले के पुलिस कर्मी सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था के लिए नियोजित किए गए हैं। साथ ही कोटा होम गार्ड से 250 व बारां होम गार्ड के 375 जवानों के भी तैनातगी की गई है। लगभग 3000 सुरक्षा कर्मी सुरक्षा को लेकर तैनात रहेंगे। वहीं 12 क्यूआरटी व गश्ती दल लगातार फील्ड में भ्रमण कर वस्तुस्थिति पर निगरानी बनाए रखेंगे।
पिछले लोकसभा चुनाव में रहा 70.79 फीसदी मतदान
गत लोकसभा चुनाव-2019 में बारां जिले में हुए 70.79 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था जबकि वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 79.95 रहा। जो राज्य के औसत मतदान प्रतिशत से अधिक रहा।
ईपिक के अलावा इन 12 दस्तावेजों से कर सकेंगे मतदान
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि ईपिक के अलावा 12 फोटोयुक्त वैकल्पिक दस्तावेज मतदान के लिए अनुमत किए गए हैं। इन दस्तावेजों में आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पेन कार्ड, बैंक अथवा डाकघर की फोटोयुक्त पासबुक, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग द्वारा जारी दिव्यांग पहचान पत्र (यू.डी.आई.डी.), मनरेगा जॉब कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, भारतीय पासपोर्ट, सरकार अथवा सार्वजनिक उपक्रम द्वारा जारी पहचान पत्र, महापंजीयक जनगणना द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, सांसद एवं विधायक को जारी आई.डी. शामिल हैं।
मतदान दिवस पर रहेगा सार्वजनिक अवकाश
लोकसभा आम चुनाव के दृष्टिगत मतदान दिवस 26 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। विभिन्न निगमों, उद्यमों, औद्योगिक संगठनों को भी श्रमिकों को मताधिकार के प्रयोग के लिए सवैतनिक अवकाश देने के निर्देश जारी किए गए हैं। शहरी व ग्रामीण नरेगा कार्मिकों को भी अवकाश दिया गया है।
रहेगा सूखा दिवस
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान समाप्ति के 48 घंटे पहले से जिले सहित संपूर्ण राज्य में सूखा दिवस घोषित किया गया है। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार जिले में 26 अप्रैल को मतदान समाप्ति तक सूखा दिवस रहेगा।
करीब साढे नौ लाख मतदाता डालेंगे वोट
लोकसभा चुनाव में जिले के 9 लाख 44 हजार 589 मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे, इनमें 4 लाख 87 हजार 651 पुरूष तथा 4 लाख 55 हजार 938 महिला मतदाता हैं। कुल मतदाताओं में 8 हजार 397 दिव्यांग, 10 थर्ड जेन्डर तथा 6 हजार 521 वरिष्ठ नागरिक हैं। वहीं 30 हजार 563 ऐसे नव मतदाता है जो लोकसभा चुनाव में प्रथम बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे। लोकसभा चुनाव के अन्तर्गत जिले में कुल 1036 पोलिंग बूथ बनाए गए है। इनमें विधानसभा क्षेत्र अंता में 248, किशनगंज में 243, बारां अटरू में 280, तथा छबड़ा में 264 पोलिंग बूथ हैं। कुल बूथों में 160 शहरी तथा 876 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। सभी विधानसभा क्षेत्रों में 4-4 आदर्श, 4-4 दिव्यांग, 8-8 महिला, 8-8 यूथ तथा 4-4 इको फ्रेन्डली बूथ रहेंगे।
देर शाम तक लौटने लगेंगी पोलिंग पार्टियां
शुक्रवार शाम मतदान समाप्ति के पश्चात सभी मतदान दल जिला मुख्यालय लौटेंगे देर शाम से उनका यहां पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ होगा। सभी पार्टियां कोटा रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्थापित सामग्री संग्रहण केन्द्र के विभिन्न काउंटरों पर निर्वाचन सामग्री व ईवीएम जमा कराएंगे। महिला व दिव्यांग कार्मिकों की सुविधा के लिए पृथक से काउंटर बनाए जाएंगे। वहीं महिला कार्मिकों को घर वापसी के लिए देर रात सभी उपखंड मुख्यालयों तक बस की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
source: https://dipr.rajasthan.gov.in
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