उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के प्रयासों और निर्देशन से सांभर महोत्सव ने लगभग 2 लाख से अधिक देशी-विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के प्रयासों और निर्देशन से सांभर महोत्सव ने लगभग 2 लाख से अधिक देशी-विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया, जो सांभर को पर्यटन का नया केंद्र बना दिया है। 24 जनवरी से 28 जनवरी (मंगलवार) तक राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत का उत्सव चलता रहा। महोत्सव में आने वाले लोगों ने धार्मिक, सांस्कृतिक और रोमांचकारी यात्रा का अनुभव किया।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि सांभर महोत्सव राजस्थान की प्राकृतिक धरोहर, कला और संस्कृति को वैश्विक स्तर पर लाने का एक अद्वितीय प्रयास है। सांभर को पर्यटन क्षेत्र में एक नए सितारे के रूप में पहचान दिया गया है, जो पर्यटकों के लिए लंबे समय तक आकर्षक और आश्चर्यजनक रहेगा। सांभर महोत्सव अब एक विश्वव्यापी आकर्षण है।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि सैलानी और स्थानीय लोग सांस्कृतिक, धार्मिक और रोमांचक अनुभवों से रूबरू होंगे। सांभर की साल्ट लेक अब प्री-वेडिंग शूट और एस्ट्रो टूरिज्म के लिए भी लोकप्रिय हो रही है, उन्होंने कहा। इस महोत्सव के दौरान झपोक, सांभर सॉल्ट कैंपस, देवयानी तीर्थ सरोवर और मेला ग्राउंड पर कई सुंदर आयोजन हुए, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों को उत्साहित करते थे।
कार्यक्रम के आकर्षण
24 जनवरी को, अतिरिक्त निदेशक पर्यटन श्री राकेश शर्मा और पूर्व विधायक फुलेरा विधानसभा श्री निर्मल कुमावत ने “सांभर महोत्सव 2025” का विधिवत शुभारंभ किया। जिसमें संध्या के समय देवयानी सरोवर पर दीपोत्सव और महाआरती की गई। महोत्सव में सांस्कृतिक, धार्मिक और रोमांच के अनुभवों से सैलानी और स्थानीय लोग रूबरू हुए। राजस्थानी कला और शिल्प स्टॉल और फोटोग्राफी का प्रदर्शन इस दौरान हुआ। विभिन्न रंगों और डिजाइनों की रंगीन पतंगें आकाश में उड़ाई गईं। पैरा सेलिंग, पैरा मोटरिंग, पैरा ग्लाइडिंग, जीप सफारी और एटीवी राइड्स जैसे रोमांचक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। प्रकृति प्रेमियों के लिए साल्ट लेक में पक्षी देखने का अनुभव अद्वितीय था। दीपोत्सव और महाआरती ने सांस्कृतिक समारोह को और भी विशिष्ट बनाया। लोक कलाकारों की दिलचस्प स्ट्रीट परफॉर्मेंस ने पर्यटकों को आकर्षित किया। सांभर टाउन हेरिटेज वॉक, चित्रकला और रंगोली प्रतियोगिताएं शामिल थीं। पर्यटकों को घुड़सवारी, ऊँट सवारी और ऊँट गाड़ी की सवारी ने भी बहुत आकर्षित किया। सितारों को देखने के लिए पर्यटकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। नमक प्रसंस्करण टूर भी पर्यटकों को पसंद आया। 28 जनवरी को समारोह समाप्त हो गया।
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