उत्तर प्रदेश

Lok Sabha Chunav Result: UP में बीजेपी की हार के पांच बड़े कारण जानें….!

Lok Sabha Chunav Result 2024:

Lok Sabha Chunav Result बताते हैं कि एनडीए को सबसे ज्यादा नुकसान UP में हुआ। अधिक सीटें जोड़ना तो दूर,अपनी सीटें भी नहीं बचा पाई। सोशलिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन ने उन्हें कड़ी टक्कर दी और कुछ हद तक उन्हें हार के कगार पर पहुंचा दिया। आइए जानते हैं 5 कारण जिनकी वजह से यूपी में बीजेपी का खेल बर्बाद हो गया।

1. उम्मीदवार का चयन

चुनाव शुरू होते ही ऐसा लगता है कि बीजेपी ने उम्मीदवारों के चयन में कई गलतियाँ की हैं। स्थानीय आक्रोश को नजरअंदाज करते हुए ऐसे लोगों को टिकट दिया गया जो मतदाताओं को पसंद नहीं होंगे। परिणामस्वरूप, मूल रूप से भाजपा को वोट देने वाले कई मतदाताओं ने सोचा कि अपना घर छोड़ना गलत है। कार्यकर्ताओं को भी ऐसे उम्मीदवारों का गलत चयन पसंद नहीं आता जो उनकी इच्छानुसार काम नहीं करते। नतीजा ये हुआ कि बीजेपी का वोट शेयर काफी गिर गया. 2019 में बीजेपी को करीब 50 फीसदी वोट मिले. इस बार उसे 42 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. यह लगभग 8 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है।

2. सामाज‍िक समीकरण देख सपा ने उतारे प्रत्‍याशी

सपा पर केवल एक खास समुदाय या जाति के लोगों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगता रहा है. लेकिन इस बार अखिलेश यादव बेहद सतर्क रहे और जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार उतारे. यही वजह है कि उनके उम्मीदवार जमीन पर बीजेपी से मुकाबला करते नजर आ रहे हैं. मेरठ, कोसी, मिर्ज़ापुर और अन्य सीटें ऐसे उदाहरण हैं. अखिलेश ने बड़ी चालाकी से एनडीए प्रत्याशी को फंसा दिया.

3. संविधान में संशोधन की चर्चा पड़ी भारी

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 400 पार का नारा लगाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता यह दावा करने लगे कि 400 पार करना जरूरी है क्योंकि संविधान में संशोधन करना होगा. कांग्रेस और सोशलिस्ट पार्टी ने इसे आरक्षण से जोड़ा. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बीजेपी इतनी सीटें इसलिए चाहती है ताकि संविधान में संशोधन कर सीटों का आरक्षण खत्म किया जा सके. यह खबर दलितों और पिछड़ों के बीच बहुत तेजी से फैली और नतीजे वोटों के रूप में सामने आये. कई जगहों पर दलित समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की ओर बढ़ रहे हैं.

4. नौकरी और पेपर लीक होना

बीजेपी सरकार पर लगातार रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में नाकाम रहने का आरोप लगता रहता है. पेपर लीक हो जाता है. इसके ल‍िए कोई पुख्‍ता इंतजाम नहीं किए जाते. कई युवा वर्षों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अब वे वयस्कता तक पहुँच चुके हैं। वे परीक्षा नहीं दे सकते. युवाओं के बीच यह एक बड़ी समस्या है. जिसके चलते बड़ी संख्या में स्थानीय युवा बीजेपी से काफी नाराज नजर आ रहे हैं. इसका असर वोटिंग में भी दिखा.

5. मायावती के उम्मीदवार ने रेस बिगाड़ दी

मायावती ने ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जो समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन के लिए फायदेमंद थे। इससे बीजेपी को काफी नुकसान हुआ. इससे दलित वोटों में भी भारी विभाजन हुआ है. खासकर पश्चिमी राज्य उत्तर प्रदेश में बीएसपी उम्मीदवारों ने बीजेपी को काफी नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में मेरठ, मुजफ्फरनगर, चंदौली, खैरी और गोसी Lok Sabha सीटों पर लड़ाई दिलचस्प हो गई है।

editor

Recent Posts

पौष पुत्रदा एकादशी 10 जनवरी को, जानें इस दिन का महत्व और दुर्लभ संयोग

साल में दो बार पुत्रदा एकादशी आती है। पौष महीने के शुक्ल पक्ष में और…

16 hours ago

श्री सुमित गोदारा: भारतीय मानक ब्यूरो के 78वें स्थापना दिवस पर ‘मानक महोत्सव’ का आयोजन

श्री सुमित गोदारा: बीआईएस के सहयोग से उत्पादों के मानकीकरण पर जोर दे उद्योग जगत…

16 hours ago

MRI कराने से पहले इन बातों का रखें ध्यान , नहीं तो आपकी जान जा सकती है।

MRI स्कैन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि कोई नुकसान नहीं हो।…

16 hours ago

क्या वास्तव में वायरलेस चार्जिंग बेहतर है? जानें कैसे यह Wired से अलग है

वर्तमान में स्मार्टफोन और अन्य डिवाइस उपयोगकर्ताओं में वायरलेस चार्जिंग काफी लोकप्रिय हो गया है।…

16 hours ago

2024 में आरबीआई ने बेशुमार सोना खरीदकर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोना खरीददार बना ।

भारत का केंद्रीय बैंक, आरबीआई, सोने की खरीददारी और गोल्ड रिजर्व में विश्व के कई…

17 hours ago

WPL 2025: इन मैदानों पर होंगे टूर्नामेंट मुकाबले, फाइनल बड़ौदा में होगा फाइनल ?

WPL 2025: लखनऊ और बड़ौदा में वीमेंस प्रीमियर लीग 2025 का खेल होगा। बड़ौदा फाइनल…

17 hours ago