Kharmas Year 2024: सनातन धर्म में खरमास बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा की जाती है
Kharmas Year 2024: सनातन धर्म में खरमास बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा की जाती है, लेकिन मांगलिक सभी कार्यों पर प्रतिबंध लगाया जाता है। सूर्य देव हर समय अपने सात घोड़ों के रथ पर बैठकर ब्रह्मांड की परिक्रमा करते हैं। वहीं, सूर्य देव खरमास में अपने सातों घोड़ों को पानी पीने के लिए छोड़ देते हैं और उसे खर को सौंप देते हैं। इस वहज से उनकी गति धीमी हो जाते हैं। इस दौरान घूमना चाहिए या नहीं? भोपाल के ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से बातचीत करते हैं।
सूर्य देव की गति: खरमास के दौरान सूर्य देव धीरे चलते हैं, जिससे उनका तेज कम हो जाता है। फिर मकर संक्रांति के दिन फिर से सातों घोड़ें पर सवार होकर सूर्य देव फिर से तेज दिखाई देते हैं। इसी समय सभी धार्मिक क्रियाएं भी शुरू होती हैं। लेकिन खरमास में यात्रा करना अशुभ क्यों माना जाता है, यह कई लोगों के मन में रहता है। तो आइए जानते हैं क्यों।
खरमास में यात्रा करना संभव है?
खरमास के दौरान जरूरी काम से दूर जाना पड़ रहा हो तो आप यात्रा कर सकते हैं, इसके लिए कोई मनाही नहीं है। लेकिन घूमने का कार्यक्रम बना रहे हैं तो इस दौरान यात्रा करने से बचना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए।
कर सकते हैं धार्मिक यात्राएं
खरमास में धार्मिक यात्रा करना माना जाता है। यदि आप धार्मिक यात्रा कर रहे हैं, तो खरमास में धार्मिक यात्रा करना भी शुभ माना जाता है। साथ ही व्यक्ति अच्छे परिणाम भी पा सकता है। मकर संक्रांति के दिन आप सभी शुभ काम शुरू कर सकते हैं। धार्मिक रूप से इस समय को शुभ नहीं मानते।