मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया के सुन्दरापुर में विकास कार्यों का लिया जायजा, कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया के सुन्दरापुर ग्राम में विकास कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से पूर्वी चंपारण जिले के लिये 114.82 करोड़ रुपये की 62 योजनाओं का उद्घाटन तथा 86.30 करोड़ रुपये की 42 योजनाओं का शिलान्यास किया यानी कुल 201.12 करोड़ रुपये की 104 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सुन्दरापुर में बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा 97.011 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सुन्दरापुर के भवन का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कम्प्यूटर एवं आई०सी०टी० कक्ष का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने विद्यालय में संचालित कम्प्यूटर शिक्षण कार्य को देखा और बच्चों से कम्प्यूटर शिक्षण के बारे में जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने स्मार्ट क्लास में जाकर बच्चों और शिक्षिका से शिक्षण कार्य की जानकारी ली। विद्यालय में बच्चों को कम्प्यूटर की आधारभूत शिक्षा प्रदान की जाती है। साथ ही आई०सी०टी० के माध्यम से बच्चों को मनोरंजक विधि से शैक्षणिक अवधारणाओं से परिचित कराया जाता है।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने विद्यालय परिसर में खेल मैदान के निर्माण कार्य का जायजा लिया। मनरेगा द्वारा निर्मित बास्केटबॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, कबड्डी कोर्ट तथा रनिंग ट्रैक के निर्माण कार्यों को देखा और वहां उपस्थित खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि खेल मैदान अच्छे ढंग से तैयार कीजिए जहां बच्चों के खेलने की हर प्रकार की सुविधा हो। बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें साथ ही खेल-कूद की गतिविधियों में भी भाग लें।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली योजना के अंतर्गत मनरेगा द्वारा निर्मित तालाब का उद्घाटन किया और तालाब में मछली का जीरा डाला। साथ ही मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने प्रमाण-पत्र देकर जीविका दीदियों को तालाब का प्रबंधन सौंपा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगाए गए विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान जीविका दीदियों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की लगायी प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों से कहा कि वर्ष 2006 में हमने जीविका की शुरुआत की। हमने इसे ‘जीविका’ नाम दिया और इससे जुड़नेवाली महिलाओं को ‘जीविका दीदी’ कहा। बाद में उस समय की केंद्र सरकार ने बिहार के जीविका के कार्यों की सराहना की और इसका अनुकरण करते हुए पूरे देश में ‘आजीविका’ नाम से इसे शुरू किया। जीविका दीदियों के हित के लिए हमने कई कार्य किए हैं। आपलोग इसे याद रखिएगा। आपलोग बहुत अच्छा काम कर रही हैं, इसे देखकर मुझे काफी प्रसन्नता हो रही है। आपलोग ऐसे ही आगे बढ़ते रहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1 लाख 26 हजार 354 जीविका दीदियों को 3 करोड़ 35 लाख रुपये की बैंक लिंकेज की आर्थिक सहायता का सांकेतिक चेक प्रदान किया।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के लाभुकों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया, निर्माण कराए जा रहे उनके उत्पादों को देखा और उसकी प्रशंसा की। साथ ही विभिन्न उत्पादों के निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण विकास विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया और स्वच्छ गांव-समृद्ध बिहार योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभुकों को आवास निर्माण हेतु मुख्यमंत्री ने 1 लाख 20 हजार रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल का भी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने निरीक्षण किया एवं सात निश्चय योजना 2 के तहत आर०ए०एस० अधिष्ठापन हेतु 1 लाख 20 हजार रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। साथ ही मत्स्य विपणन किट शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के लाभुकों को उपलब्ध कराया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा मत्स्य विक्रेताओं को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत स्वच्छ एवं ससमय मत्स्य वितरण हेतु साइकिल-सह-आईसबॉक्स, मोटरसाइकिल-सह-आईसबॉक्स, तीन पहिया ई-रिक्शा-सह- आईबॉक्स की चाबी दी गई।
मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग द्वारा तैयार किए गए मशरूम, ड्रैगन फ्रूट को देखा और अन्य उत्पादों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कन्या उत्थान योजना के अंतर्गत जन्म लेने वाली बच्ची की माता को 2000 रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। साथ ही मुख्यमंत्री बाल हृदय रोग योजना से स्वस्थ हुए बाल मरीजों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही आयुष्मान कार्ड योजना के लाभुकों को 5 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। 245 भूमिहीन परिवारों को घर बनाए जाने हेतु मुख्यमंत्री ने पर्चा वितरण किया। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों पर अत्याचार किए जाने की स्थिति में मुआवजा राशि देने का प्रावधान है। इसके तहत लाभार्थियों को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सांकेतिक चेक प्रदान किया।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लाभुकों को भी सांकेतिक चेक प्रदान किया। विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षण अधिगम सामग्री (टी0एल0एम0) के उपयोग से संबंधित प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अवलोकन किया। विद्यालयों में बच्चों को सुगमतापूर्वक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु शिक्षक/शिक्षिकाओं के द्वारा शिक्षण अधिगम सामग्री (टी0एल0एम0) तैयार कर शिक्षण कार्य कराया जाता है। टी0एल0एम0 स्थानीय सामग्री एवं संसाधन का उपयोग कर तैयार किया जाता है। दिव्यांग बच्चों के लिए भी समावेशी विशेष शिक्षक/पुनर्वास विशेषज्ञ द्वारा टी0एल0एम0 तैयार कर सामान्य बच्चों की भांति दिव्यांग बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कृषि विभाग द्वारा कृषि कार्य के लिए तैयार की गई दवा एवं खाद आदि की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कृषि यांत्रिकीकरण योजना के संबंध में भी जानकारी ली औरसाथ ही इसके लाभुकों को चाबी प्रदान की।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री सह पूर्वी चंपारण के प्रभारी मंत्री श्री सुनील कुमार, विधायक श्रीमती शालिनी मिश्रा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष श्री शीर्षत कपिल अशोक, पूर्वी चंपारण जिले के पुलिस अधीक्षक श्री स्वर्ण प्रभात सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
source: http://bihar.gov.in
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