Milk (दूध) पीना सबसे अच्छा है.. ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर के बाद? गलत समय पर पीने से हो सकते हैं ये दुष्प्रभाव 

Milk Benefits

Milk (दूध) को पीने का क्या है सबसे अच्छा समय:

Milk (दूध) को पीने का सही समय क्या है? यह एक स्वस्थ पेय है जो शरीर को कई लाभ देता है। क्या ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर के बाद Milk (दूध) पीना सबसे अच्छा है? इसे लेकर लोगों में कई तरीके की धारणाएं हैं। हमने इस सवाल का जवाब देने के लिए डॉ. पंकज अग्रवाल से बात की, जो तथ्यों को बार-बार समझाया है।

ब्रेकफास्ट  के बाद दूध

डॉ पंकज अग्रवाल कहते हैं, “ब्रेकफास्ट के बाद दूध पीना ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है। Milk (दूध) में प्रोटीन और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो सुबह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि लैक्टोज इन्टॉलरेंस वाले लोगों को सुबह दूध पीने से बचना चाहिए।

लंच करने के बाद दूध

डॉ. अग्रवाल का कहना है कि लंच के बाद Milk (दूध) पीने से पाचन धीमी हो सकता है। दूध एक भारी पेय है जिसे पचाने में समय लगता है। उस समय दूध पीने से आपको थकान और भारीपन महसूस हो सकता है, जो आपको दिन के बाकी कार्यों पर ध्यान देने में मुश्किल बना सकता है।

डिनर करने के बाद दूध पीना

डॉ. पंकज अग्रवाल का कहना है कि डिनर के बाद दूध पीना सबसे अच्छा है। दूध में मौजूद एक अमीनो एसिड, ट्रिप्टोफैन, आपकी नींद को बेहतर बनाने में मदद करता है। रात में एक गिलास गर्म दूध पीने से नींद अच्छी आती है और शरीर को आराम मिलता है,

गलत समय का प्रभाव

गलत समय पर दूध पीना कई समस्याओं का कारण बन सकता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि गलत समय पर दूध पीने से पाचन समस्याएं हो सकती हैं। लैक्टोज इन्टॉलरेंस वालों को सुबह गैस, अपच और पेट दर्द हो सकता है। दिन भर दूध पीने से सुस्ती हो सकती है और काम करना मुश्किल हो सकता है।

डॉ. पंकज अग्रवाल का कहना है कि डिनर के बाद दूध पीना सबसे अच्छा होता है। यह शरीर को आवश्यक पोषण देता है और नींद को बेहतर बनाता है। उन्होंने सलाह दी कि जिन लोगों को लैक्टोज इन्टॉलरेंस है, वे सोया या बादाम के दूध का विकल्प चुन सकते हैं.


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