Magh amavasya 2025: मौनी अमावस्या के दिन स्नान करना बहुत महत्वपूर्ण है। साल 2025 में मौनी अमावस्या पर महाकुंभ भी होगा, जिससे स्नान का लाभ बढ़ जाएगा।
Magh amavasya 2025: साल में बारह बार अमावस्या आती है। पितरों की शांति के लिए आज सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। वैसे तो सभी अमावस्या अलग-अलग हैं, लेकिन माघ महीने में आने वाली अमावस्या सबसे महत्वपूर्ण है, यह मौनी अमावस्या है।
माना जाता है कि इस अमावस्या पर मौन रहकर स्नान करने और दान करने से कई जन्मों के पाप मिट जाएंगे। साल 2025 में मौनी अमावस्या पर महाकुंभ भी होगा, आइए जानते हैं मौनी अमावस्या कब होगी।
2025 में मौनी अमावस्या कब होगी?
धार्मिक मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर जो कुछ देता है, जैसे पितृ पूजन या दान, उसे जीवन भर कभी कष्ट नहीं होता, और उसका घर पूर्वजों के आशीर्वाद से सुखी होता है।
29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी। इस दिन प्रयागराज में महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान भी होगा। माना जाता है कि मौनी अमावस्या और महाकुम्भ का संयोग बहुत फायदेमंद है।
मौनी अमावस्या 2025 मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 5.25 से 6.18 तक
- लाभ (उन्नति) प्रातः 7.11 से 8.32 तक
- अमृत (सर्वोत्तम) प्रातः 8.32 से 9.53 तक चलता है।
मौनी अमावस्या पर स्नान का दोगुना फल
माघ महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना श्रेष्ठ है। इसके बावजूद, मौनी अमावस्या पर स्नान करने का लाभ कई गुना बढ़ जाता है। आज पूरी तरह से मौन रहने से बहुत ज्ञान और स्वास्थ्य मिलता है।
माना जाता है कि मौनी अमावस्या का स्नान मानसिक विकारों या भय और वहम से पीड़ित लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मौनी अमावस्या का महत्व
- मौनी अमावस्या पर गरीबों को स्नान और भोजन देना बहुत फायदेमंद होता है। ऐसा करने से आप जाने-अनजाने पापों का प्रायश्चित करते हैं।
- पूरे दिन मौन रहने से सेहत और ज्ञान दोनों बढ़ता है।
- इस अमावस्या पर स्नान करने से तनाव, भय या वहम दूर होता है।
- नियमित रूप से यह व्रत करें, तो आपकी कुंडली से सभी ग्रह दोष दूर हो जाएंगे।
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