foreign exchange reserves
foreign exchange reserves: किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यही कारण है कि भारत ने अमेरिका से अधिक उपलब्धि हासिल की है। शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने आंकड़ा जारी कर बताया कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 700 अरब डॉलर को पार कर गया है, जो दुनिया में चौथे स्थान पर है। अब सिर्फ तीन देश भारत से आगे हैं: चीन, जापान और स्विट्जरलैंड। अमेरिका भी भारत से पीछे है।
आरबीआई ने कहा कि रुपये की तुलना में डॉलर की मजबूती ने फॉरेक्स रिजर्व को बढ़ा दिया। 27 सितंबर को अंतिम सप्ताह में हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 12.58 अरब डॉलर बढ़कर पहली बार 700 के पार पहुंचा और 704.88 अरब डॉलर हो गया। इसका अर्थ है कि भारत, चीन, जापान और स्विट्जरलैंड के बाद चौथे स्थान पर पहुंच गया है। जुलाई 2023 के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में किसी सप्ताह में सबसे अधिक उछाल हुआ है।
मार्च से अब तक, बंपर वृद्धि
चालू वित्त वर्ष में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी वृद्धि हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया कि मार्च 2024 से अब तक रिजर्व बैंक 83.50 अरब डॉलर बढ़ चुका है। विदेशी मुद्रा भंडार में इससे पहले के सप्ताह में 2.83 अरब डॉलर का इजाफा हुआ था। 2024 में जनवरी से अब तक का आंकड़ा 87.6 अरब डॉलर की बढ़ोतरी का संकेत देता है। 2023 में हुई 62 अरब डॉलर की बढ़ोतरी इससे कहीं अधिक है।
आरबीआई ने जमकर सोना खरीदा
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, जो 616.15 अरब डॉलर है, में डॉलर की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। गोल्ड का नंबर इसके बाद आता है। पिछले सप्ताह, आरबीआई ने 2.18 अरब डॉलर का सोना खरीदा, जिससे कुल गोल्ड रिजर्व 65.79 अरब डॉलर पहुंच गया है। फिलहाल, आईएमएफ की ओर से भारत को दी जाने वाली विशिष्ट निकासी अनुमति भी बढ़कर 18.54 अरब डॉलर पहुंच चुकी है। भारत IMF से चाहे तो इतनी धनराशि ले सकता है।
फॉरेक्स रिजर्व के लाभ
आपको बता दें कि युद्ध की आशंकाओं और दुनिया भर में बढ़ते तनाव के बीच विदेशी मुद्रा भंडार बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। इससे देश के आयात बिल को नियंत्रित किया जाता है। फिर भी, भारत ने एक साल में आयात करने के लिए जितना पैसा जुटाया है, यह हमारी अर्थव्यवस्था की स्थिरता को दिखाता है। भारत ने 2023 में 58 अरब डॉलर का फॉरेक्स जुटाया था, लेकिन 2022 में 71 अरब डॉलर गिर गया था।
किस देश के पास कितना भंडार
चीन अगस्त तक 3.2 ट्रिलियन डॉलर (करीब 3,288 अरब डॉलर) का फॉरेक्स रिजर्व था, जो उसके विदेशी मुद्रा भंडार में सबसे आगे है। जापान, जो दूसरे स्थान पर है, का भी 1,235 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है। टॉप-5 में शामिल स्विट्जरलैंड भी 802 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है, जो आश्चर्यजनक रूप से सिर्फ 242 अरब डॉलर का है और 13वें पायदान पर है।