Madhya Pradesh
Madhya Pradesh के इतिहास में किसी नगर निगम के स्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव पहली बार आया है। इससे राज्य के सतना जिले का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। कांग्रेस की एक आदिवासी महिला पार्षद पिछले चौबीस घंटे से गायब है। कांग्रेस ने लापता होने के बाद कोलगांवा थाने पर धरना दिया। कांग्रेस ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से पार्षद को तुरंत खोजने और सकुशनल परिजनों को सौंपने की मांग की है। यह मामला जिले में बढ़ता ही जा रहा है। महिला पार्षद को पुलिस खोज रही है।
सतना नगर निगम के बीजेपी स्पीकर राजेश चतुर्वेदी के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रही है। 9 सितंबर को कांग्रेस ने इसके लिए जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा को पत्र भी भेजा है। कांग्रेस को ज्ञापन देते ही जिले में राजनीतिक दौड़ चली। 10 सितंबर को वार्ड नंबर 12 की आदिवासी महिला पार्षद माया कोल गायब हो गई। वह सब्जी खरीदने घर से निकली, लेकिन वापस नहीं आई। परिजनों ने उसे हर जगह खोजा, लेकिन उसे नहीं पाया।
कांग्रेसियों ने धरना दिया
महिला पार्षद के बेटे ने इसके बाद कोलगांवा थाने में शिकायत की। कांग्रेस एक्टिव हो गई जब महिला पार्षद गायब हो गई। 11 सितंबर की देर रात, स्थानीय कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ कोलगांवा थाने पहुंचे। सभी लोगों ने यहाँ धरना दिया। कांग्रेसियों ने पुलिस और जिला प्रशासन से जल्द से जल्द पार्षद की तलाश की मांग की।
पुलिस जांच
यहाँ पुलिस शहर के सीसीटीवी कैमरों की खोज कर रही है। उसने गायब महिला के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। याद रखें कि बीजेपी पार्षदों का नगर निगम में बहुमत है, लेकिन उनमें मतभेद हैं। कांग्रेस पार्षद की अचानक गायब होने को राजनीतिक चाल बताया जा रहा है। यही कारण है कि कांग्रेस विधायकों ने अतिरिक्त पार्षदों की सुरक्षा की मांग की है।