सैनिकों से संवाद कर उनकी राष्ट्र रक्षा की प्रतिबद्धता की सराहना की -आंतरिक सुरक्षा बैठक ली -ड्रोन द्वारा नशीले पदार्थ भेजे जाने पर कड़ी निगरानी रखने के दिए निर्देश
जयपुर, राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को श्रीगंगानगर स्थित ऐतिहासिक हिंदुमलकोट चौकी और सीमा क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने भारत-पाकिस्तान सीमा की इस महत्वपूर्ण चौकी से सरहद क्षेत्र का अवलोकन करते हुए वहां तैनात बीएसएफ के जवानों से संवाद भी किया। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी रात-दिन निरंतर मुस्तैद रहकर देश की रक्षा करने की उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए उनका अभिनंदन किया।
राज्यपाल श्री बागडे ने हिंदुमलकोट बोर्डर पर तैनात सैनिकों से संवाद करते हुए सीमा की चौकसी से जुड़ी चुनौतियों और अन्य रक्षा मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने जवानों में जोश जगाते हुए उनके जज्बे और हौसले की सराहना करते हुए कहा कि आप सभी देश के सुरक्षा प्रहरी ही नहीं हैं बल्कि राष्ट्र की अखंडता व एकता के भी प्रतीक हैं।
राज्यपाल ने बीएसएफ के जवानों द्वारा चौकी पर किए गए सौंदर्यीकरण, हेरिटेज वॉल और हरे-भरे परिसर के कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने वार म्यूजियम का भी अवलोकन किया।
उन्होंने हिंदुमलकोट गांव के प्राचीन अवशेषों और ऐतिहासिक महत्व से जुड़ी इमारतें देखी। उन्हें बताया गया कि विभाजन से पहले यह क्षेत्र बड़ा व्यापारिक केंद्र था। पुरानी रेल की पटरियां, रेलवे स्टेशन के बारे में भी बताया गया।
आंतरिक सुरक्षा बैठक-
श्री बागडे ने बाद में वहीं बॉर्डर पर आंतरिक सुरक्षा समन्वय बैठक भी ली। उन्होंने इस दौरान हिंदुमलकोट थाना क्षेत्र के अंतर्गत पकड़े जाने वाले नशीले पदार्थों, अवैध हथियारों की चर्चा करते हुए कहा कि देश की सीमाओं पर चौकसी जितनी जरूरी है, उतना ही आवश्यक यह है कि हमारे यहां आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली हरकतों को भी रोका जाए। उन्होंने बीएसएफ और पुलिस प्रशासन को संयुक्त रूप से मिलकर सीमा पार से ड्रोन द्वारा हेरोईन और अन्य चीजें भेजे जाने पर पूरी निगरानी रखने और स्थानीय लोगों से सतत सम्पर्क में रहते हुए आंतरिक सुरक्षा में बाधक विषयों पर सजग रहते हुए कार्य करने पर जोर दिया।