प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सीवान जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समीक्षात्मक बैठक की। सीवान समाहरणालय स्थित डॉ0 भीमराव अंबेडकर भवन के संवाद कक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी ने पुष्प-गुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। समीक्षात्मक बैठक में सीवान जिला के जिलाधिकारी श्री मुकुल कुमार गुप्ता ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सीवान जिले के विकासात्मक योजनाओं की प्रगति एवं उपलब्धि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10$2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज/परिमार्जन /परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णाेद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं सबसे पहले आप सभी लोगों का अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। जिलाधिकारी ने सीवान जिले में चल रही विकासात्मक कार्यों की प्रगति से हम सबको अवगत कराया है। यहां उपस्थित सभी जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखी है। यहां उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारीगण समस्याओं से अवगत हो चुके हैं। मुझे पूरा भरोसा और अधिकारियों से यही अपेक्षा है कि वे जल्द ही जनप्रतिनिधियों की समस्याओं का समाधान करेंगे। यहां जो भी कमियां और जरूरते हैं उससे सरकार को अवगत कराएं, उसे पूरा किया जाएगा, यह जनप्रतिनिधियों का दायित्व है। मैं आप सभी से कहूंगा कि वर्ष 2005 के पहले बिहार की बदहाल स्थिति के विषय में भी लोगों को बताएं। आज हम सीवान जिले में कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखें हैं, लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से भी अवगत हुए हैं। यहां काफी अच्छा काम हो रहा है। हमलोगों ने 24 नवंबर 2005 को बिहार की बागडोर संभाली, तब से लगातार बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसके कारण प्रदेश में काफी बदलाव आया है। राज्य में अमन चैन, भाईचारा और सद्भाव का माहौल कायम हुआ है। सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के लिए लगातार विकास का काम किया जा रहा है। वर्ष 2005 से पहले बिहार की हालत काफी खराब थी। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। लोग घरों में डर के कारण दुबके रहते थे। शाम के बाद रास्ता सुनसान हो जाता था। अब लोग बेधड़क कभी भी, कहीं भी अपनी जरूरत के अनुसार आते-जाते हैं। कहीं कोई डर, भय का वातवरण नहीं है। वर्ष 2005 से पहले बिहार के अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत भी ठीक नहीं थी। प्रायः हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें सुर्खियों में रहती थी। जब हम विधायक से सांसद बने, तब भागलपुर के इलाके में लोगों से मिल रहे थे। उस दौरान लोगों ने हमसे अपनी पीड़ा बयां की। जब हमलोगों की सरकार बनी तो दंगा के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई और पीड़ितों को न्याय दिलाया गया। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में निरंतर विकास के काम किए जा रहे हैं। किसी की उपेक्षा नहीं की गई है। हमलोग एकजुट रहकर बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं। पहले बिहार में सड़कों की संख्या काफी कम थी और जो सड़कंे थी उनकी स्थिति भी काफी जर्जर थी। अब हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। खेती के लिए भी कृषि फीडर के माध्यम से किसानों को सस्ती दर पर बिजली मुहैया कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ही हमें बिहार का मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार बनवाया था। पूरी मजबूती के साथ हमलोग एन0डी0ए0 के साथ एकजुट हैं। वर्ष 2006 से हम लोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू कराई। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है। शेष कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। लोग वोट जिनको देना हैं दें, हमलोग समान भाव से सबकी सेवा कर रहे हैं। यह देखा गया कि हिन्दू मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं। इसको देखते हुए 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का काम शुरू कराया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हों। संपूर्ण बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है, इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2006-07 से हमलोगों ने सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत कराई। उसके बाद वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू कराई गई। अब बच्चियां स्कूल से लौटने के बाद शाम में अपने माता पिता को साइकिल से बाजार भी ले जाती हैं। लड़कों की मांग पर वर्ष 2010 से लड़कों के लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर सरकारी शिक्षकों एवं नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। अब नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले बिहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने जाते थे। हमलोगों ने वर्ष 2006 से सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क जांच एवं दवा वितरण का काम शुरू कराया। