CM Nitish Kumar (नीतीश कुमार) Latest News:
CM Nitish Kumar ने अधिकारियों के पैर छूने की बात कहने से राज्य में राजनीतिक हलचल पैदा हो गई है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर विरोध प्रकट किया है। “पूरे विश्व में इतना असहाय, अशक्त, अमान्य, विवश, बेबस, लाचार और मजबूर कोई ही मुख्यमंत्री होगा जो BDO, SDO, थानेदार से लेकर वरीय अधिकारियों और यहां तक कि संवेदक के निजी कर्मचारी के सामने बात-बात पर हाथ जोड़ने और पैर पड़ने की बात करता हो?”
इसके अलावा, उन्होंने ट्वीट किया, “बिहार में बढ़ते अपराध, बेलगाम भ्रष्टाचार, पलायन एवं प्रशासनिक अराजकता का मुख्य कारण यह है कि एक कर्मचारी (अधिकारी तो छोड़िए) तक मुख्यमंत्री की नहीं सुनता? यह विचार करने योग्य प्रश्न है कि वह आदेशों को क्यों नहीं सुनता और नहीं मानता? यद्यपि इसमें अधिकारियों और कर्मचारियों का अधिक दोष नहीं है। “बिहार में होना वही है जो “चंद” सेवारत और “सेवानिवृत्त” अधिकारियों ने ठाना है”, कमजोर और बेबस मुख्यमंत्री के कारण, क्योंकि अधिकारी जानते हैं कि यह तीसरी पार्टी की 43 सीट वाली सरकार है।’
अगर कोई अधिकारी व ठेकेदार ईमानदारी से अपने कार्यों का निर्वहन एवं निष्पादन नहीं करता है तो उस पर नियमानुसार कारवाई होनी चाहिए ना की उनके सामने हाथ जोड़ पैरों में पड़ गिड़गिड़ाना चाहिए। CM अपनी नहीं बल्कि पद की तौहीन कर रहे है।https://t.co/5a5lY4OSfV pic.twitter.com/5jUjV7x5dn
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 11, 2024
तेजस्वी यादव ने अपनी पोस्ट में कहा, “जब शासन में इक़बाल खत्म हो जाए और शासक में आत्मविश्वास ना रहे तब उसे सिद्धांत,जमीर और विचार किनारे रख ऊपर से नीचे तक बात-बात पर ऐसे ही पैर पड़ना पड़ता है।” वास्तव में हमें कुर्सी की चिंता नहीं है, बल्कि 14 करोड़ बिहारवासियों के वर्तमान और भविष्य की चिंता है।’
CM Nitish Kumar पर कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने भी हमला बोला है। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पैर छूने के लिए कहा था, जो बिहार को शर्मसार करेगा। जब CM Nitish Kumar ही अधिकारियों के पैर छूने लगे हैं, तो बिहार में क्या होगा पता चलता है। वहीं, उन्होंने कहा कि अधिकारियों को उन लोगों पर कार्रवाई करने की जरूरत है जो काम नहीं कर रहे हैं, न कि उनके पैर छूने की। वहीं, उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी कार्रवाई नहीं कर सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।