Ramlala
अयोध्या: जीआई टैग में अयोध्या का खुरचन का पेड़ा, हनुमानगढ़ी का प्रसिद्ध लड्डू, गुड़, टीका और खड़ाऊ भी शामिल हैं। अब अयोध्या के व्यापारी जीआई रजिस्ट्री की स्वीकृति से उत्साहित हैं। हनुमानगढ़ी का लड्डू या खुरचन का पेड़ा अयोध्या में बहुत प्रसिद्ध है।
व्यापारियों के साथ संतों में प्रसन्नता
रामनगरी में आने वाले हर व्यक्ति अपने साथ अयोध्या की प्राचीन मिठाई ले जाता है। अब अयोध्या की प्रसिद्ध मिठाई को जीआई टैग में शामिल करने की तैयारी की जा रही है। रामनगरी की लोकप्रियता बढ़ने से स्थानीय लोगों में संतों के साथ उत्साह देखने को मिल रहा है।
रामलला को लगता है इस प्रसाद का भोग
स्थानीय व्यापारियों ने कहा कि यह अयोध्या को एक नई पहचान देगा। हमारा व्यापार भी बढ़ेगा। चंद्रा परिवार, अयोध्या में तीन पीढियों से खुरचन का पेड़ा बना रहे हैं। इसे लेकर उनके परिवार में उत्साह है। यहाँ हर दिन रामलला को खुरचन का पेड़ का भोग लगाया जाता है और इस भोग को लोगों में बाँटा जाता है।
रामनगरी का पेड़ा और लड्डू बने लोकप्रिय
श्रद्धालु खुरचन के प्रसिद्ध पेड़े और हनुमानगढ़ी के लड्डू को भी अपने साथ ले जाते हैं। प्रसाद के रूप में यह हर घर जाता है। स्थानीय व्यापारी अब कहते हैं कि हम भी इसके निर्माण में विशेष सावधानियां रखते हैं। क्योंकि इसे भगवान के मठ मंदिर में इसका भोग लगता है और लोग इसे अपने साथ प्रसाद के तौर पर ले जाते हैं। ऐसे में हम चाहते हैं कि श्रद्धालुओं को कितना अच्छा और शुद्ध पेड़ा मिल सके।
व्यापारी ने कहा कि स्वच्छता और शुद्धता महत्वपूर्ण है
व्यापारियों ने बताया कि वह पहले दूध को पका कर, खोवा बनाकर फिर खुरचन का पेड़ा बनाते हैं। वह इसे प्रसाद के रूप में देने के लिए बनाने में खास ध्यान देते हैं। इसलिए पूरी तरह से शुद्ध बनाए रखते हैं। स्थानीय पेड़ा निर्माता व्यापारी खुरचन के पेडे को जीआई टैग में शामिल करने के लिए उत्साहित हैं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अयोध्या के उत्पादों को जीआई टैग में शामिल करने की कोशिश में भाग लेने पर खुशी व्यक्त की है। उसे भी बधाई दी है।
व्यापारियों का उत्साह
अयोध्या के खाद्य पदार्थों और खड़ाऊ को जीआई टैग में शामिल करने से अयोध्या के व्यापारियों में उत्साह है। व्यापारियों ने कहा कि इससे अयोध्या की पहचान बढ़ेगी और व्यापार भी बढ़ेगा। रामनगरी के व्यापारियों के लिए भी सम्मान का विषय है।