IND vs NZ 2nd Test: 12 साल में पहली बार घरेलू टेस्ट सीरीज हारने का खतरा भारतीय क्रिकेट टीम पर मंडरा रहा है
IND vs NZ 2nd Test: 12 साल में पहली बार घरेलू टेस्ट सीरीज हारने का खतरा भारतीय क्रिकेट टीम पर मंडरा रहा है। यह न्यूजीलैंड और भारत के बीच हुआ है। भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में न्यूज़ीलैंड ने एक मजबूत स्थिति बनाई है। पहली पारी में मेहमान टीम ने भारत को 156 पर समेटने के बाद 103 रन की बढ़त ली। बाद में न्यूज़ीलैंड ने दूसरी पारी में 5 विकेट खोकर 198 से अधिक रन बनाए हैं। उसकी कुल बढ़त 301 रन हुई है। भारतीय टीम ने पहला टेस्ट भी जीता है।
दूसरे टेस्ट में, न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे चल रहे थे। पहली पारी में उसने पुणे की टर्निंग पिच पर 259 रन बनाए। इसके बाद भारत ने पहली पारी में 156 रन बनाए। मिचेल सैंटनर ने भारतीय बैटर्स को बदनाम किया। वे सात बल्लेबाजों को आउट कर चुके थे।
न्यूज़ीलैंड को पहली सीरीज जीतने का मौका
भारत को दूसरे टेस्ट में हराने पर न्यूज़ीलैंड इतिहास बन जाएगा। आज तक न्यूज़ीलैंड ने भारत में कोई टेस्ट सीरीज जीती नहीं है। पुणे में जीत मिलने पर वह भारत में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतेगा। यदि ऐसा होता है, तो यह 12 साल में भारत की घरेलू सरजमीं पर पहली सीरीज भी होगी। न्यूजीलैंड की टीम 1955 से भारत दौरे पर आई है, लेकिन सीरीज जीत का उनका सपना अभी बाकी है।
इंग्लैंड की पिछली हार
2012 में भारत अपने घर पर अंतिम टेस्ट सीरीज में हार गया। तब भारत ने इंग्लैंड को चार मैचों की सीरीज में 2-1 से हराया। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार से बचने के लिए चौथी पारी में 290 से अधिक रन बनाने होंगे, जो टर्निंग ट्रैक पर मुश्किल होगा।
पहले टेस्ट की दूसरी पारी का अनुमान
बेंगलुरू टेस्ट मैच में भारत ने पहली पारी में 46 रन पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में 462 रन बनाए। पहली पारी के मुकाबले यानी भारत ने दूसरी पारी में 416 रन अधिक बनाए। यही कारण है कि भारतीय क्रिकेट प्रशंसक पुणे टेस्ट मैच में रोहित ब्रिगेड की जीत की आशा कर सकते हैं। क्रिकेट में असंभव कुछ भी नहीं है। भारत भी विजयी हो सकता है। लेकिन न्यूजीलैंड फिलहाल मैच में आगे है।
भारत ने 92 साल के टेस्ट इतिहास में सिर्फ एक बार 300 से अधिक रन चेज किया है। 2008 में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा ही किया था। बाद में उसने चेन्नई के एम. चिदंबरम स्टेडियम में 387 रन बनाकर मैच जीता। 1987 और 2011 में भी भारत ने दिल्ली में 276 रन के लक्ष्य का पीछा करके मैच जीता है। वेस्टइंडीज ने ये दोनों मैच जीते थे।