मुख्य सचिव KK Pathak के अतिरिक्त निर्देश के अनुसार अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रतिदिन स्कूल का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है|
काम में लापरवाही बरतने वाले बिहार के शिक्षकों को अब माफ नहीं किया जाएगा. KK Pathak के निर्देशानुसार के अनुसार जिले के सभी शिक्षाकर्मियों एवं शिक्षकों पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी. छोटी सी लापरवाही के कारण समस्तीपुर के 22 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया। स्कूल निरीक्षण जिला शिक्षा निरीक्षक द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के अनुसार किया जाता है। जांच रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद डीईओ ने मामले को गंभीरता से लिया और कार्रवाई के निर्देश जारी किये. बिना सूचना के कक्षा से अनुपस्थित रहने पर जिले के चार शिक्षकों पर गाज गिरी है। इसके अलावा निरीक्षण में फेल होने पर 22 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया।
दलसिंह सराय प्रखंड के उच्च विद्यालय की पूजा कुमारी, रोसरा प्रखंड के चांदचौर प्राथमिक विद्यालय की अरबिया खातून, वारिसनगर प्रखंड के मोहिउद्दीनपुर उच्च विद्यालय के अमित कुमार रंजन और वारिसनगर उच्च विद्यालय के राजा राम को बिना कारण अनुपस्थित रहने के कारण एक दिन का वेतन काटा गया. है। बताया गया कि निरीक्षण में लापरवाही और निर्देशों का पालन नहीं करने पर 22 जूनियर इंजीनियर, प्रोजेक्ट ब्लॉक मैनेजर, एमटी, जेएमटी, बीआरपी और डीआरपी का एक दिन का वेतन काटा गया।
क्या कहते हैं क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी
समस्तीपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि अपर मुख्य सचिव के आदेश के मुताबिक अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रतिदिन स्कूलों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है. हालाँकि, उक्त स्टाफ ने 15 और 19 मई को स्कूल का निरीक्षण नहीं किया और आदेश के विपरीत उनका वेतन कम कर दिया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने चालू माह के 2816 विद्यालयों की निरीक्षण सूची जारी कर उपलब्ध प्रपत्र के अनुसार दैनिक प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है|
इन शैक्षणिक स्टाफ पर भी हुई है कार्रवाई
दलसिंहसराय प्रखंड से कनीय अभियंता सिद्धार्थ चंद्रा व जेएमटी उज्जवल कुमार देव, कल्याणपुर प्रखंड से कनीय अभियंता अरुण कुमार, कानपुर प्रखंड से कनीय अभियंता शिवशंकर राम, मोरवा प्रखंड से मध्याह्न भोजन योजना से जितेंद्र कुमार, बीआरपी प्रीतम प्रकाश इंजन महाबाद सदराेर, कनीय कुमार, बीआरपी , मध्याह्न भोजन योजना, रोसड़ा प्रखंड के बीआरपी, मध्याह्न भोजन योजना के डाटा इंट्री ऑपरेटर प्रमोद कुमार राय को छह मई को विद्यालय निरीक्षण में शामिल नहीं होने के कारण उनका वेतन कम कर दिया गया|