Ayodhya Ram Temple: राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद पर दिए गए फैसले को लगभग पांच वर्ष पूरे हो चुके हैं।
Ayodhya Ram Temple: सुप्रीम कोर्ट द्वारा श्री राम की नगरी अयोध्या में राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद पर दिए गए फैसले को लगभग पांच वर्ष पूरे हो चुके हैं। हालाँकि प्रभु राम का मंदिर 2025 तक तैयार हो जाएगा, आपको पता है कि 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में निर्णय सुनायान दिया था, जिसमें मुस्लिम समुदाय को 5 एकड़ जमीन भी दी गई थी। मंदिर तो एक तरफ तैयार हो रहा है, लेकिन मस्जिद? चलिए इस रिपोर्ट को पूरी तरह से समझें।
मस्जिद के आसपास का नक्शा
राम जन्मभूमि से लगभग 30 से 40 किलोमीटर दूर धनीपुर है। सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम समुदाय को पांच एकड़ जमीन देने का निर्णय लेने के बावजूद, धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा अभी तक पास नहीं हुआ है। तकनीकी बाधाओं के कारण अयोध्या विकास प्राधिकरण ने नक्शा को मंजूरी नहीं दी है।
इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन ने अभी तक कई विभागों से एनओसी प्राप्त नहीं किया है। एनओसी केवल तहसील को मिली है। साथ ही, प्राधिकरण ने जमीन का इस्तेमाल बदल दिया है। विकास प्राधिकरण ने अभी तक अग्नि शमन, एयरपोर्ट और सिंचाई विभाग से एनओसी नहीं लिया है।
नक्शा में जमीन नहीं है
वहीं, फाउंडेशन ने अभी तक भू-उपयोग परिवर्तन शुल्क और विकास शुल्क नहीं जमा किया है। जमीन को स्वाएल टेस्ट भी नहीं कराया गया है और किसी आईआईटी प्रोफेसर से भी कोई परीक्षण नहीं कराया गया है। पिछले पांच वर्षों से धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा इन सभी तकनीकी कमियों के कारण पास नहीं हो रहा है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने इन सभी तकनीकी कमियों को दूर करने के लिए इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन को पत्र भी लिखा है, लेकिन फाउंडेशन ने इस पत्र पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा भी बदला गया है।
मस्जिद निर्माण पर चर्चा
धन्नीपुर मस्जिद को लेकर कई चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन नक्शा पास होने तक निर्माण कैसे शुरू होगा? 2019 में ही सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर बाबरी मस्जिद पर फैसला दिया था। राम मंदिर अयोध्या में बनकर तैयार है। धन्नीपुर मस्जिद में भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा भी हुई है, लेकिन जमीन क्रिकेट मैदान और जानवरों का चारागाह बन गई है।