उदयपुर में 28वां राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह— भामाशाह देवतुल्य, उनके दिए एक-एक पैसे का होगा सदुपयोगः
जयपुर, एक सितम्बर। शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री श्री मदन दिलावर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश में शैक्षणिक उन्नयन के लिए अहर्निश प्रयासरत है। भामाशाहों की ओर से दिए जा रहे सहयोग से गुणवत्तायुक्त शिक्षा, विद्यालयों में सुविधाओं के विस्तार पर कार्य हो रहा है। शिक्षा मंत्री होने के नाते भामाशाहों को विश्वास दिलाता हूं कि उनके द्वारा दान की गई राशि के एक-एक पैसे का सदुपयोग होगा।
शिक्षा मंत्री श्री दिलावर रविवार को उदयपुर जिले के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय परिसर स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार में शिक्षा विभाग के तत्वावधान में आयोजित 28वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने की। राज्य सभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, लोकसभा सांसद डॉ मन्नालाल रावत, उदयपुर विधायक ताराचंद जैन, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन रहे।
शिक्षा मंत्री श्री दिलावर ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री भैरोसिंह शेखावत ने वर्ष 1995 में भामाशाहों के सम्मान की परिपाठी शुरू की, जो आज भी जारी है। इसके सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं। इस वर्ष प्रदेश के विद्यालयों के लिए 140 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का सहयोग भामाशाहों के माध्यम से प्राप्त हुआ। उक्त राशि से विद्यालय में भौतिक सुविधाओं के साथ ही स्मार्ट क्लासेज, संसाधन आदि की व्यवस्था की जा रही है।
नवाचारों से कराया अवगत—
शिक्षा मंत्री श्री दिलावर ने राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से किए जा रहे नवाचारों से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिसर को साफ-सुथरा रखने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि शैक्षिक वातावरण अच्छा रहे। उन्होंने शीतकालीन अवकाशों में भी बदलाव के संकेत देते हुए कहा कि अब जब कड़ाके की ठण्ड होगी तभी शीतकालीन अवकाश घोषित किए जाएंगे।
प्लास्टिक उन्मूलन का आह्वान—
शिक्षा मंत्री ने प्लास्टिक उन्मूलन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से न केवल पर्यावरण को क्षति पहुंच रही है, अपितु गो माता को भी खतरा है। उन्होंने सभागार में उपस्थित सभी लोगों से प्लास्टिक उन्मूलन में सहयोग का आह्वान किया।
सरकार जनजाति अंचल में शैक्षिक उन्नयन के लिए कटिबद्ध—
अध्यक्षीय उद्बोधन में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने दधीचि, वामन अवतार व प्रताप-भामाशाह आदि की पौराणिक व ऐतिहासिक कथाओं के माध्यम से दान की महत्ता बताई। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजाति अंचल में शैक्षिक सुविधाओं के विस्तार व सुदृढ़ता के लिए कटिबद्ध है।
प्रशस्ति पुस्तिका का विमोचन—
समारोह में शिक्षा मंत्री सहित सभी अतिथियों ने विभाग को दिए जाने वाले सहयोग और उसके सदुपयोग पर आधारित प्रशस्ति पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। शिक्षा विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम की जानकारी दी।
पौधरोपण में 3 विश्व कीर्तिमान—
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल पर गत 7 व 8 अगस्त को हुए मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान-एक पेड़ मां के नाम के दौरान प्रदेश के विद्यालयों में 6 करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए। वहीं एक दिन में लगभग ढाई करोड़ पौधों का रोपण हुआ। पौधरोपण अभियान के दौरान शिक्षा विभाग की ओर से 3 विश्व कीर्तिमान भी स्थापित किए गए।
157 भामाशाहों का सम्मान—
राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश भर के विद्यालयों में दान देने वाले 157 भामाशाहों का प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न भेंट कर अभिनंदन किया गया। शिक्षामंत्री श्री दिलावर व टीएडी मंत्री श्री खराड़ी सहित अन्य ने भामाशाहों को शिक्षा विभूषण, शिक्षा भूषण की उपाधि से नवाजा।