Afghanistan-New Zealand Test
जिसका डर था वही हुआ Afghanistan-New Zealand Test रद्द हो गया क्योंकि एक भी गेंद नहीं फेंकी गई थी। यह पहला मौका है जब भारत में कोई टेस्ट मैच रद्द हुआ है जिसमें एक भी गेंद नहीं फेंकी गई। ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में पहले चार दिनों में खेल नहीं हो सका। शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ। न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के खिलाड़ी सुबह 8.45 पर मैदान पर पहुंचे, लेकिन एक बार फिर बिना खेले लौट गए।
यह 90 साल के भारतीय क्रिकेट इतिहास में इससे पहले कोई टेस्ट मैच बिना एक गेंद फेंके ही रद्द हो गया। बीसीसीआई भी इस मामले में आलोचना झेल रहा है। हालाँकि, बीसीसीआई ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि अफगानिस्तान को मैच खेलने के लिए तीन अलग-अलग स्टेडियम (शहर) मिल गए थे। अफगानिस्तान ने फिर नोएडा को चुना। बीसीसीआई की इस सफाई में जवाब नहीं है कि उसने एक ऐसे स्टेडियम को चुना कैसे, जहां सामान्य सुविधाएं भी नहीं थीं। दुनिया ने देखा कि बारिश के बाद स्टेडियम को टेबल फैन से सुखाने का प्रयास किया गया था।
अब ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम पर बैन लगने का खतरा है। अब जवागल श्रीनाथ, जो अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड टेस्ट में मैच रेफरी रहे हैं, आईसीसी को अपनी रिपोर्ट देंगे। दोनों टीमों के कोचों की राय भी महत्वपूर्ण होगी। आईसीसी इन सब बातों पर निर्णय लेगी। यह टेस्ट इतिहास में आठवां मौका है जब कोई गेंद नहीं फेंकी जा सकी और मैच रद्द हो गया।