Hyundai IPO: अभी भी सोच रहे हैं कि क्या इस इश्यू में धन लगाना चाहिए?
Hyundai IPO: हुंडई, देश का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू, सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है। लेकिन लोग अभी भी सोच रहे हैं कि क्या इस इश्यू में धन लगाना चाहिए? क्योंकि एलआईसी और पेटीएम के आईपीओ ने निवेशकों को पहले से ही निराश कर दिया था किसी भी आईपीओ में धन लगाने से पहले, कंपनी किस वैल्युएशन पर इश्यू लेकर आ रही है, यह पता लगाना महत्वपूर्ण है। हुंडई के आईपीओ में भी ऐसा है। CNBC आवाज पर कई मार्केट विश्लेषकों ने हुंडई आईपीओ का वैल्युएशन बताया।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (शेयरों की लिस्टिंग से पहले) भी आईपीओ में निवेशकों की रुचि को दिखाता है। जीएमपी और वैल्युएशन मोर्चों पर हुंडई के आईपीओ को लेकर बहुत उत्साह नहीं है। आइये आपको बताते हैं कि हुंडई के आईपीओ पर विशेषज्ञों की क्या राय है।CNBC आवाज पर निर्मल बैंग इंस्टीट्यूशन इक्विटीज से राहुल अरोरा ने कहा, “हुंडई आईपीओ के बजाय मारुति के शेयरों में पैसा लगाना ज्यादा सही होगा।इस पब्लिक इश्यू की वैल्युएशन को उन्होंने सही नहीं बताया। वहीं, हुंडई के आईपीओ पर प्रकाश दीवान, एक मार्केट एक्सपर्ट, ने फिलहाल इसमें पैसा नहीं लगाने की सलाह दी है।
ईटी के एनालिसिस के अनुसार, हुंडई का 27,870 करोड़ रुपये का आईपीओ मारुति की तुलना में कम वैल्युएशन नहीं देता है, जिसका लगभग तीन गुना से ज्यादा पैसेंजर व्हीकल्स मार्केट हिस्सेदारी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि हुंडई प्राइस बैंड का 1960 रुपये का पहला लेवल काफी महंगा है। क्योंकि हुंडई अपनी मौजूदा कीमत पर 26 गुना FY25 की कमाई का पीई मूल्यांकन मांग रही है, जबकि मारुति सुजुकी अपनी FY25 की कमाई के 22 गुना PE पर कारोबार कर रही है पीई रेशियो उद्योग का औसत 24.41x से अधिक है। इसके अलावा, हुंडई मोटर ग्लोबल के 5x पीई से भी अधिक है।
GMP भी निराश है
इस कीमत पर बहुत से लोगों को लगता है कि लिस्टिंग लाभ सीमित हैं। ग्रे मार्केट प्रीमियम में गिरावट कीमतों को प्रभावित कर सकती है। अरिहंत कैपिटल मार्केट्स ऑफ रिसर्च के अभिषेक जैन ने कहा, “यह सच है कि हाल ही में मार्केट में सुधार के कारण ग्रे मार्केट प्रीमियम में काफी गिरावट आई है।” निवेशकों को नियर टर्म में आईपीओ लेने में उत्साह कम हो सकता है। लेकिन इसमें लंबी अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है।शेयर खरीदें या आईपीओ खरीदें
विशेषज्ञों का कहना है कि हुंडई आईपीओ में पैसा लगाने से बेहतर है कि लिस्टिंग के बाद फेयर वैल्युएशन पर शेयर खरीदें।
(टिप्पणी: यहां दी गई जानकारी आईपीओ और शेयरों से संबंधित है और निवेश की सलाह नहीं है। निवेश करने से पहले किसी प्रमाणित निवेश एडवाइजर से परामर्श लें।)