CM Atishi ने दिल्ली सरकार की कैबिनेट बैठक में बसों में मार्शलों को फिर से बहाल करने की सिफारिश की है
CM Atishi ने दिल्ली सरकार की कैबिनेट बैठक में बसों में मार्शलों को फिर से बहाल करने की सिफारिश की है। इस दौरान, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को कैबिनेट ने इससे संबंधित एक रिपोर्ट सौंप दी है। साथ ही मंत्रिमंडल का प्रस्ताव उपराज्यपाल को प्रेषित किया जाएगा।
रविवार को दिल्ली सरकार की कैबिनेट बैठक सचिवालय में हुई। मुख्यमंत्री आतिशी और दिल्ली सरकार के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज इस दौरान उपस्थित थे। दिल्ली में बसों में मार्शलों की बहाली का खास मुद्दा था। इस दौरान, कैबिनेट ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को इससे संबंधित एक रिपोर्ट सौंप दी।
दिल्ली सरकार ने एक दिन पहले ही सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को फिर से स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया था। शनिवार को सीएम आतिशी ने बस मार्शलों को फिर से स्थापित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि 10 हजार बस मार्शलों को फिर से काम मिलेगा। आज की बैठक में मुख्यमंत्री आतिशी को रिपोर्ट दी गई। उसमें बसों में मार्शलों को तत्काल प्रभाव से वापस लाने की सिफारिश की गई है।
कैबिनेट प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा जाएगा
इस रिपोर्ट में कहा गया कि दिल्ली की बसों में फिर से 10 हजार मार्शल लगाए जाएंगे। इस बैठक ने भी निर्णय लिया कि कैबिनेट प्रस्ताव को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना को भेजा जाएगा। आतिशी ने कल बस मार्शलों को भरोसा दिलाया कि आने वाले कुछ दिनों में उपराज्यपाल को उनकी स्थायी नियुक्ति का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि बस मार्शल फरवरी महीने तक प्रदूषण के खिलाफ अभियान में भाग लेंगे जब तक उन्हें स्थायी नियुक्ति नहीं मिल जाती। दिल्ली सरकार ने कहा कि सोमवार से पिछले साल हटाए गए 10 हजार बस मार्शलों के लिए कॉल आउट नोटिस जारी किए जाएंगे। वहीं, इसके एक दिन बाद, सिर्फ मार्शल जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में पंजीकृत हो सकते हैं।
बीजेपी की कई चालें असफल हो गईं
आतिशी ने कहा कि पंजीकरण के दो से तीन दिनों के अंदर सीडीवी को सवार्धिक प्रदूषण के स्थानों, धूल प्रदूषण की रोकथाम और कचरा जलाने के प्रबंधन जैसे कार्यों पर लगाया जाएगा। 2018 में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बसों में बस मार्शल लगाए गए। वहीं, उन्हें पिछले साल अक्टूबर में पद से हटा दिया गया था।