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 1 माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। हमलोग जिलो में मेडिकल कॉलेज स्थापित करा रहे हैं। मार्च 2025 तक सीवान के मेडिकल कॉलेज का काम पूरा कर लिया जायेगा। सात निश्चय योजना के माध्यम से वर्ष 2020 तक हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन, हर टोले तक पक्की सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी गई हैं। इसके बाद जो भी नई बसावटें बनी हैं वहां भी इसी साल विधानसभा चुनाव के पहले तक सात निश्चय योजना के तहत मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया जिसके बाद अब तक 4 चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया है। वर्ष 2013 में पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी काफी बढ़ी है। आज बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी संख्या है, उतनी देश के किसी राज्य के पुलिस बल में नहीं है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देना शुरू किया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। हमलोगों ने वर्ष 2006 में विष्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और उसका नाम आजीविका दिया। अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू कराया गया है, जिनमें अब तक 26 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं काफी अच्छा काम कर रही हैं। इससे परिवार की न सिर्फ आमदनी बढ़ी है बल्कि समाज में महिलाओं की इज्जत भी काफी बढ़ी है। हम जगह-जगह जाकर जीविका दीदियों के काम को देखते हैं, उनसे बात करते हैं और जो भी उनकी समस्याएं सामने आती हैं उन्हें दूर किया जाता है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि सात निश्चय योजना-2 के तहत हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने मदरसों को सरकारी मान्यता प्रदान की है। अब सरकारी शिक्षकों के सामान मदरसा शिक्षकों को भी वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराने निर्णय लिया, जिसके बाद बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई। जाति आधारित गणना में 94 लाख गरीब परिवारों को चिहिन्त किया गया है, जो हर जाति-धर्म से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि जो भी संभव है हमलोग हर क्षेत्र के विकास के लिए काम करवा रहे हैं। हम लोगों की सेवा करते हैं और हमेशा राज्य के विकास के कार्यों में लगे रहते हैं। हम लोग किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम सब मिलकर बिहार की तरक्की के लिए काम करते रहेंगे। अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां जनप्रतिनिधियों ने जो भी समस्याएं रखी हैं, उनका जल्द से जल्द निराकरण करें। सीवान जिले में हर प्रकार से विकास का काम कराया गया है। सीवान जिले में भी इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पॉलिटेक्निक संस्थान, ए0एन0एम0-जी0एन0एम0 कॉलेज, सभी अनुमंडल में आई0टी0आई0, आवासीय विद्यालय, छात्रावासों आदि स्थापित करने के साथ ही सड़क एवं पुल-पुलियों के निर्माण एवं हर क्षेत्र में विकास का काम कराया गया है। यहां 52 पंचायत सरकार भवनों के निर्माण का काम पूर्ण हो गया है। जून 2025 तक शेष सभी पंचायत सरकार भवनों के निर्माण का कार्य पूर्ण करा दिया जायेगा। आप सभी जनप्रतिनिधियों का यह दायित्व है कि अपने क्षेत्र की समस्याओं से सरकार को अवगत कराएं, साथ ही जो भी विकास के कार्य किए गए हैं, उन्हें लोगों को बताएं।
इस अवसर पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री श्री मंगल पाण्डेय, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सह सीवान जिले के प्रभारी मंत्री श्रीमती रेणु देवी, सांसद श्री जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, सांसद श्रीमती विजया लक्ष्मी देवी, विधायक श्री कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह, विधायक श्री देवेश कांत सिंह, विधान पार्षद श्री वीरेंद्र नारायण यादव, विधान पार्षद श्री विनोद कुमार जायसवाल, विधान पार्षद प्रो0 रामवचन राय, सीवान जिला परिषद की अध्यक्ष श्रीमती संगीता देवी, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, सारण प्रमंडल के आयुक्त श्री गोपाल मीणा, पुलिस उप महानिरीक्षक सुरक्षा श्री दीपक वर्णवाल, पुलिस उप महानिरीक्षक सारण प्रक्षेत्र श्री नीलेश कुमार, जिलाधिकारी श्री मुकुल कुमार गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री अमितेश कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
Source: http://bihar.gov.in
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